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कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई को समन भेज सकती है SIT, पहले कई लोगों से हो चुकी है पूछताछ
आईएएनएस, गुवाहाटी। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई पाकिस्तान से संबंध के मुद्दे पर एसआईटी के सामने पेश होने को लेकर तैयार है। उन्होंने कहा कि मैंने कई बार कहा है कि मैं किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हूं।
उन्होंने कहा कि जब भी एसआइटी बुलाएगी, मैं जांच दल के समक्ष उपस्थित हो जाऊंगा। उन्हें मुझे कॉफी या चाय भी देने की जरूरत नहीं है।
दिल्ली और पंजाब में कई लोगों से पूछताछइससे पहले गौरव गोगोई और उनकी पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न गोगोई के पाकिस्तान से संबंधों की जांच के लिए असम पुलिस द्वारा गठित एसआईटी दिल्ली और पंजाब में कई लोगों से पूछताछ कर वापस आ गई है।
जांच दल ने हाल ही में एक पर्यावरण विज्ञानी और दिल्ली स्थित ब्रिटिश उच्चायोग के दो कर्मचारियों से पूछताछ की है और ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि गौरव गोगोई को भी पूछताछ के लिए एसआईटी की ओर से समन भेजा जाएगा।
पाकिस्तानी नागरिक अली का मामला- पुलिस के अनुसार, एसआईटी ने ब्रिटिश उच्चायोग के दो कर्मचारियों से पाकिस्तानी नागरिक अली तौकीर शेख के साथ उनके संबंधों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए पूछताछ की। तौकीर शेख का नाम सांप्रदायिक सद्भाव को अस्थिर करने में भूमिका के लिए असम पुलिस की प्राथमिकी में दर्ज किया गया है।
- शेख राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी अहम जानकारी हासिल करने में अपनी भूमिका के लिए जांच के घेरे में हैं। इस संबंध में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि एसआईटी को पाकिस्तानी नागरिक अली शेख से संबंधित महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले हैं।
दिल्ली से लखनऊ तक अमेजन-फ्लिपकार्ट के गोदामों में छापेमारी, BIS ने कई प्रोडक्ट किए जब्त
जेएनएन, नई दिल्ली। ई-कॉमर्स कंपनियों पर भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) की कार्रवाई की कंफेडेरशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने सराहना की है। बीआईएस ने अमेजन, फ्लिपकार्ट व बिग बास्केट जैसी प्रमुख ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के गोदामों में छापेमारी कर बिना बीआईएस मार्का के उत्पाद जब्त किए हैं।
इसके साथ ही कंपनियों को बगैर गुणवत्ता प्रमाण के उत्पाद बिक्री करने पर नोटिस भी जारी किया है। कैट के राष्ट्रीय महामंत्री व चांदनी चौक से संसद सदस्य प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि विदेशी पूंजी से संचालित ये ई-कॉमर्स कंपनियां बार-बार देश के कानूनों का उल्लंघन कर रही हैं।
अमेजन इंडिया ने जारी किया बयानउन्होंने क्विक कॉमर्स कंपनियों पर भी नियमों के उल्लंघन और देश के छोटे व्यापारियों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। वह जल्द ही इन गड़बड़ियों को लेकर केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी से भी मुलाकात कर उनसे ठोस नीतियों और सख्त नियमों को लागू करने की मांग करेंगे।
एएनआई के अनुसार, अमेजन इंडिया ने बयान जारी कर कहा कि वह अपने ग्राहकों के लिए सुरक्षित चयन बनाए रखने के लिए कार्रवाई कर रहा है, जिसमें गैर-अनुपालन वाले उत्पादों को हटाना भी शामिल है। सुनिश्चित करते हैं कि हमारा चयन उद्योग-स्वीकृत मानकों को पूरा करता हो। असुरक्षित उत्पादों को सूचीबद्ध होने से रोकने के लिए अभिनव उपकरण विकसित कर रहे हैं।
गुरुग्राम, दिल्ली और लखनऊ में चला अभियान- विदित हो कि बीआईएस ने लखनऊ, गुरुग्राम और दिल्ली जैसे शहरों में तलाशी और जब्ती अभियान चलाया। लखनऊ में एक एमेजोन गोदाम में 7 मार्च को की गई छापेमारी में 215 खिलौने और 24 हैंड ब्लेंडर जब्त किए।
- इससे पहले, फरवरी में गुरुग्राम में एक अमेजन गोदाम से 58 एल्यूमीनियम पन्नी, 34 धातु की पानी की बोतलें, 25 खिलौने, 20 हैंड ब्लेंडर, 7 पीवीसी केबल, दो फूड मिक्सर और एक स्पीकर जब्त किए गए थे। सभी गैर-प्रमाणित पाए गए थे।
- गुरुग्राम में फ्लिपकार्ट के गोदाम पर छापेमारी में, बीआईएस ने 534 स्टेनलेस स्टील की बोतलें (वैक्यूम इंसुलेटेड), 134 खिलौने और 41 अप्रमाणित स्पीकर जब्त किए। जब्त सामानों में डिजीस्मार्ट, एक्टिवा, इनालसा, सेलो स्विफ्ट और बटरफ्लाई जैसे ब्रांड शामिल हैं।
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चंद्रयान-5 मिशन को केंद्र सरकार की मंजूरी, ISRO ने बताया आगे का प्लान; जानिए क्यों खास है ये प्रोजेक्ट
पीटीआई, चेन्नई। इसरो के अध्यक्ष वी. नारायणन ने रविवार को कहा कि केंद्र सरकार ने चंद्रमा का अध्ययन करने के लिए महत्वाकांक्षी चंद्रयान-5 मिशन को हाल ही में मंजूरी दी है। नारायणन ने एक कार्यक्रम में कहा कि चंद्रयान-5 मिशन के तहत चंद्रमा की सतह का अध्ययन करने के लिए 250 किलोग्राम का रोवर ले जाया जाएगा।
चंद्रयान-3 मिशन में 25 किलोग्राम का रोवर प्रज्ञान चंद्रमा पर गया था। चंद्रयान मिशन के तहत चंद्रमा की सतह का अध्ययन किया जा रहा है। 2008 में सफलतापूर्वक प्रक्षेपित चंद्रयान-1 ने चंद्रमा का रासायनिक, खनिज और फोटो-भूवैज्ञानिक डाटा जुटाया था। 2019 में लांच किया गया चंद्रयान-2 मिशन 98 प्रतिशत सफल रहा।
चंद्रयान मिशनों पर डाला प्रकाशइसरो प्रमुख नारायणन ने कहा कि चंद्रयान-2 पर लगा हाई रिजोल्यूशन कैमरा अभी भी सैकड़ों तस्वीरें भेज रहा है। चंद्रयान-3 मिशन का उद्देश्य चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित लैंडिंग और रोवर की क्षमता का प्रदर्शन करना है।
चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम ने 23 अगस्त 2023 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग की थी। चंद्रयान-4 मिशन को 2027 में प्रक्षेपित किये जाने की उम्मीद है। इसका उद्देश्य चंद्रमा से एकत्रित नमूने लाना है।
नारायणन ने कहा, तीन दिन पहले ही हमें चंद्रयान-5 मिशन के लिए मंजूरी मिली है। हम इसे जापान के सहयोग से पूरा करेंगे। इसरो की भावी परियोजनाओं के बारे में नारायणन ने कहा कि गगनयान सहित विभिन्न मिशनों के अलावा भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने की योजना पर भी काम चल रहा है।
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'वक्फ संशोधन विधेयक पर मुस्लिम समाज में भ्रम', किरेन रिजिजू बोले- हिंदुस्तान कानून से चलता है
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक पर मुस्लिम समाज में भ्रम फैलाया जा रहा है। लाउडस्पीकर से गली-गली में गलत संदेश दिया जा रहा है कि सरकार वक्फ की जमीनें छीन लेगी, कब्रगाहों पर कब्जा कर लेगी। यह सारी गलत बातें हैं।
केंद्रीय मंत्री का यह रुख सोमवार को जंतर-मंतर पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के धरना-प्रदर्शन से पहले आया है। रिजिजू रविवार को इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में दिल्ली भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की ओर से आयोजित रोजा इफ्तार पार्टी से इतर पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
विपक्ष पर झूठ फैलाने का आरोपउन्होंने कहा कि हिंदुस्तान कानून से चलता है। कैसे कोई किसी की जमीन छिन सकता है? फिर भी अगर सरकार कुछ गलती करती है तो न्यायालय है। उन्होंने विपक्ष पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया। कहा कि उनका काम विरोध करना है, लेकिन झूठ तो न बोलें।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार यह कानून मुस्लिम समाज की भलाई के लिए लाई है। वैश्विक स्तर पर देश में सर्वाधिक वक्फ की जमीन है, सरकार की जिम्मेदारी है कि उसका फायदा समाज को मिले। कहा कि जेपीसी पर सभी सवालों का जवाब दिया गया है। जब यह कानून संसद में आएगा तो एक-एक बात का जवाब दूंगा।
विपक्षी पार्टियों को भी निमंत्रण- उधर, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के एक पदाधिकारी ने बताया कि सोमवार को प्रदर्शन में जमीयत उलेमा-ए-हिंद, जमात-ए- इस्लामी, जमीयत अहले हदीस व ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल जैसे धार्मिक संगठन भाग लेंगे।
- इसी तरह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, विपक्ष के नेता राहुल गांधी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, राजद से मनोज झा, आप से संजय सिंह समेत डीएमके, एआईएमआईएम, तृणमूल कांग्रेस अन्य विपक्षी दलों को भी आमंत्रित किया गया है। कहा कि प्रदर्शन में केंद्र सरकार के विरुद्ध आगे के आंदोलन की घोषणा होगी।
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'भारत की कोशिश में चीन डाल रहा बाधा', आर्मी चीफ का बड़ा दावा; बोले- अगर जनरल बिपिन रावत होते तो...
एएनआई, नई दिल्ली। थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि चीन का एक प्रमुख आर्थिक और सामरिक शक्ति के रूप में उदय भारत के 'ग्लोबल साउथ का स्वाभाविक नेता' बनने के प्रयास में बाधा डालता है। साथ ही भविष्य के शक्ति केंद्र के रूप में अफ्रीका की संभावनाओं पर विचार करने की भारत को जरूरत है।
उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा में उभरती प्रौद्योगिकियों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 'तकनीकी कौशल' संघर्ष रोकने की नई मुद्रा बन गया है और 'डाटा' व्यापार एवं सुरक्षा की नई राजधानी बन गया है।
बिपिन रावत की स्मृति में कार्यक्रमवह रविवार को नई दिल्ली में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत की स्मृति में 'उभरते वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य में बदलते प्रतिमान' विषय पर आयोजित चौथे व्याख्यान में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा का मतलब युद्ध छेड़ने और युद्ध को रोकने की समग्र क्षमता है।
जनरल द्विवेदी ने कहा, 'स्वस्थ सैन्य-नागरिक समन्वयन, आत्मनिर्भर रक्षा औद्योगिक आधार, राष्ट्रीय स्तर पर दोहरे उपयोग वाली संपत्तियां, समय-सीमा के बारे में अच्छी तरह से सूचित और सशक्त निर्णयकर्ता और नागरिक योद्धाओं के लिए समावेशी दृष्टिकोण महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।'
भारत के तालमेल के महत्व के बारे में भी बात की- उन्होंने कहा, 'मैं कभी-कभी यह सोचता हूं कि अगर जनरल रावत को सुरक्षा बलों की केंद्रीयता में उभरते सुरक्षा प्रतिमान में भारत की परिकल्पित भूमिका पर हमें कुछ दिशा-निर्देश देना होता तो वह हमें क्या कहते। उपनिवेशवाद विरोधी सहयोगी देश बहु-विश्व व्यवस्था के हिमायती हैं और राष्ट्रों का एक साथ आना संघर्ष को रोकने में मदद करता है। इसलिए हम शंघाई सहयोग संगठन, ब्रिक्स, बिम्सटेक, हिंद महासागर क्षेत्रीय संघ आदि जैसे सभी ढांचों का हिस्सा बनें।'
- जनरल द्विवेदी ने ग्लोबल साउथ में अपने साझेदारों के साथ भारत के तालमेल के महत्व के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, 'ग्लोबल साउथ के प्रतिनिधियों को शामिल करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार करें। वार्ताकार या मध्यस्थ के रूप में संघर्ष समाधान में सक्रिय भूमिका निभाएं।
- कहा कि 'मानवीय मदद के लिए दुनिया भर में भारतीय प्रवासियों की सकारात्मक ताकत का उपयोग करें। वैश्विक वाणिज्य के लिए एक साझा मंच साझा करें, ग्लोबल साउथ के उद्भव को सक्षम करें, बेहतर सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए वंचितों के साथ अतिरिक्त संसाधनों को साझा करने में अग्रणी बनें।'
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गुजरात में कैसे भड़के थे दंगे? पीएम मोदी ने सुनाया पूरा घटनाक्रम, कहा- केंद्र की सत्ता में बैठे लोग चाहते थे कि...
पीटीआई, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि गुजरात में 2002 में गोधरा कांड के बाद हुए दंगों को लेकर एक झूठी कहानी गढ़ने का प्रयास किया गया था और केंद्र की सत्ता में बैठे उनके राजनीतिक विरोधी चाहते थे कि उन्हें सजा मिले। लेकिन, अदालतों ने उन्हें निर्दोष साबित किया।
अमेरिका के जाने-माने पॉडकास्टर लेक्स फ्रीडमैन के साथ एक पॉडकास्ट में मोदी ने कहा कि यह धारणा गलत सूचना फैलाने का एक प्रयास था कि 2002 के दंगे गुजरात में अब तक के सबसे बड़े दंगे थे। हालांकि, अगर आप 2002 से पहले के आंकड़ों की समीक्षा करेंगे तो पाएंगे कि गुजरात में लगातार दंगे हुए।
गुजरात दंगों का किया जिक्रउन्होंने कहा कि कहीं-कहीं तो लगातार कर्फ्यू लगाया जाता था। 1969 में गुजरात में दंगे छह महीने से ज्यादा समय तक चले थे। मोदी ने कहा कि गोधरा ट्रेन अग्निकांड उनके गुजरात विधानसभा का सदस्य चुने जाने के मुश्किल से तीन दिन बाद हुआ। यह अकल्पनीय त्रासदी थी, लोगों को जिंदा जला दिया गया।
मोदी ने कहा कि कंधार विमान अपहरण, संसद पर हमला या यहां तक कि 9/11 जैसी घटनाओं की पृष्ठभूमि में आप कल्पना कर सकते हैं और फिर इतने सारे लोगों को मार दिया गया और जिंदा जला दिया गया। आप कल्पना कर सकते हैं कि स्थिति कितनी तनावपूर्ण और अस्थिर थी।
राजनीतिक विरोधियों पर लगाए आरोप- पीएम ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं होना चाहिए। हम भी ऐसा ही चाहते हैं। हर कोई शांति चाहता है। उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री रहे मोदी ने कहा कि गोधरा में हुई बड़ी घटना चिंगारी फैलने का केंद्र बिंदु थी और फिर हिंसा हुई। गोधरा मामले को लेकर फर्जी विमर्श गढ़ा गया। लेकिन, अदालतों ने मामले की पूरी तरह से जांच की और हमें पूरी तरह से निर्दोष पाया।
- प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हिंसा हुई तब उनके राजनीतिक विरोधी केंद्र की सत्ता में थे और चाहते थे कि इन आरोपों पर मुझे दंडित किया जाए। वे हमें सजा मिलते देखना चाहते थे। उनके अथक प्रयासों के बावजूद न्यायपालिका ने दो बार सावधानीपूर्वक स्थिति का विश्लेषण किया और अंतत: हमें पूरी तरह से निर्दोष पाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि गुजरात, जहां लगभग हर साल हिंसा होती थी, वहां 2002 के बाद से दंगे नहीं हुए हैं।
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जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत की तरफ से शांति के हर प्रयास का जवाब पाकिस्तान ने शत्रुता और विश्वासघात से दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि उसे सद्बुद्धि आएगी और वह शांति का मार्ग अपनाएगा। अमेरिका के मशहूर पॉडकास्ट होस्ट लेक्स फ्रिडमैन के साथ तीन घंटे लंबे पॉडकास्ट में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं पर बात करने के साथ ही अपने कूटनीतिक सोच को भी बेहिचक विश्व के सामने रखा।
खास तौर पर भारत-चीन के रिश्तों पर पीएम मोदी के शब्द शांति-सुलह के संदेश की बड़ी लकीर खींचते दिखाई दिए। दोनों देशों के गहरे सांस्कृतिक संबंधों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि परिवार की तरह ही मतभेद भी होते हैं। यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं कि ये मतभेद विवाद में न बदल जाएं।
चीन के साथ बेहतर रिश्तों की उम्मीदसाथ ही कहा कि 21वीं सदी एशिया की सदी है। भारत और चीन के बीच अच्छे संबंध न केवल लाभदायक हैं, बल्कि वैश्विक स्थिरता और समृद्धि के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कूटनीति से जुड़े प्रश्नों पर खुलकर बात करते हुए कहा कि भारत और चीन के बीच संबंधों को संभालने में संवाद ही प्राथमिक दृष्टिकोण है।
जब प्रश्न पाकिस्तान का आया तो प्रधानमंत्री मोदी ने कड़वे अनुभव साझा करते हुए सख्त रुख दिखाया। कहा कि दुनिया को अब इस बात पर कोई संदेह नहीं है कि आतंक की जड़ें कहां हैं। पाकिस्तान आतंक का केंद्र बन गया है, जिससे न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया को भारी पीड़ा हो रही है। उन्होंने शांति स्थापित करने के लिए भारत के कई प्रयासों पर प्रकाश डाला।
पाकिस्तान पर साधा निशाना- लाहौर की अपनी यात्रा से लेकर अपने शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को आमंत्रित करने तक का उल्लेख करते हुए बोले कि सुलह के हर प्रयास का नकारात्मक परिणाम मिला। प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के लोग हिंसा और भय से मुक्त भविष्य के हकदार हैं। पाकिस्तान अपनी गलतियों से सीखे और सही रास्ता चुने।
- पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अपनी दोस्ती पर भी बात की। कहा कि ट्रंप का अमेरिका फर्स्ट दृष्टिकोण उनके अपने राष्ट्र प्रथम और भारत प्रथम के दर्शन से मेल खाता है। इससे दोनों नेताओं के बीच स्वाभाविक तालमेल को बढ़ावा मिलता है। साथ ही कहा कि विभिन्न मंचों पर उनकी सराहना करना ट्रंप की उदारता है। ट्रंप के लिए अमेरिका पहले है और मोदी के लिए हमेशा भारत पहले है। ट्रंप अपने मौजूदा कार्यकाल में अत्यधिक केंद्रित दिखाई देते हैं और उन्होंने एक मजबूत टीम बनाई है, जिसके साथ उन्हें मिलने का अवसर भी मिला।
- कूटनीति पर बात करने के साथ ही पीएम मोदी ने भारत की आंतरिक राजनीति और यहां के हालात पर भी बात की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से रिश्तों की चर्चा के दौरान उन्होंने इसे अपना सौभाग्य बताया कि इस स्थायी विरासत का हिस्सा बने। कहा कि उन्हें अपने जीवन का उद्देश्य और निस्वार्थ सेवा के मूल्य आरएसएस से मिले।
वैश्विक स्तर पर बड़े पैमाने पर आरएसएस की भूमिका की सराहना भी की। वामपंथी श्रमिक संघों और आरएसएस से जुड़े श्रमिक संघों के बीच अंतर को भी अपने शब्दों में समझाया। इसके अलावा इस बात को स्वीकार किया कि भले ही वह गलती कर सकते हैं, लेकिन वह कभी गलत इरादे से काम नहीं करेंगे। उनका हर कार्य राष्ट्र की सेवा करने की सच्ची इच्छा से प्रेरित होता है।
वहीं, किसी का नाम लिए बिना इंगित किया कि सार्थक बहस की जगह बिना शोध या तथ्यों के लगाए गए निराधार आरोपों ने ले ली है। कुछ व्यक्ति विशिष्ट एजेंडे और गलत इरादे से काम करते हैं। लोगों को गुमराह करने के लिए गलत सूचना का इस्तेमाल करते हैं। इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने वैश्विक मंच पर भारत की मजबूत आवाज, रूस और यूक्रेन से हुए संवाद और शांति की अपील के साथ-साथ गोधरा कांड जैसे कई विषयों पर भी बात की।
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Podcast रिकॉर्ड करने से पहले अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन ने 45 घंटे का रखा था उपवास, पीएम मोदी भी हुए हैरान
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उपवास के बारे में तो सार्वजनिक है लेकिन अनोखी बात यह रही कि अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन ने भी प्रधानमंत्री के इंटरव्यू से पहले 45 घंटे का उपवास रखा था। लेक्स के साथ चर्चा में पीएम उस समय हैरान रह गए जब लेक्स ने बताया कि उन्होंने उपवास पर सवाल पूछने के लिए खुद 45 घंटों का उपवास रखा है।
पीएम मोदी ने कहा कि उपवास सिर्फ भोजन छोड़ना नहीं है बल्कि ये एक वैज्ञानिक प्रक्रिया है और यह पारंपरिक और आयुर्वेदिक प्रथाओं से जुड़ा है। हमारे धर्म शास्त्रों में शरीर, मन, बुद्धि, आत्मा और मनुष्य तत्व को किस प्रकार से ऊंचाई पर ले जाया जाए, इन सारे विषयों की व्याख्या की गई है। कुछ परंपराएं भी हैं। इन्हीं में से एक है उपवास। ज्यादातर लोगों को लगता है कि उपवास का मतलब सिर्फ खाना छोड़ देना है लेकिन ऐसा नहीं है।
पीएम मोदी ने बताया उपवास कैसे करते हैं
पीएम ने बताया कि वह जून से अक्टूबर माह तक करीब साढ़े चार महीने का चातुर्मास रखते है। जिसमें वह पूरे दिन भर में एक बार ही भोजन करते है। वहीं नवरात्र के नौ दिनों में वह दिन भर में कोई एक फल एक बार ही लेते है। लेकिन उपवास रखने से पहले खुद को अच्छी तरह से हाइड्रेट (पूरी तरह तरल पदार्थ) कर लेता हूं।
लेक्स ने पूछा उपवास के बीच किसी देश की यात्रा भी आपने की। इस पर पीएम मोदी ने बताया कि एक बार वह उपवास के दौरान अमेरिका की यात्रा पर थे। तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ उनकी बैठक थी। जिसमें डिनर भी था। जब उन्हें बताया गया कि मैं उपवास पर हूं तो वे परेशान हुए। दोबारा जब अमेरिका गए तो उन्होंने कहा कि इस बार तो आपको पिछली बार का हिस्सा भी खाना होगा।
ध्यान और गायत्री मंत्र के गिनाए फायदे
पीएम ने चर्चा के दौरान ध्यान और गायत्री मंत्र के फायदे गिनाए और बताया कि गायत्री मंत्र सूर्य की उपासना का मंत्र है। हिंदू पूजा पद्धति प्रकृति और वैज्ञानिक सोच से जुड़ी हुई है। इससे मन और मस्तिष्क दोनों को नई ऊर्जा मिलती है। लेक्स ने इस दौरान पीएम को गायत्री मंत्र और ओम शांति-ओम शांति के मंत्र भी सुनाए। साथ ही पीएम से पूछा भी क्या उन्होंने सही पढ़ा। पीएम ने कहा कि आप काफी करीब थे।
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मेडिकल के क्षेत्र में भी AI करेगा कमाल, पांच बूंद खून से उम्र का लगेगा अनुमान; विकसित हुआ नया मॉडल
आईएएनएस, नई दिल्ली। अब केवल पांच बूंद खून से पता चल जाएगा कि किसी व्यक्ति की उम्र कितनी है। जापान के ओसाका विश्वविद्यालय के विज्ञानियों ने उम्र का अनुमान लगाने के लिए नया एआई मॉडल विकसित किया है।
यह मॉडल जन्म से लेकर अब तक के वर्षों की गिनती करने के बजाय यह मापता है कि समय के साथ शरीर में क्या बदलाव हुए हैं। इस नए तरीके में खून की सिर्फ पांच बूंदों का उपयोग करके 22 प्रमुख स्टेरायड और उनके असर का विश्लेषण किया जाता है।
स्वास्थ्य प्रबंधन की दिशा में बड़ी उपलब्धिसाइंस एडवांसेज में प्रकाशित यह अध्ययन स्वास्थ्य प्रबंधन की दिशा में बड़ी उपलब्धि है। इससे आयु-संबंधी स्वास्थ्य जोखिमों का पहले ही पता लगाया जा सकेगा और उनके अनुरूप इलाज संभव हो सकेगा।
अध्ययन के लेखक डॉ. कियुई वांग ने कहा कि हमारा शरीर होमियोस्टेसिस बनाए रखने के लिए हार्मोनों पर निर्भर करता है, इसलिए हमने सोचा कि क्यों न इन्हें उम्र बढ़ने के प्रमुख संकेतकों के रूप में उपयोग किया जाए? टीम ने स्टेरायड हार्मोन पर गौर किया, जो मेटाबोलिज्म, इम्यून सिस्टम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
रिसर्च में मिले चौंकाने वाले निष्कर्षहोमियोस्टेसिस का मतलब है शरीर में संतुलित अवस्था को बनाए रखना। यह जीवित रहने और सही ढंग से काम करने के लिए जरूरी है। टीम ने डीप न्यूरल नेटवर्क (डीएनएन) माडल विकसित किया है। अध्ययन के सबसे चौंकाने वाले निष्कर्षों में से एक कार्टिसोल है, जो एक स्टेरायड हार्मोन है जो आमतौर पर तनाव से जुड़ा होता है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि जब जैविक आयु लगभग 1.5 गुना बढ़ती है तो कार्टिसोल का स्तर दोगुना हो जाता है। इससे पता चलता है कि दीर्घकालिक तनाव जैव-रासायनिक स्तर पर उम्र बढ़ने को तेज कर सकता है।
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'कांग्रेस के डीएनए में है आपातकाल', यू-ट्यूबर्स को धमकी देने के मामले में सीएम रेवंत पर हमलावर BJP
एएनआई, विजयवाड़ा। यू-ट्यूबर्स को कथित तौर पर धमकी देने के मामले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की कड़ी आलोचना करते हुए भाजपा ने कांग्रेस पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और मीडिया के अधिकारों पर हमला करने का आरोप लगाया। पार्टी ने कहा कि कांग्रेस के डीएनए में ही 'आपातकाल' है।
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने तेलंगाना में हुई एक हालिया घटना का जिक्र किया, जहां कथित तौर पर किसानों की दुर्दशा को उजागर करने के बाद एक महिला पत्रकार को गिरफ्तार कर लिया गया था। उन्होंने कहा, ''जब वह किसानों की आवाज बनीं, तो कांग्रेस ने उन पर हमला किया।''
"कांग्रेस के मुख्यमंत्री (रेवंत रेड्डी) धमकी दे रहे हैं। कह रहे हैं कि ये यू-ट्यूबर्स कौन हैं? ये पत्रकार नहीं हैं। वे अपशब्द कहेंगे और मैं उनके कपड़े उतार दूंगा, उन्हें अपमानित करूंगा, उन्हें पीटूंगा, उन्हें सड़कों पर घुमाऊंगा।" शहजाद पूनावाला, भाजपा प्रवक्ता
अमित मालवीय और सुधांशु त्रिवेदी ने भी उठाए सवाल
उन्होंने सवाल किया कि क्या यह कांग्रेस के मुख्यमंत्री की भाषा है? पार्टी ने तेलंगाना में जातिगत सर्वेक्षण का विश्लेषण करने वाले विशेषज्ञ समूह में फ्रेंच अर्थशास्त्री थामस पिकेटी को शामिल करने की भी आलोचना की। पार्टी नेता अमित मालवीय और सुधांशु त्रिवेदी ने सवाल किया कि क्या प्रदेश सरकार को इस काम को करने के लिए कोई योग्य भारतीय विशेषज्ञ नहीं मिला।
Which legal provision grants the Telangana Chief Minister the right to strip people naked and parade them publicly? If someone makes an offensive remark, there are legal remedies to address it. The law of the land must always prevail. This is an abusive and inappropriate… pic.twitter.com/hxu8qRpmKz
— Amit Malviya (@amitmalviya) March 16, 2025मालवीय ने कहा कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस अभी भी जार्ज सोरोस के प्रभाव में है और देश के सामाजिक सद्भाव को खतरे में डालने वाले मार्ग का अंधानुकरण कर रही है। सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस से संवेदनशील जाति आंकड़ों के विश्लेषण में एक विदेशी को शामिल करने के अपने निर्णय के बारे में स्पष्टीकरण मांगा।
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बेंगलुरु की होली पार्टी में खूनी खेल, नशे में धुत युवक ने महिला पर किया कमेंट तो हुआ बवाल; हाथापाई में 3 की मौत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। होली के दिन देश के कई हिस्सों से हिंसा और घटना की खबर सामने आई है। इसी कड़ी में कर्नाटक के बेंगलुरु से एक घटना सामने आई है, जहां होली की पार्टी के बाद तीन लोगों की मौत हो गई। नशे में धुत लोगों के एक समूह के बीच हुई लड़ाई में तीन लोगों की मौत होने की खबर सामने आई है।
कैसे घटी घटना?
अधिकारियों ने बताया, अनेकल में रह रहे बिहार के एक ही गांव के छह मजदूरों के बीच एक महिला के बारे में अनुचित टिप्पणी को लेकर बहस शुरू हो गई थी।
ये सभी लोग एक निर्माणाधीन इमारत में पार्टी कर रहे थे। इन लोगों ने लड़ाई के दौरान लकड़ी के डंडे और लोहे की छड़ों का भी इस्तेमाल किया था।
अपार्टमेंट और आसपास मिले शव
इनके बीच हुई लड़ाई के बाद तीन लोग खून से लथपथ मिले थे। पहला शव अपार्टमेंट के रास्ते से बरामद किया गया, जबकि दूसरा एक कमरे के अंदर और तीसरा अपार्टमेंट के बाहर मिला।
दो की तलाश है जारी
दो लोगों की पहचान 22 वर्षीय अनसू और 23 वर्षीय राधे श्याम के रूप में हुई है, जबकि तीसरे पीड़ित की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। इसके साथ ही एक घायल व्यक्ति को पुलिस हिरासत में ले लिया गय है और दो अन्य लोगों की तलाश जारी है।
'बर्बरता से भी बदतर', पोस्ट की वजह से कांग्रेस प्रवक्ता की गिरफ्तार पर बवाल; जयराम रमेश पर CM हिमंत ने किया पलटवार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। असम कांग्रेस यूनिट के प्रवक्ता रीतम सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया था, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। अब इस गिरफ्तारी के बाद से राज्य में कांग्रेस और भाजपा एक बार फिर आमने-सामने आ गई है।
रीतम सिंह ने एक पूर्व राज्य प्रमुख और दो मौजूदा विधायकों सहित तीन वरिष्ठ भाजपा नेताओं के खिलाफ दर्ज मामलों की स्थिति के बारे में पूछताछ के लिए एक्स पर पोस्ट किया था। इस पोस्ट के बाद उन पर एक्शन लिया गया। कांग्रेस ने इस एक्शन को बर्बरता से भी बदतर बताया है।
क्या है मामला?
धेमाजी जिले में 2021 में बलात्कार के एक मामले में अदालत द्वारा तीन व्यक्तियों को दोषी ठहराए जाने के बारे में एक समाचार रिपोर्ट के साथ एक्स पर रीतम सिंह ने एक पोस्ट किया था।
उनके इस पोस्ट के बाद बीजेपी विधायक मनाब डेका की पत्नी ने शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद गुवाहाटी पुलिस की सहायता से लखीमपुर जिला पुलिस ने रीतम सिंह को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया था।
कांग्रेस ने की आलोचना
रीतम सिंह की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने कहा, "बिल्कुल उचित सोशल मीडिया पोस्ट के लिए मेरे युवा सहयोगी रीतम सिंह की गिरफ्तारी अत्याचारी मुख्यमंत्री से भी बदतर है।" जयराम रमेश ने इस पोस्ट में सीएम हिमंता बिस्वा सरमा को भी टैग किया था।
जयराम रमेश को सीएम हिमंत का जवाब
जयराम रमेश के पोस्ट पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने लिखा, "सर, यह मामला एक दलित महिला के जाति-आधारित अपमान से संबंधित है। अगर आप एक दलित महिला के पति को बलात्कारी कहने को 'बिल्कुल उचित सोशल मीडिया पोस्ट' के रूप में ठहराते हैं, तो यह बताता है कि आप लोग कांग्रेस पार्टी को किस दिशा में ले गए हैं।"
Sir, this case pertains to a caste-based insult directed at a Dalit woman. If you justify calling the husband of a Dalit woman a rapist as a ‘perfectly reasonable’ social media post, it speaks volumes about the direction in which you people have taken the Congress party. But,… https://t.co/ChKRZnuDrt
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) March 15, 2025सीएम हिमंत ने आगे लिखा, "लेकिन आप सिर्फ इंतजार कीजिए, अभी बड़े खुलासे होने बाकी हैं। सितंबर तक आपके वरिष्ठ नेता की आईएसआई और पाकिस्तान के साथ सांठगांठ का पर्दाफाश भी हो जाएगा।"
गौरव गोगोई ने बीजेपी पर साधा निशाना
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गौरव गोगोई ने दावा किया कि कांग्रेस के नेता की गिरफ्तारी को लेकर कोई वारंट या नोटिस नहीं दिया गया था। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि उनके सहयोगी को उस दिन पुलिस ने घसीटा था जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्य में थे।
गौरव गोगोई ने कहा, "लखीमपुर पुलिस की एक टीम कांग्रेस प्रवक्ता रीतम सिंह को हिरासत में लेने के लिए गुवाहाटी पहुंची। जब मैं उनके घर पहुंचा, तो मैंने देखा कि कैसे उन्हें बेरहमी से घसीटा गया और मुझसे बात करने की इजाजत नहीं दी गई। बार-बार कहने के बावजूद भी मुझे उनसे बात नहीं करने दिया गया।"
मार्च से पड़ने लगी भीषण गर्मी, ओडिशा से लेकर झारखंड तक तपने लगी धरती; इस राज्य में 42 डिग्री पहुंचा पारा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि गर्मी की शुरुआत होते ही पूर्वी और पश्चिमी भारत में असामान्य तरीके से भीषण गर्मी की स्थिति पैदा हो गई है और कई क्षेत्रों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तक पहुंच गया। अगर हम पिछले साल के बारे में बात करें, तो ऐसी गर्मी अप्रैल महीने की शुरुआत में दर्ज की गई थी।
भीषण गर्मी वाले क्षेत्रों में विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, ओडिशा, सौराष्ट्र, कच्छ, तेलंगना और रायलसीमा शामिल हैं। ओडिशा के झारसुगुड़ा में शुक्रवार को देश का सबसे अधिकतम तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शनिवार को ओडिशा के ही बौध में देश का सबसे अधिक तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
IMD के अधिकारी ने दी जानकारी
आईएमडी के एक अधिकारी ने बताया, "अभी भीषण गर्मी आने में थोड़ा समय है। लेकिन कभी-कभी कुछ वर्षों में हमें मार्च में ऐसे पैटर्न देखने को मिलते हैं। ऐसे पैटर्न आमतौर पर अप्रैल और मई में देखने को मिलते हैं। बता दें, पिछले साल ओडिशा में पहली भीषण गर्मी 5 अप्रैल को दर्ज की गई थी।"
अगर दिल्ली की बात करें, तो सफदरजंग इलाके में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस साल के इस समय के लिए सामान्य से 7.1 डिग्री अधिक है। हालांकि, होली की शाम हुई बारिश ने तापमान में गिरावट ला दी। शनिवार को अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 4.1 डिग्री अधिक था।
आईएमडी ने दी चेतावनी
- बेमौसम गर्मी मुख्य रूप से "मध्य भारत के ऊपर एक बड़े उच्च दबाव वाले क्षेत्र" के कारण हो रही है।
- 18 मार्च तक ओडिशा में तथा 17 मार्च तक सौराष्ट्र और कच्छ में भीषण लू की स्थिति जारी रहने की संभावना है।
- 16 मार्च को झारखंड, पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी क्षेत्र, छत्तीसगढ़, विदर्भ और उत्तरी तेलंगाना में तथा 18 और 19 मार्च को उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में भी लू की स्थिति रहने की संभावना है।
कहां है कैसा तापमान?
- विदर्भ के कई स्थानों और मध्य महाराष्ट्र, ओडिशा, सौराष्ट्र, कच्छ, तेलंगाना और रायलसीमा में अलग-अलग स्थानों पर अधिकतम तापमान 40-42 डिग्री सेल्सियस के बीच है।
- गुजरात और मध्य प्रदेश के कई स्थानों और छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में कुछ स्थानों पर 38-40 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान दर्ज किया गया है।
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, विदर्भ और गंगीय पश्चिम बंगाल में अलग-अलग स्थानों पर वर्तमान तापमान सामान्य से काफी ऊपर (5.1 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक) है।
- पश्चिमी मध्य प्रदेश और गुजरात के अधिकांश स्थानों पर; पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश और मराठवाड़ा के कई स्थानों पर; तथा मध्य महाराष्ट्र के कुछ स्थानों पर सामान्य से काफी अधिक तापमान (3.1°C से 5°C) दर्ज किया जा रहा है।
- 18 मार्च तक ओडिशा के कुछ इलाकों में रात में गर्म मौसम रहने की संभावना है।
- 16 मार्च को केरल, माहे, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ इलाकों में और 19 मार्च तक सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ इलाकों में गर्म और आर्द्र मौसम रहने की संभावना है।
- जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद के कुछ इलाकों में और तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और माहे के कुछ इलाकों में तापमान सामान्य से काफी नीचे (5.1 डिग्री सेल्सियस या उससे कम) बना हुआ है।
ये शुरुआती और गंभीर हीटवेव की स्थिति सर्दियों के मौसम के बाद आई है, जिसमें पिछले महीने दिल्ली में 74 साल में सबसे गर्म फरवरी की रात दर्ज की गई थी, जब न्यूनतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया था, जो सामान्य से सात डिग्री अधिक था। विशेषज्ञों ने देश भर में इन तापमान विसंगतियों में योगदान देने वाले बदलते जलवायु पैटर्न की ओर इशारा किया है।
Weather: बारिश ने बदला दिल्ली-यूपी का मौसम, पहाड़ों पर हिमपात जारी; इन राज्यों में आंधी-तूफान की चेतावनी
जागरण, नई दिल्ली। मौसम के करवट लेने के साथ शुक्रवार शाम से ही दिल्ली और आसपास के राज्यों में गर्मी से राहत मिली, मौसम यहां तापमान में कुछ गिरावट भी हुई। शुक्रवार शाम के बाद शनिवार सुबह भी कई जगहों पर हल्की वर्षा हुई। पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई इलाकों में तेज वर्षा भी हुई। हरियाणा के चार जिलों में ओलावृष्टि हुई।
किश्तवाड़ में हिमस्खलन होने से चार मकान क्षतिग्रस्तवहीं उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में पर्वतीय इलाकों में हिमपात और मैदानी इलाकों में वर्षा का दौर जारी रहा। जम्मू-कश्मीर में कुछ जगहों पर भारी हिमपात होने के कारण हिमस्खलन का खतरा भी बना हुआ है। शनिवार को भी किश्तवाड़ में हिमस्खलन होने से चार मकान क्षतिग्रस्त हो गए।
आज भी ऐसा रहेगा मौसममौसम विभाग के अनुसार रविवार को भी ऐसा ही मौसम बना रहने का पूर्वानुमान है। शनिवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान 18.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जोकि सामान्य से करीब 4 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था
जम्मू-कश्मीर में पहाड़ों पर बर्फबारीजम्मू-कश्मीर में शनिवार को भी उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी व निचले इलाकों में वर्षा का सिलसिला जारी रहा। ताजा बर्फबारी से पहाड़ी क्षेत्रों में उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में हिमस्खलन का खतरा बना हुआ है।
वहीं, बर्फबारी से कश्मीर के कई इलाके जिला मुख्यालयों से कटे हुए हैं, जिसे देखते हुए प्रशासन ने कुछ जिलों में स्कूलों में छुट्टियां बढ़ा दी हैं। इस बीच, मौसम विभाग ने रविवार दोपहर बाद से मौसम में सुधार आने की संभावना जताई है। उच्च पर्वतीय इलाकों में सड़कों पर बर्फ जमा होने तथा फिसलन से बांडीपोरा-गुरेज, कुपवाड़ा-करनाह समेत कई लिंक रोड लगातार बंद हैं, जिनके चलते दर्जनों इलाकों का संपर्क जिला मुख्यालयों से कट गया है।
उत्तराखंड के निचले क्षेत्रों में झमाझम बरसे मेघउत्तराखंड में चारधाम समेत तमाम चोटियों पर भारी हिमपात हुआ। जिससे गंगोत्री, बदरीनाथ हाईवे समेत कई मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। इसके अलावा निचले इलाकों में भी झमाझम वर्षा हुई और पहाड़ से मैदान तक पारे में भी गिरावट दर्ज की गई है। पिथौरागढ़ में बर्फबारी से चीन सीमा तक जाने वाला लिपुलेख राजमार्ग बाधित हैं। इस कारण चीन सीमा से संपर्क कट गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण मार्ग अवरुद्ध होने से ग्रामीणों का जनजीवन प्रभावित हो गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, आज चोटियों पर भारी हिमपात को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। निचले इलाकों में भी झमाझम वर्षा का क्रम बना रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, आज प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में आंशिक से लेकर आमतौर पर बादल छाये रह सकते हैं।
हिमाचल में अटल टनल व लाहुल स्पीति में हिमपातहिमाचल में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण जनजातीय जिला लाहुल स्पीति में हिमपात हो रहा है। कुल्लू जिले के मनाली और इसके आसपास के क्षेत्रों में वर्षा हुई है। मनाली के सोलंगनाला में बर्फ के फाहे गिरे। पांच दिन से लाहुल-स्पीति में रुक-रुककर हिमपात और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में वर्षा का क्रम जारी है। रोहतांग, धुंधी व अटल टनल में हल्का हिमपात हुआ है।
अटल टनल रोहतांग अभी पर्यटकों के लिए बंदप्रदेश के निचले व मध्यम ऊंचाई वाले स्थानों पर कहीं हल्की तो कहीं भारी वर्षा हुई है। अटल टनल रोहतांग अभी पर्यटकों के लिए बंद है। मौसम विभाग ने बिलासपुर, सोलन व शिमला में रविवार को आंधी चलने और बिजली चमकने का यलो अलर्ट जारी किया है।
होली के रंग में भंग की कोशिश...देश के कई शहरों में तनाव फैलाने का प्रयास; झारखंड-पंजाब में दर्ज हुईं घटनाएं
जागरण टीम, नई दिल्ली। प्रेम और सौहार्द्र के पर्व होली पर रंग में भंग डालने की कोशिश से कई जगह सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया। उप्र के संभल में तमाम आशंकाओं को निर्मूल साबित करते हुए लोगों ने होली का त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से मनाया, लेकिन इसके एक दिन बाद शनिवार को उन्नाव में बच्चों के रंग डालने से एक मुस्लिम युवक बिफर पड़ा।
उपद्रवियों ने दो दर्जन से ज्यादा दुकान-वाहन फूंक दिएबात इतनी बिगड़ी कि हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई। इससे तनाव व्याप्त हो गया। झारखंड के गिरिडीह में होली जुलूस पर पथराव से सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया। उपद्रवियों ने दो दर्जन से ज्यादा दुकान-वाहन फूंक दिए।
बिहार के गया में जबरन रंग लगाने को लेकर दो समुदाय के विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। पंजाब के लुधियाना में नमाज के दौरान म्यूजिक सिस्टम बजाने को लेकर दो समुदायों के बीच पत्थरबाजी में चार पुलिस कर्मियों समेत 11 लोग घायल हो गए।
उन्नाव में बच्चों के रंग डालने पर बिफरे मुस्लिम युवक से मारपीट, हार्ट अटैक से मौतजानकारी के मुताबिक, उन्नाव में होली के अगले दिन भी रंग खेलने की परंपरा है। शनिवार को बच्चों के रंग डालने से मुस्लिम युवक शरीफ अहमद भड़क गया और गाली-गलौज करने लगा। वहां मौजूद तीन युवकों ने एतराज जताया तो उनसे भी भिड़ गया। हाथापाई होने पर तीनों युवकों ने उसे दौड़ाया। सौ मीटर तक जाते-जाते वह गिर पड़ा और दम तोड़ दिया।
अहमद सऊदी अरब में वाहन चलाता था मृतकघटना के बाद मुस्लिमों की भीड़ जमा होने लगी तो पांच थानों की फोर्स बुलाई गई। पुलिस ने स्थिति को संभाला। दो डाक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया। एसपी दीपक भूकर ने बताया कि पोस्टमार्टम में शरीर में कोई चोट नहीं मिली और हार्टअटैक से मौत की पुष्टि हुई है। उन्नाव के कासिम नगर रबन्ना मस्जिद के पास रहने वाला शरीफ अहमद सऊदी अरब में वाहन चलाता था। रमजान में घर आया था।
प्रतापगढ़ में शुक्रवार दोपहर दो बजे से जुमा की नमाज होनी थी। इसको लेकर पुलिस ने भगवा चुंगी चौक समेत कई चौराहों पर होली खेल रहे युवाओं का म्यूजिक सिस्टम दोपहर 12:30 बजे से बंद करवा दिया। इस पर नाराजगी फैल गई।
गिरीडीह में तनाव, निषेधाज्ञा लागूगिरिडीह में घोड़थम्बा पुलिस पोस्ट से कुछ दूरी पर शुक्रवार शाम लोग फगुआ गीत गाते हुए जुलूस की शक्ल में आगे बढ़ रहे थे। इसी दौरान दूसरे समुदाय के लोगों ने पथराव कर दिया, जिसके बाद हिंसा भड़क गई। दोनों तरफ से पथराव और आगजनी हुई। दो दर्जन से ज्यादा दुकान, गुमटी और वाहन फूंक दिए गए। हिंसा में कई लोग घायल हुए हैं। पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए हैं।
तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। दोनों पक्षों के 40-40 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज तक 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इलाके में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस घटना के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। भाजपा नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन ने भी घटना की निंदा की है।
गया में जबरन रंग लगाने को लेकर विवादबिहार में गया के जोड़ा मस्जिद मोहल्ले में एक दुकान में सामान खरीदने और जबरन रंग लगाने को लेकर दो समुदाय में विवाद हो गया। दोनों ओर से जमकर ईंट-पत्थर चले। कई थानों की पुलिस पहुंची और स्थिति को संभाल लिया। बुनियादगंज थाना अध्यक्ष पवन कुमार ने बताया कि जबरन रंग लगाने को लेकर विवाद हुआ था। सारण जिले के चकनूर सैदपुर में होली खेलने के क्रम में दो गुटों के बीच विवाद हो गया।
पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया तो उसे छुड़ाने के लिए 60-70 लोगों ने जमकर हंगामा किया। सासाराम के छोटका मोर गांव में साउंड बाक्स बजाने को लेकर हुए विवाद में एक गुट ने गोली मार दी, जिससे जख्मी युवक को भर्ती कराया गया है।
लुधियाना में म्यूजिक सिस्टम को लेकर हुई भिड़ंतलुधियाना में चीमा चौक के पास स्थित बिहारी कालोनी में होली के दिन मस्जिद में नमाज पढ़े जाने के दौरान साउंड सिस्टम बजाने को लेकर दो समुदायों के बीच टकराव हो गया। देखते ही देखते मियां मार्केट में दोनों ओर से एक-दूसरे पर जमकर पत्थर और बोतलें बरसाईं जाने लगीं। इस दौरान चार पुलिस कर्मियों समेत 11 लोग घायल हो गए। पुलिस ने 35 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर पांच को गिरफ्तार कर लिया है।
संभल में सूझबूझ से टला विवादहिंसा की आग में झुलसे संभल में होली पर माहौल बिगड़ने से बच गया। हयातनगर क्षेत्र के गांव लक्ष्मीनगर धुरैटा की मस्जिद के बाहर रंग से जय श्रीराम लिख दिया गया। साथ ही रंग भी डाल दिया गया। अपर पुलिस अधीक्षक श्रीश्चंद्र ने बताया कि होली खेली जा रही थी। मस्जिद के गेट के पास किसी ने रंग डाल दिया। दीवार पर जय श्रीराम लिख दिया गया। मुस्लिमों ने देखा, तो उनमें आक्रोश फैल गया।
पुलिस ने भी सतर्कता बरतते हुए कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी। बाद में पता चला कि किसी बच्चे ने यह लिख दिया था। माहौल खराब करने की किसी की मंशा नहीं थी। मस्जिद कमेटी ने भी सौहार्द दिखाते हुए कोई कार्रवाई न करने के बारे में लिखकर दे दिया।
'दिल्ली में लगाई जाएं मराठा साम्राज्य के योद्धाओं की प्रतिमाएं', शरद पवार ने पीएम मोदी से किया आग्रह
पीटीआई, नई दिल्ली। राकांपा (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से तालकटोरा स्टेडियम में पेशवा बाजीराव प्रथम, महादजी शिंदे और मल्हारराव होलकर की अश्वारोही अवस्था वाली प्रतिमाएं स्थापित करने की अनुमति देने का आग्रह किया है।
सैन्य अभियानों के संदर्भ में अत्यधिक महत्व रखता है तालकटोरातालकटोरा स्टेडियम के आसपास का क्षेत्र मुगलों के खिलाफ मराठा साम्राज्य द्वारा शुरू किए गए सैन्य अभियानों के संदर्भ में अत्यधिक महत्व रखता है।
पवार ने कहा कि चूंकि तालकटोरा स्टेडियम नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के अधिकार क्षेत्र में आता है, इसलिए वह प्रधानमंत्री से दिल्ली सरकार और एनडीएमसी को पूर्ण आकार की अश्वारोही अवस्था वाली प्रतिमाएं स्थापित करने के लिए आवश्यक अनुमति प्रदान करने का निर्देश दिए जाने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग कर रहे हैं।
पहले भी बन चुकी है ऐसी योजनापवार ने कहा कि पुणे स्थित एक गैर सरकारी संगठन ने तालकटोरा स्टेडियम में बाजीराव, शिंदे और होलकर की प्रतिमाएं स्थापित करने की योजना बनाई थी, लेकिन साहित्यकारों और इतिहासकारों ने तीनों योद्धाओं की घुड़सवार प्रतिमाएं स्थापित करने के पक्ष में अपना पक्ष रखा है।
उन्होंने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा कि हालांकि, कई साहित्यिक हस्तियों और शुभचिंतकों ने यह भावना व्यक्त की है कि पूर्ण आकार की घुड़सवार प्रतिमाएं उनकी वीरता और योगदान के लिए अधिक उपयुक्त श्रद्धांजलि होंगी।
श्री पवार ने कहा कि चूंकि तालकटोरा स्टेडियम नई दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) के अधिकार क्षेत्र में आता है, इसलिए वह प्रधानमंत्री से दिल्ली सरकार और एनडीएमसी को पूर्ण आकार की घुड़सवार प्रतिमाएं स्थापित करने के लिए आवश्यक अनुमति प्रदान करने का निर्देश देने में हस्तक्षेप करने की मांग कर रहे हैं।
पवार ने प्रधानमंत्री की सरहना कीतालकटोरा स्टेडियम 98वें मराठी साहित्य सम्मेलन का स्थल भी था, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री ने किया था। पवार ने प्रधानमंत्री से कहा कि आपके गहन और व्यावहारिक भाषण ने दुनियाभर के मराठी लोगों को काफी प्रभावित किया। उद्घाटन समारोह के दौरान मेरे प्रति आपके विशेष स्नेह को प्रदर्शित करने के लिए मैं वास्तव में आपका आभारी हूं।
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'मैंने हिंदी का कभी विरोध नहीं किया', भाषा विवाद को लेकर पवन कल्याण ने दी बयान पर सफाई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जनसेना पार्टी के प्रमुख और आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने शुक्रवार को तमिलनाडु के नेताओं की आलोचना की और कहा कि राज्य में कथित तौर पर हिंदी थोपने का आरोप लगाना पाखंड है। उन्होंने कहा कि ये नेता हिंदी का विरोध करते हैं, लेकिन वित्तीय लाभ कमाने के लिए तमिल फिल्मों को हिंदी में डब करवाते हैं। इस बयान के बाद उन्होंने इस बात को भी साफ कर दिया कि उन्होंने कभी हिंदी को विरोध नहीं किया है।
उन्होंने एक्स पर लिखा, "किसी भाषा को जबरन थोपा जाना या किसी भाषा का आंख मूंदकर केवल विरोध किया जाना, दोनों ही प्रवृत्ति हमारे भारत देश की राष्ट्रीय और सांस्कृतिक एकता के मूल उद्देश्य को प्राप्त करने में सहायक नहीं हैं।"
मैंने कभी हिंदी का विरोध नहीं किया: पवन कल्याण
उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने लिखा, "मैंने कभी भी हिंदी भाषा का विरोध नहीं किया। मैंने केवल इसे सबके लिए अनिवार्य बनाए जाने का विरोध किया। जब 'एनईपी-2020' (NEP-2020) खुद हिंदी को अनिवार्य तौर पर लागू नहीं करता है, तो इसके लागू किए जाने के बारे में गलत बयानबाजी करना जनता को भ्रमित करने के अलावा और कुछ नहीं है।"
"'एनईपी-2020' (NEP-2020) के अनुसार, छात्रों के पास एक विदेशी भाषा के साथ-साथ कोई भी दो भारतीय भाषाएँ (अपनी मातृभाषा सहित) सीखने की सुविधा है। यदि वे हिंदी नहीं पढ़ना चाहते हैं, तो वे तेलुगु, तमिल, मलयालम, कन्नड़, मराठी, संस्कृत, गुजराती, असमिया, कश्मीरी, ओडिया, बंगाली, पंजाबी, सिंधी, बोडो, डोगरी, कोंकणी, मैथिली, मैतेई, नेपाली, संथाली, उर्दू या कोई अन्य भारतीय भाषा चुन सकते हैं।" आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण
जनसेना पार्टी के प्रमुख ने आगे लिखा, "बहुभाषी नीति छात्रों को अधिकाधिक विकल्प प्रदान करने, राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने और भारत की समृद्ध भाषायी विविधता को संरक्षित करने के लिए बनाई गई है। राजनीतिक एजेंडे के तहत इस नीति की गलत व्याख्या करना और यह दावा करना कि मैंने इसपर अपना रुख बदल दिया है, केवल पारस्परिक समझ की कमी को दर्शाता है।"
किसी भाषा को जबरन थोपा जाना या किसी भाषा का आँख मूंदकर केवल विरोध किया जाना, दोनों ही प्रवृत्ति हमारे भारत देश की राष्ट्रीय और सांस्कृतिक एकता के मूल उद्देश्य को प्राप्त करने में सहायक नहीं हैं।
मैंने कभी भी हिंदी भाषा का विरोध नहीं किया। मैंने केवल इसे सबके लिए अनिवार्य बनाए…
'हिंदी फिल्मों से कमाते हैं मुनाफा'
हिंदी का विरोध कर रहे नेताओं और अभिनेताओं पर निशाना साधते हुए पवन कल्याण ने कहा था कि वे बालीवुड से पैसा चाहते हैं, लेकिन हिंदी को स्वीकार करने से इनकार करते हैं। यह किस तरह का तर्क है। देश की भाषाई विविधता पर जोर देते हुए कल्याण ने कहा कि देश को तमिल समेत कई भाषाओं की जरूरत है, न कि सिर्फ दो प्रमुख भाषाओं की। हमें भाषाई विविधता को अपनाना चाहिए।
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रिवर्स मोर्गेज बन सकता है पेंशन का बड़ा साधन, 2050 तक देश में होंगे 34 करोड़ बुजुर्ग
राजीव कुमार, नई दिल्ली। रिवर्स एन्यूटि मार्गेज (आरएएम) पेंशन का बड़ा साधन बन सकता है, लेकिन फिलहाल ग्राहक और बैंक दोनों की तरफ से इसे लेकर उदासीन रवैया है। लोगों में इसे लेकर जानकारी का अभाव है तो बैंक भी इस स्कीम को प्रोत्साहित नहीं करते हैं और न ही इसे लेकर लोगों में जागरूकता फैलाते हैं। नेशनल हाउसिंग बैंक की रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया है।
रिपोर्ट में आरएएम या रैम को प्राथमिक उधार की श्रेणी में रखने के साथ इस लोन को लेने की न्यूनतम आयु सीमा को 60 से घटाकर 50 साल करने की सिफारिश की है। वरिष्ठ नागरिकों को इस लोन से मिलने वाली राशि को मन मुताबिक खर्च करने की आजादी देने की भी बात कही गई है।
अभी लोन के लिए बुजुर्गों को बताना पड़ता है जरूरतेंअभी लोन लेने वाले बुजुर्गों को अपनी जरूरतों को बताना पड़ता है और एक निर्धारित राशि मेडिकल खर्च में दिखाना पड़ता है। जिन लोगों को रैम स्कीम का पता है, वे भी असामाजिक ताना-बाना की वजहों से इसका लाभ नहीं उठाते हैं। उन्हें लगता है कि इस लोन को लेने से समाज में यह संदेश जाएगा कि उनके बच्चे उनकी देखभाल नहीं करते हैं या फिर वे अपने बच्चों को संपत्ति देना नहीं चाहते हैं।
जानिए रैम स्कीम के बारे मेंमोटे तौर पर रैम स्कीम के तहत कोई भी व्यक्ति अपनी आवासीय संपत्ति को बैंक के पास गिरवी रखकर लंबे समय के लिए मासिक या सालाना रूप से बैंकों से एक निश्चित रकम प्राप्त कर सकता है। बुजुर्ग की मौत के बाद उनके बच्चे अगर उस संपत्ति पर लिए गए लोन को चुका देते हैं तो वह संपत्ति उन्हें वापस मिल सकती है, अन्यथा वह संपत्ति बैंक की हो जाती है।
75 लाख से अधिक का ले सकते हैं लोनअभी रैम के तहत अधिकतम 75 लाख रुपए तक के लोन लिए जा सकते हैं। पिछले कई सालों से यह स्कीम तो है, लेकिन बैंक इस स्कीम का प्रचार नहीं करते हैं। पांच साल पहले तक देश भर में कुछ हजार लोग ही इस स्कीम के तहत लोन ले रहे थे।
सर्वे में क्या बात आई सामने?रैम के बारे में व्यापक जानकारी को लेकर नेशनल हाउसिंग बैंक ने भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) से सर्वे कराया था जिसमें पाया गया कि कई लोन देने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधियों को भी पूरे तरीके से इस स्कीम के बारे में पता नहीं था। कई लोग इसे विपत्ति वाला लोन समझते हैं तो कई लोगों की यह धारणा है कि यह लोन उन्हें भाता है जिनके बच्चे बुढ़ापे में उनकी देखभाल नहीं करते हैं।
2050 तक देश में 34.7 करोड़ बुजुर्ग होंगेहाउसिंग बैंक का मानना है कि वर्ष 2050 तक देश में 34.7 करोड़ बुजुर्ग (60 प्लस) होंगे। विदेश के अनुभव से पता चलता है कि हाउस-फार-पेंशन स्कीम कैसे संपत्ति रखने वाले बुजुर्गों के जीवन को आसान बना सकती है। रिपोर्ट में इस स्कीम की बढ़-चढ़ कर मार्के¨टग करने के साथ बैंकर्स को इस प्रोत्साहित करने और स्कीम के दायरे को बढ़ाने की भी सिफारिश की गई है।
गोल्ड तस्करी मामले में रान्या राव के पिता पर एक्शन, अनिवार्य छुट्टी पर भेजे गए DGP रामचंद्र राव
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अभिनेत्री रान्या राव इस समय सोना तस्करी मामले में हिरासत में हैं। शुक्रवार को आर्थिक अपराध न्यायालय ने कन्नड़ अभिनेता रान्या राव की जमानत याचिका को खारिज कर दिया है। इस बीच एक बड़ी खबर सामने आई है।
दरअसल, डीजीपी रैंक के अधिकारी और सोना तस्करी की आरोपी रान्या राव के सौतेले पिता को रामचंद्र राव को अनिवार्य छुट्टी पर भेज दिया गया है। ये फैसला अभिनेत्री रान्या राव की गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद लिया गया है।
शनिवार को जारी हुआ आदेशबता दें कि कर्नाटक राज्य पुलिस आवास निगम के पुलिस महानिदेशक के रामचंद्र राव की छुट्टी का आदेश आज शाम जारी किया गया।
हालांकि, इस आदेश में किसी कारण का जिक्र नहीं किया गया है। इस महीने के शुरुआत में एक्ट्रेस रान्या राव को बेंगलुरु हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था। अधिकारियों ने जांच के दौरान उनके पास से 14.8 किलोग्राम सोना बरामद किया।
एक्ट्रेस की जमानत याचिका खारिजजानकारी दें कि रान्या राव की जमानत याचिका को शुक्रवार को आर्थिक अपराध न्यायालय ने खारिज कर दिया। रान्या राव को 3 मार्च को दुबई से बेंगलुरू के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 12.56 करोड़ रुपये मूल्य की 14 किलोग्राम सोने की छड़ों के साथ गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में राव के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
इस बीच, मामले के दूसरे आरोपी तरुण कोंडुरु ने अपनी जमानत याचिका दाखिल की है। उसकी जमानत याचिका पर शनिवार को दोपहर 3 बजे सुनवाई होगी। आर्थिक अपराध न्यायालय द्वारा की गई जमानत याचिका खारिज ने मामले में एक नया मोड़ लिया है और अब तरुण कोंडुरु की याचिका पर भी अदालत का फैसला अहम होगा।
एक्ट्रेस ने लगाए कई आरोपअभिनेत्री रान्या राव ने दावा किया है कि उन्हें हिरासत में प्रताड़ित किया गया है और हाई-प्रोफाइल सोना तस्करी मामले में झूठे तरीके से फंसाया गया है। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) को लिखे चिट्ठी में राव ने आरोप लगाया कि उन्हें सीधे विमान से गिरफ्तार किया गया था।
अभिनेत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि एजेंसी ने आधिकारिक तौर पर कहा है कि उन्हें एयरपोर्ट टर्मिनल से गिरफ्तार किया गया है, जो गलत है।
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अब हफ्तेभर में मिलेगा उपभोक्ता शिकायतों का समाधान! सरकार ला रही AI आधारित नया सिस्टम
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। उपभोक्ता मंत्रालय एक ऐसा तंत्र विकसित करने की ओर बढ़ रहा है, जिसके माध्यम से मुकदमा होने से पहले ही उपभोक्ताओं की शिकायतों का समाधान हो सकेगा। अभी उपभोक्ता हेल्पलाइन (एनसीएच) के जरिए सस्ता, तेज और आसान समाधान दिमया जा रहा है। अभी जो समाधान डेढ़ महीने में मिल रहा है, उसे अधिकतम सात दिनों के भीतर देने का प्रयास किया जा रहा है।
राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन-2.0 के जरिए शिकायतों के समाधान
विश्व उपभोक्ता दिवस पर उपभोक्ता सचिव निधि खरे ने एक वेब गोष्ठी में कहा कि राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन-2.0 मुफ्त में शिकायतों के आसान और मुफ्त समाधान का वन स्टॉप सेंटर है। अब हम इसके अगले पड़ाव की ओर बढ़ रहे हैं, जिसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) उपकरणों के साथ एनसीएच में तकनीकी बदलाव से इसकी शिकायतें लेने की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। समाधान समय को 45 दिनों से कम करके हफ्ते भर में करना है। उस प्रणाली पर भी विचार किया जा रहा जिसमें मुकदमा की जरूरत नहीं पड़े और इसके पहले ही उपभोक्ताओं को समाधान मिल सके।
Ms. Nidhi Khare, Secretary, Department of Consumer Affairs, delivered the keynote address on #WorldConsumerRightsDay2025 during a special webinar focused on the theme "A just transition to Sustainable lifestyle". In her speech, she emphasized the need for sustainability to be... pic.twitter.com/Go1L6ku9B6
— Consumer Affairs (@jagograhakjago) March 15, 2025'नियामक ढांचे को किया जा रहा मजबूत'
इसके पहले विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस पर वर्चुअल संबोधन में उपभोक्ता मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि विभिन्न कार्यक्रमों, ई-कॉमर्स क्षेत्र में अनुचित व्यापार के तरीकों से उपभोक्ताओं को सावधान करते हुए नियामक ढांचे को मजबूत किया जा रहा, जिससे उपभोक्ता शिकायत निवारण मंचों को मजबूती मिल रही है।
सरकार नीतियों के माध्यम से उपभोक्ता संरक्षण के साथ-साथ उनकी समृद्धि पर भी काम कर रही है। उपभोक्ता मंत्री ''टिकाउ जीवन शैली में न्यायसंगत परिवर्तन'' विषय पर वेबिनार को संबोधित कर रहे थे, जिसका उद्देश्य रोजमर्रा की उपभोक्ता पसंद में स्थिरता बनाए रखने के प्रति जागरूकता बढ़ाना और संवाद को बढ़ावा देना है।
उन्होंने कहा कि उत्पाद की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए भारतीय मानक ब्यूरो और कानूनी मेट्रोलॉजी नियमित रूप से बाजार का सर्वेक्षण करते हैं, जिससे उपभोक्ताओं के लिए उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों की उपलब्धता को सुनिश्चित करने में मदद मिलती है। एनसीएच को मिलने वाली कॉलों की संख्या जनवरी 2015 में 14,795 कॉलों से लगभग दस गुना बढ़ गई है।
पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली के विकल्पों को अपनाने पर जोर
उपभोक्ता मंत्री ने ऐसे पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली के विकल्पों को अपनाने पर जोर दिया, जो उपभोक्ताओं के लिए सहज सुलभ और सस्ता हों। साथ ही उनके बुनियादी अधिकारों और जरूरतों की रक्षा भी करें। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के नुकसान, जैव विविधता हानि और प्रदूषण के परस्पर जुड़े संकटों' से निपटने के लिए टिकाऊ जीवनशैली जरूरी है।
उन्होंने कहा कि उपभोक्ता संरक्षण और स्थिरता को बढ़ावा देना प्राचीन काल से ही भारतीय संस्कृति का हिस्सा रहा है और यह इसके प्रशासन का मूल आधार रहा है।
Shri Pralhad Joshi, (@JoshiPralhad), Hon'ble Union Minister of Consumer Affairs, Food & Public Distribution, and New & Renewable Energy, delivered the inaugural address on the occasion of #WorldConsumerRightsDay2025. He emphasized the significance of consumer rights protection,.. pic.twitter.com/YkwStRfdU6
— Consumer Affairs (@jagograhakjago) March 15, 2025यह भी पढ़ें: कंटेंट क्रिएटर्स के लिए केंद्र सरकार देगी 83 हजार करोड़ रुपये, WAVES 2025 समिट से पहले की घोषणा
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