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'एक साल अनुभव कीजिए, जरूरत पड़ी तो वक्फ कानून में होगा संशोधन'; बिहार BJP चीफ का बड़ा बयान

Dainik Jagran - April 17, 2025 - 8:29pm

जागरण संवाददाता, पटना। बिहार बीजेपी चीफ दिलीप जायसवाल ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विरुद्ध विपक्षी दल हमेशा से मुसलमानों में भ्रम फैलाने का काम किया है, जबकि हकीकत इससे अलग है। सीएए को लेकर भी पूरे देश में हंगामा खड़ा किया गया था। बिल पास हुए एक साल से अधिक हो गए। किसी भी मुसलमान पर इसका प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा।

उन्होंने कहा कि इसी तरह वक्फ बिल को लेकर भी अफवाह का बाजार गर्म है। यह बिल गरीब और पसमंदा मुसलमान के हक में है। इसका भी एक साल अनुभव कीजिए, उसके बाद यदि किसी तरह के संशोधन की गुंजाइश बनती है तो कराई जाएगी।

उक्त बातें गुरुवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने विद्यापति भवन में बिहार पसमांदा फाउंडेशन द्वारा वक्फ बिल पास, नया दौर, नया इंसाफ, शुक्रिया मोदी जी कार्यक्रम में कहीं।

'एक साल इस कानून को देख लीजिए...'

उन्होंने कहा कि एक साल इस कानून को देख लीजिए, फायदा होगा तो क्यों कोई विरोध करेगा। भाजपा कार्यालय अकलियतों के लिए हमेशा खुला हुआ है। कांग्रेस के शासनकाल में अल्पसंख्यकों का भला नहीं किया गया। मोदी सरकार सबकी चिंता करती है। हिन्दुस्तान जितना हिन्दू का है, उतना ही मुसलमानों का भी।

'मोदी सरकार जब भी मुसलमानों के लिए...'

वहीं, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि मोदी सरकार जब भी मुसलमानों के लिए अच्छा काम करती है तो विपक्ष भ्रम फैलाने में जुट जाता है। सीएए लागू होने के बाद अब तक कितने अल्पसंख्यक की नागरिकता समाप्त हुई है? सच्चाई यह है कि वक्फ की संपत्ति पर सरकार कोई हस्तक्षेप नहीं करेगी।

उन्होंने कहा कि सरकार कब्रिस्तान और मस्जिद की जमीन पर कोई हस्तक्षेप नहीं करेगी। राजद शासनकाल में कब्रिस्तान की जमीन पर अतिक्रमण और कब्जा किया जाता था। नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने के बाद अबतक आठ हजार कब्रिस्तान की घेराबंदी हो चुकी है।

'अनुसूचित जाति और पसमांदा एक समान'

एससी-एसटी कल्याण मंत्री जनक राम ने कहा कि अनुसूचित जाति और पसमांदा एक समान हैं। एनडीए सरकार गरीब और पसमांदा समाज के कल्याण के लिए कई योजनाएं चला रही हैं।

बिहार पसमांदा फाउंडेशन के अध्यक्ष दानिश इकबाल ने कहा कि वक्फ की संपत्ति का दुरुपयोग करने वालों की जांच कर कार्रवाई की जाए। कार्यक्रम में डॉ. अरमान, मो. नूर आलम, फैयाज काजमी, फिरोज सकरी, दिलशाद कलाल, शमशाद अंसारी, मो. इसराइल, इकबाल खलिल आदि मौजूद थे।

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Patna News: पटना में जब्त की गई 863 प्रतिबंधित रंगबिरंगी चिड़िया, 1 तस्कर गिरफ्तार

Dainik Jagran - April 17, 2025 - 8:28pm

जागरण संवाददाता, पटना। प्रतिबंध के बावजूद रंगबिरंगी छोटी पक्षियों की तस्करी जारी है। पटना के रास्ते अलग-अलग स्थानों पर ले जाकर इनकी बिक्री की जाती है। इसको लेकर अब वन प्रमंडल सक्रिय हो गया है।

इसी क्रम में पाटलिपुत्र अंतरराज्यीय बस पड़ाव बैरिया में छापेमारी कर बड़ी संख्या में ऐसी पक्षियों को जब्त किया गया। कुल 863 प्रतिबंधित पक्षियों को जब्त करते हुए एक तस्कर को भी गिरफ्तार किया गया है। इन्हें झारखंड के पलामू से लाया जा रहा था। बस से उतारे जाने के बाद जब्ती की कार्रवाई की गई।

863 प्रतिबंधित पक्षी जब्त

पटना वन प्रमंडल के डीएफओ गौरव ओझा ने बताया कि अनुसूची श्रेणी टू की दो प्रकार की 863 प्रतिबंधित पक्षी को जब्त किया गया है। इनमें पैराकीट श्रेणी की 29 और स्केली ब्रेस्टेड मुनिया प्रजाति की 834 पक्षी हैं।

उन्होंने बताया कि पटना ट्रांजिट रूट है। इसके पहले पटना जंक्शन पर जब्ती की गई थी। रेल और बस मार्ग से तस्कर प्रतिबंधित पक्षियों को व्यवसायिक दृष्टिकोण से तस्कर लाते हैं। इनके रखने, व्यवसाय करने पर तीन साल की कारवास का प्रविधान है।

टीम बनाकर की कार्रवाई

उन्होंने बताया कि भारत सरकार की संस्था वाइड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो ने सूचना दी थी कि पलामू से पैराकीट और स्केली ब्रेस्टेड मुनिया बस से पटना ले जाई जा रही है। इसके बाद उन्होंने एक टीम का गठन किया और खुद भी बस पड़ाव पहुंच गए।

टीम के सदस्यों को मौके पर प्रशिक्षण दिया। बस आने तक टीम के सदस्य आम यात्री की तरह बैठे थे। बस से जैसे ही पक्षियों को नीचे उतारा गया, छापेमारी दल ने धावा बोल दिया। ऑटो पर रखने के क्रम में पक्षियों को जब्त कर लिया गया।

पलामू निवासी तस्कर पूछताछ के बाद भी नहीं बता रहा है कि वह पक्षियों को किस स्थान पर ले जा रहा था। पटना वन प्रमंडल सिविल कोर्ट बंद रहने के कारण तस्कर को कोर्ट में पेश नहीं कर सका। गुरुवार की सुबह में कोर्ट में पेश किया जाएगा।

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क्या वाकई होते हैं एलियन? पृथ्वी से 8.5 गुना बड़े ग्रह पर मिले जीवन के संकेत; धरती से महज इतना दूर

Dainik Jagran - National - April 17, 2025 - 8:24pm

पीटीआई, नई दिल्ली। सौरमंडल के बाहर जीवन की तलाश कर रहे विज्ञानियों को बड़ी कामयाबी मिली हैं। शोधकर्ताओं ने कहा है कि सौरमंडल के बाहर के एक ग्रह पर डाइमिथाइल सल्फाइड और डाइमिथाइल डाइसल्फाइड के निशान मिले हैं, जो धरती पर समुद्री जीवों द्वारा जैव रासायनिक प्रक्रिया के तहत बनते हैं।

यह सौरमंडल के बाहर जीवन का अब तक का सबसे ठोस साक्ष्य है। हालांकि इस संबंध में और अधिक डाटा जुटाने की जरूरत है। के2-18 बी नाम का एक्सोप्लैनेट पृथ्वी से 8.5 गुना बड़ा है। यह एक्सोप्लैनेट पृथ्वी से 120 प्रकाश वर्ष दूर है।

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप से मिला डाटा

यह के2-18 तारे की परिक्रमा करता है। अध्ययन में ब्रिटेन के कैंब्रिज विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप से मिले डाटा का विश्लेषण किया गया गया है। इस एक्सोप्लैनेट पर डाईमिथाइल सल्फाइड और डाईमिथाइल डाइसल्फाइड के निशान पाए गए, जो पृथ्वी पर समुद्री फाइटोप्लांकटन जैसे सूक्ष्मजीव जैव रासायनिक प्रक्रिया के तहत उत्पादित करते हैं।

यह अध्ययन एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स में प्रकाशित हुआ है। इसकी स्वतंत्र समीक्षा की जानी है। एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स में प्रकाशित 2023 के अध्ययन में, टीम ने के2-18 के वायुमंडल में कार्बन युक्त गैसों - मीथेन और कार्बन डाईऑक्साइड के साक्ष्य जुटाए थे। इस पर हाइड्रोजन भी प्रचुर मात्रा में मिला था।

मधुसूदन ने कहा, हमें नहीं पता था कि पिछली बार जो संकेत हमने देखा था, वह (डाईमिथाइल सल्फाइड) के कारण था या नहीं, लेकिन इसका संकेत मात्र ही हमारे लिए इतना रोमांचक था कि हमने एक अन्य उपकरण का उपयोग करके जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप से इसे दोबारा देखा। इस बार हमने पहले से भिन्न उपकरण का उपयोग किया है तथा प्रकाश की तरंगदै‌र्घ्य की रेंज भी अलग है।

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'कश्मीर पर पाकिस्तान का कोई अधिकार नहीं', PAK आर्मी चीफ के बयान पर भारत का करारा जवाब

Dainik Jagran - National - April 17, 2025 - 8:20pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आतंकवादियों को पोषित और संरक्षित करने वाली पाकिस्तान की आर्मी ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है। पाकिस्तान आर्मी के प्रमुख जनरल सैयद आसिम मुनीर ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में भारत और हिंदुओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की।

वहीं, मुनीर ने कश्मीर राग भी अलापा है। उन्होंने एक कार्यक्रम में कश्मीर को पाकिस्तान के गले की नस बताया है। पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने दावा किया है कि कश्मीर को कोई भी ताकत अलग नहीं कर सकती है।

कश्मीर को लेकर पाक सेना के बयान का भारत ने दिया जवाब 

मुनीर की इस टिप्पणी पर भारत ने करारा जवाब दिया है। पाकिस्तानी सेना प्रमुख द्वारा कश्मीर को गले की नस बताने वाली टिप्पणी पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "कोई विदेशी चीज किसी के गले की नस में कैसे फंस सकती है? यह भारत का केंद्र शासित प्रदेश है। इसका पाकिस्तान के साथ एकमात्र संबंध उस देश द्वारा अवैध रूप से कब्जा किए गए क्षेत्रों को खाली करना है।"

#WATCH | On the comments by Pakistan Army chief terming Kashmir as a jugular vein, MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, "How can anything foreign be in a jugular vein? This is a union territory of India. Its only relationship with Pakistan is the vacation of illegally occupied… pic.twitter.com/zV9S0OnXhQ

— ANI (@ANI) April 17, 2025

हम हर एंगल में हिंदुओं से अलग हैं: आसिम मुनीर 

पाकिस्तानी आर्मी चीफ ने कार्यक्रम में आगे कहा कि हमारे पूर्वजों ने सोचा था कि हम हर एंगल में हिंदुओं से अलग है, हमारा रिवाज, हमारा धर्म, हमारी सोच सब इनसे अलग है। हम दो राष्ट्र हैं, एक नहीं। हमने इस देश के लिए बहुत बलिदान दिए है, हमें पता है कि इस देश को बनाने में कितने संघर्षों का सामना करना पड़ा है।

मुनीर ने भारत का नाम न लेते हुए कहा,"क्या पाकिस्तान के दुश्मन ये सोचते हैं कि सिर्फ 1500 आतंकवादी देश की किस्मत बदल देंगे, हम जल्द ही आतंकवादियों की कमर तोड़ देंगे। 1.3 मिलियन की मजबूत भारतीय सेना, अपनी सारी ताकत के साथ,अगर वे हमें डरा नहीं सकते, तो क्या आपको लगता है कि ये आतंकवादी पाकिस्तान की सशस्त्र सेनाओं को दबा सकते हैं?

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बिहार में यूथ के लिए Startup Idea; यूनिवर्सिटी दे रही 10 तकनीक की ट्रेनिंग, मोटे अनाज से बनेगा काम

Dainik Jagran - April 17, 2025 - 8:18pm

जागरण संवाददाता, पटना। Bihar News: मोटे अनाज से बने व्यंजन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद है। बाजार में बहुत तेजी से मोटे अनाज से बने व्यंजनों की मांग भी बढ़ रही है।

निजी और सरकारी स्तर पर मोटे अनाज को बढ़ावा भी दिया जा रहा है। अगर आप भी मोटे अनाज से विभिन्न तरह के उत्पाद बनाकर अपना खुद का स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं तो चिंता करने की जरूरत नहीं है।

बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय की ओर से जल्द ही मोटे अनाज का ठेकुआ, खीर, इडली के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के पशुधन उत्पाद प्रोद्योगिकी विभाग ने हाल ही में विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाने की 10 तकनीक विकसित की है।

इन व्यंजनों के बनाने की दी जाएगी जानकारी

बासु (बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय) मिलेट ठेकुआ, मिलेट खीर, छेने के पानी का सूप, छेने के पानी से बना लाली पाप, बेलग्रामी, पनीर का आचार, बटेर के अंडे का आचार, जैसे कई व्यंजन बनाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इन व्यंजनों को बनाने के लिए जो तकनीक है उसे बताया जाएगा।

कैसे लें ट्रेनिंग

जो भी व्यक्ति मोटे अनाज के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाने की ट्रेनिंग लेना चाहते हैं, वे विश्वविद्यालय में संपर्क कर सकते हैं।

इसके लिए उन्हें विश्वविद्यालय के साथ एमओयू करना होगा। अलग-अलग राज्यों से विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाना सीखने के लिए लोगों के आवनेदन आ रहे हैं।

विभिन्न प्रकार के व्यंजनों के बनाने की तकनीक बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के प्रोसेसिंग इकाई में विकसित की गई है। प्रोसेसिंग इकाई में तैयार व्यंजन विश्वविद्यालय के कर्मी के लिए बिक्री के लिए भी उपलब्ध है। जो भी व्यंजन यहां तैयार किए जा रहे हैं वो पोषक तत्वों से भरपूर है। - डॉ. सुषमा कुमारी, एचओडी, पशुधन उत्पाद प्रोद्योगिकी विभाग

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Bihar Election 2025: महागठबंधन ने बनाई को-ऑर्डिनेशन कमेटी, तेजस्वी यादव को मिली कमान

Dainik Jagran - April 17, 2025 - 8:11pm

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2025) की व्यूह रचना के लिए महागठबंधन ने समन्वय समिति बनाने का निर्णय लिया है। इसकी अध्यक्षता तेजस्वी यादव करेंगे। अध्यक्ष के अलावा समन्वय समिति में 12 सदस्य होंगे। घटक छह दलों से दो-दो सदस्य।

सीट बंटवारे से लेकर मुख्यमंत्री पद के दावेदार तक का निर्णय यह समिति ही लेगी। गुरुवार को पटना में हुई महागठबंधन की बैठक में यह निर्णय लिया गया। चुनावी रणनीति व अभियान के संचालन के लिए प्रदेश की तरह जिला व प्रखंड स्तर पर भी समन्वय समिति बनाई जाएगी।

3 घंटे चली मीटिंग, तेजस्वी ने की अध्यक्षता

राजद के प्रदेश कार्यालय में लगभग तीन घंटे तक चली बैठक की अध्यक्षता तेजस्वी ने की। उसमें सभी घटक दलों के चार-चार प्रतिनिधियों की उपस्थिति रही। बैठक के बाद प्रेस-वार्ता में तेजस्वी ने कहा कि हमारी चर्चा वस्तुत: उन मुद्दों पर हुई है, जिनसे नौजवानों, महिलाओें व गरीबों का हित जुड़ा है। उन मुद्दों पर महागठबंधन के सभी घटक एकमत हैं और एकसुर रहेंगे।

सीट शेयरिंग और सीएम फेस का सवाल टाल गए अल्लावारू

कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावारू ने समन्वय समिति बनाए जाने की घोषणा की और कहा कि यह समिति ही विधानसभा चुनाव के संदर्भ में महागठबंधन के सभी तरह के निर्णय लेगी। हालांकि, सीट बंटवारे व मुख्यमंत्री पद के चेहरा का प्रश्न वे टाल गए।

अलबत्ता उन्होंने यूनिटी और क्लेरिटी (एकता और स्पष्टता) की बात की, लेकिन इस प्रश्न पर भी मौन रह गए कि कांग्रेस कितनी सीटों तक संतोष करेगी। इस संदर्भ में हिचकिचाते हुए तेजस्वी ने कहा कि थोड़ी प्रतीक्षा कर लीजिए।

15 अप्रैल को भी हुई थी महागठबंधन की बैठक

उल्लेखनीय है कि 15 अप्रैल को नई दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान के साथ तेजस्वी की बैठक हुई थी। उस बैठक में भी मुख्यमंत्री पद के चेहरा पर कांग्रेस मौन रह गई थी। सूत्र बता रहे कि अब सीटों पर समझौते के बाद ही मुख्यमंत्री के चेहरा पर कांग्रेस अपना मुंह खोलेगी।

हालांकि, समन्वय समिति की अध्यक्षता सौंप दिए जाने के बाद यह तय है कि तेजस्वी के नेतृत्व में ही महागठबंधन चुनाव के मैदान में जाएगा। बैठक में सहभागी सभी घटक दलोंं के एक-एक प्रमुख नेता ने प्रेस-वार्ता को संबोधित किया।

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'कांग्रेस ने किया अपनों को ही गुमराह', नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर राहुल-सोनिया पर बरसे बीजेपी नेता

Dainik Jagran - National - April 17, 2025 - 8:09pm

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड और गुरुग्राम जमीन घोटाले को लेकर भाजपा ने गांधी परिवार को निशाने पर ले रखा है। केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने नेशनल हेराल्ड मामले पर बिंदुवार प्रकाश डालते हुए कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गुमराह किया गया है, असल में उन्हें अपने नेतृत्व के खिलाफ प्रदर्शन करना चाहिए।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने नेशनल हेराल्ड को अपना एटीएम बना लिया है तो संबित पात्रा ने गांधी परिवार को मॉडर्न डाकू की संज्ञा देते हुए दावा किया कि भ्रष्टाचार करने वाले जेल जाएंगे, जबकि राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने राबर्ट वाड्रा को भू माफिया बताया।

केंद्रीय मंत्री का आरोप

केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली के बहादुर शाह जफर मार्ग पर स्थित प्लॉट नंबर 5ए की बिल्डिंग में नेशनल हेराल्ड की कभी प्रेस चल ही नहीं रही थी, जबकि तत्कालीन कांग्रेस सरकार की ओर से प्रेस चलाने के लिए ही बहुत ही कम दर पर भूमि उपलब्ध कराई गई थी।

कांग्रेस नेताओं ने इन बिल्डिंग का निजी और व्यावसायिक उपयोग किया, कांग्रेस कार्यकर्ताओं सहित पूरे देश को धोखा दिया। उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा यह केस फाइल किए जाने पर कांग्रेस के नेता आरोप लगा रहे हैं कि यह मोदी सरकार की बदले की कार्रवाई है और केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। वह थोड़ा आत्ममंथन करें। कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को गुमराह कर रही है।

असल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अपनी पार्टी के नेतृत्व के खिलाफ प्रदर्शन करना चाहिए। नेशनल हेराल्ड केस 2012-13 के आसपास शुरू हुआ। इस मामले में भाजपा सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं था। अनुराग ठाकुर ने कहा कि नेहरू जी से लेकर राहुल गांधी तक सबने नेशनल हेराल्ड को मुद्रामोचक ही समझा। जिस साप्ताहिक का हिमाचल से कोई लेना देना नहीं था उसे विज्ञापन के रूप में हिमाचल सरकार ने करोड़ों के विज्ञापन दिए। यह सब पैसा किसकी जेब में गया।

एक-एक पाई वसूली जाएगी?

राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने हरियाणा के शिकोहपुर जमीन घोटाले मामले में राबर्ट वाड्रा और कांग्रेस की संलिप्तता को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी व प्रियंका गांधी इस मुद्दे पर चुप्पी तोड़ें। अगर किसानों की जमीन छीनी गई है तो उसे वापस दिलाया जाएगा, जनता की गाढ़ी कमाई को जिस नकली गांधी परिवार ने अपनी तिजोरी में भर लिया है, उसकी एक-एक पाई वसूल की जाएगी।

उन्होंने कहा कि यह ऐसा सौदा है, जिसमें चार महीने में 700 प्रतिशत का लाभ हुआ। जब एक अधिकारी ने इस लेन-देन पर सवाल उठाया और इसे गैरकानूनी बताया तो उसके खिलाफ ही कार्रवाई कर दी गई। इसी तरह भाजपा सांसद व प्रवक्ता संबित पात्रा ने नेशनल हेराल्ड मामले की बिंदुवार व्याख्या करते हुए दावा किया कि यह सिर्फ भ्रष्टाचार नहीं, बल्कि डकैती है। गांधी परिवार मॉडर्न डाकू है। गरीबों को लूटने वालों को जेल जाना ही पड़ेगा।

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Wedding Season: शादियों की बहार, होगा 2000 करोड़ का व्यापार; 14 अप्रैल से 8 जून तक 29 शुभ मुहूर्त

Dainik Jagran - April 17, 2025 - 8:07pm

नलिनी रंजन, पटना। एक महीने तक बंद रहे लग्न और शुभ कार्यों के बीच 14 अप्रैल से एक बार फिर से बाजार में रौनक देखने को मिल रही है। इस वर्ष शादियों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। इसके साथ ही बाजार का कारोबारी दायरा भी बढ़ने का अनुमान है।

जानकारों का कहना है कि दो साल तक सीमित दायरे में कारोबार हुआ। हालांकि, इस बार ज्वेलरी, कपड़ा और वाहन बाजार में 1500 करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है। लग्न के सीजन में अन्य सेगमेंट में भी 500 करोड़ रुपये का करोबार संभावित है।

कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के कोषाध्यक्ष प्रिंस कुमार राजू ने बताया कि लग्न के साथ-साथ अक्षय तृतीया होने के ज्वेलरी बाजार में बेहतर कारोबार की उम्मीद है। इसके साथ ही वाहन, कपड़ा, रियल इस्टेट, गल्ला कारोबार, बर्तन बाजार आदि सेक्टर में बेहतर कारोबार देखने को मिल रहा है।

मैरिज हॉल, होटल, पर्यटन, इवेंट, बैंड, ट्रेवल सेक्टर में भी खरीदारी देखने को मिल रहा है। विवाह और शुभ कार्यों को लेकर काफी बुकिंग देखने को मिल रहा है।

लहंगा, शेरवानी, शूट से लेकर बनारसी, कांजीवरम, जड़ीदार साड़ियाें की मांग

खेतान मार्केट शॉपकीपर एसोसिएशन के अध्यक्ष रामलाल खेतान ने बताया कि लग्न को देखते हुए कारोबार बेहतर दिख रहा है। लहंगा, शेरवानी, शूट से लेकर बनारसी, कांजीवरम एवं अन्य जड़ीदार साड़ियाें की अधिक डिमांड देखी जा रही है।

मीना बाजार एसोसिएशन के अध्यक्ष मो. इमरान ने बताया कि होली और ईद के मद्देनजर बहुत अच्छी दुकानदारी देखी गई थी। मुस्लिम समुदाय की शादियां शुरू हैं, अब 14 अप्रैल से हिंदू समुदाय में लग्न का दौर आरंभ हो गया है।

लग्न को लेकर कपड़ा की अधिक खरीदारी देखी जा रही है। इस कारण टेलर के यहां कपड़ा तैयार करने को लेकर अधिक डिमांड आ रहे हैं। इससे लोगों को समय पर कपड़ा तैयार कर देने के लिए काफी दवाब भी देखने को मिल रहा है।

ऑटोमोबाइल और ज्वेलरी सेक्टर में सबसे अधिक खर्च

लग्न में ऑटोमोबाइल और ज्वेलरी सेक्टर में अधिक खर्च दिख रहे हैं। लग्न को लेकर मनचाहे वाहनों के साथ-साथ दुल्हन को लेकर आभूषण की डिमांड सबसे अधिक है।

ऑटोमाेबाइल सेक्टर के विशेषज्ञ संदीप सरस ने बताया कि लग्न को लेकर इस तीन महीने में 1500 से 2500 दो पहिया वाहनों के बिक्री होने के अनुमान है, जबकि पांच से आठ सौ चार पहिया के बिक्री को लेकर दवाब है। इसके साथ ही मनपसंद चार पहिया को लेकर छह महीने की वेटिंग भी है।

20-25 प्रतिशत तक हो रहा डेस्टिनेशन वेडिंग

कोरोना काल के बाद डेस्टिनेशन वेडिंग का प्रचलन बढ़ा है। लोग सुविधा और सामर्थ के अनुसार देश-विदेश के चुनिदा शहर में वेडिंग के लिए जाते हैं।

बीआईए के उपाध्यक्ष सीए आशीष रोहतगी बताते है कि लोग रोमांटिक और विदेशी स्पॉट्स ही नहीं, प्राइवेट विला से लेकर सांस्कृतिक रूप से काफी समृद्ध शहरों में भी शादी को लेकर पहुंच रहे हैं।

गोवा, जयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, मसूरी और केरल जैसी शहर पसंदीदा पैलेस बनी हुई है। इसके अतिरिक्त महाबलीपुरम, शिरडी, नासिक, द्वारका, सुरत, बड़ौदा, नागपुर आदि भी पसंद वाले शहरों में शुमार है।

30-40 प्रतिशत बढ़ा है शादी का खर्च

बढ़ती महंगाई के कारण शादी के खर्च भी काफी बढ़े हैं। बीते दो वर्षों में खर्च 30-40 प्रतिशत तक बढ़े हैं। कारण है कि अब बगैर जीएसटी के कोई भी बुकिंग नहीं हो रहे हैं। इसके अतिरिक्त ज्वेलरी, वाहन और अन्य वस्तुओं के दाम में भी वृद्धि दर्ज की गई है।

सीए रश्मि गुप्ता बताती है कि शादी में आधी खर्च में ज्वेलरी, ऑटोमाेबाइल और दुल्हा-दुल्हन के उपहार शामिल है। 20 प्रतिशत खर्च मेहमान और घरवालों के कपड़ों पर खर्च होते हैं। 30 प्रतिशत खर्च भोजन, सजावट, फोटोग्राफी, इवेंट प्रबंधन व बुकिंग पर किए जा रहे हैं।

शादी के शुभ मूहुर्त
  • अप्रैल - 14,16,17,18,19, 20, 21, 29 व 30
  • मई - 1, 5, 6, 8, 10, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 27 व 28
  • जून - 2, 4, 5, 7 व 8

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वैवाहिक बंधन में बंधने जा रहे बीजेपी नेता दिलीप घोष, 61 साल की उम्र में रचाएंगे शादी

Dainik Jagran - National - April 17, 2025 - 7:44pm

राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। आखिरकार बंगाल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष अपने जीवन के 61वें वर्ष में शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं। पूर्व लोकसभा सदस्य और पूर्व विधायक घोष शुक्रवार को अपने न्यू टाउन स्थित आवास पर दुल्हन रिंकू मजूमदार के साथ सात फेरे लेंगे।

रिंकू भाजपा की दक्षिण कोलकताा की सक्रिय नेता और कार्यकर्ता हैं और दोनों की पहली मुलाकात पार्टी के कार्य के दौरान ही हुआ था। दिलीप के करीबी लोगों के अनुसार, पिछले लोकसभा चुनाव हार गए थे तो वे काफी उदास थे, तो रिंकू ही पहली व्यक्ति थीं जिन्होंने उन्हें प्रस्ताव दिया था कि वे साथ मिलकर परिवार शुरू करना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि अब उनके साथ कोई नहीं है। वह दिलीप के साथ रहना चाहती है।

मां के कहने पर शादी के लिए हुए राजी

अब तक कुवांरा रहे दिलीप ने पहले तो मना कर दिया था, लेकिन बाद में अपनी मां के आग्रह पर विचार कर सहमत हो गए। क्योंकि, छह महीने पहले भी उन्होंने शादी के बंधन में बंधने के बारे में नहीं सोचा था। लेकिन धीरे-धीरे उन्हें यह भी एहसास हुआ कि जीवन का यह चक्र भी पूरा होना चाहिए। तीन अप्रैल को ईडन में केकेआर का आइपीएल मैच देखना व्यावहारिक रूप से एक 'फिक्स डील' थी। उस दिन दिलीप, उनकी भावी पत्नी और भावी ससुराल वाले क्लब हाउस के बॉक्स नंबर 11 में बैठकर खेल देख रहे थे।

'मैं शादी क्यों नहीं कर सकता?'

दिलीप की शादी की खबर गुरुवार को मीडिया में फैलनी शुरू हुई। जब सीधे तौर पर पूछा गया तो दिलीप ने अपने चिरपरिचित अंदाज में कहा कि क्यों, क्या मैं शादी नहीं कर सकता? क्या शादी करना अपराध है? दिलीप ने हां या ना नहीं कहा। लेकिन जिस तरह उन्होंने 'हां' नहीं कहा, उसी तरह उन्होंने 'नहीं' भी नहीं कहा। इस खबर की सच्चाई जानने के लिए दिलीप से संपर्क किया गया लेकिन जवाब नहीं दिया। हालांकि, दिलीप के करीबी लोगों का कहना है कि हमेशा की तरह उन्होंने एक 'साहसिक' निर्णय लिया है। पार्टी के एक वर्ग ने उन्हें बधाई भी दी है।

दिलीप और रिंकी शुक्रवार को एक बहुत ही निजी समारोह में विवाह बंधन में बंध जाएंगे। क्योंकि दिलीप दिखावे में विश्वास नहीं रखते। इसलिए आमंत्रित लोगों की संख्या बहुत अधिक नहीं है। मुख्य रूप से दिलीप और रिंकू के करीबी रिश्तेदारों को ही आमंत्रित किया गया है। रिंकू तलाकशुदा गृहिणी है। एक बेटे की मां है। उनका बेटा सेक्टर पांच में आइटी क्षेत्र में काम करता है। संयोगवश रिंकू का बेटा भी तीन अप्रैल को ईडन गार्डन स्टेडियम के बाक्स में था।

मां के साथ रहते हैं दिलीप

दिलीप के करीबी सूत्रों के अनुसार, उनकी मां चाहती थीं कि दिलीप शादी कर लें और परिवार शुरू करें। फिर वह अपनी बहू के साथ कुछ समय बिता सकेंगे। दिलीप की मां उनके साथ रहती है। दिलीप का जीवन राजनीतिक है। आगामी विधानसभा चुनाव में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। भाजपा उन्हें फिर से विधानसभा चुनाव में उतार सकती है। अभियान के लिए उनकी जरूरत होगी।

परिणामस्वरूप, उन्हें पूरे राज्य का भ्रमण करना पड़ेगा। ऐसी स्थिति में, उनकी बुजुर्ग मां की देखभाल करने और उनका साथ देने के लिए किसी रिश्तेदार का होना जरूरी है। इसके अलावा दिलीप की मां को इस बात की भी चिंता है कि उनकी अनुपस्थिति में उनके बेटे 'नाडू' की देखभाल कौन करेगा। दिलीप पिछले साल साठ साल के हो गए थे।

दिलीप की शादी को लेकर तृणमूल नेता ने एक्स पर किया पोस्ट, दी बधाई

दिलीप घोष की शादी के संबंध में गुरुवार दोपहर तृणमूल नेता व प्रवक्ता कुणाल घोष ने एक्स पर लगातार दो पोस्ट किए। हालांकि, शुरू में कई लोगों को लगा कि शायद यह महज एक मजाक है, जैसा कि विपक्षी पार्टी के नेता अक्सर करते हैं। हालांकि बाद में कुणाल घोष मामला स्पष्ट कर दिया उन्होंने कहा कि दिलीप घोष कल यानी शुक्रवार को पारिवारिक स्तर पर पंजीकरण कराकर शादी कर रहे हैं। दुल्हन का नाम रिंकू मजूमदार है। वह दक्षिण कोलकाता की भाजपा नेता हैं।

कुणाल घोष ने आज अपने पहले पोस्ट में लिखा कि सूत्रों के मुताबिक क्या राज्य में भाजपा के कोई वरिष्ठ अविवाहित नेता कल शादी करेंगे?' क्या रजिस्ट्री हो रही है? क्या दुल्हन भाजपा कार्यकर्ता है? क्या पार्टी का एक वर्ग नेता का विरोध कर रहा है? किसी भी स्थिति में क्या वह पार्टी की राय को नजरअंदाज कर अपना निर्णय स्वयं लेंगे? अगर शादी कल होती है तो बधाई। यदि आप पार्टी के निषेध को स्वीकार करते हैं, तो यह अलग मामला है। इसके कुछ देर बाद उन्होंने फिर एक्स पर लिखा दिलीप घोष को व्यक्तिगत बधाई। इसमें राजनीति मत ढूंढें।

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Bluesmart Cab: ब्लूस्मार्ट इलेक्ट्रिक कैब सर्विस बंद, क्या बेरोजगार होंगे हजारों लोग? कंपनी ने क्यों लिया ये फैसला

Dainik Jagran - National - April 17, 2025 - 7:23pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।  इलेक्ट्रिक कैब सेवाएं मुहैया कराने वाली कंपनी ब्लूस्मार्ट की सर्विस पर रोक लगा दी गई  है। दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, बेंगलुरु सहित कई शहरों में अब लोग इस कैब सर्विस का यूज नहीं कर सकते।   लॉन फ्रॉड मामले में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) की कार्रवाई के बाद कंपनी ने अपनी सर्विस को बंद करने का फैसला किया है।

हजारों लोगों की आजीविका पर पड़ेगा असर

ब्लूस्मार्ट ने बुधवार शाम को बुकिंग लेनी बंद कर दी थी और बृहस्पतिवार को भी बुकिंग बंद रही। कंपनी के इस फैसले से हजारों ड्राइवर्स की आजीविका पर खतरा मंडरा रहा है। वहीं, सर्विस बंद होने की वजह से ग्राहकों को परेशानी भी हो रही है। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने अपनी परेशानी साझा की है।

कंपनी ने बिना कोई कारण बताए ग्राहकों को भेजे ईमेल में कहा, "हमने ब्लूस्मार्ट ऐप पर बुकिंग अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया है।"

बता दें कि इस हफ्ते की शुरुआत में सेबी ने दो भाइयों अनमोल और पुनीत जग्गी को शेयर बाजार से प्रतिबंधित करके उनकी सूचीबद्ध अक्षय ऊर्जा कंपनी जेनसोल की फोरेंसिक जांच का आदेश दिया था।

यूजर्स ने सर्विस बंद होने पर जताई चिंता

ब्लूस्मार्ट सर्विस बंद होने के बाद एक यूजर ने कमेंट करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा,"मुझे ब्लूस्मार्ट बहुत पसंद आया। वॉलेट में मौजूद पैसे से अधिक, मुझे वाहन चालकों की चिंता है, जो इस मामले के निपटने तक बेरोजगार रहेंगे।"

एक अन्य यूजर ने लिखा, "ब्लूस्मार्ट की सर्विस बंद होने से बहुत दुख हो रहा है। यह एकमात्र कैब सेवा थी जो वास्तव में सुरक्षित महसूस होती थी।साफ कारें, सम्मानजनक ड्राइवर। आधी रात में भी इस कैब का सर्विस का इस्तेमाल किया जा सकता था। 

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