Feed aggregator

ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे... टैरिफ वॉर के बीच जेडी वेंस और PM मोदी के बीच किन मुद्दों पर हुई बात?

Dainik Jagran - National - April 22, 2025 - 12:03am

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने दोनों देशों के बीच होने वाले द्विपक्षीय कारोबारी समझौते (बीटीए) में हुई अहम प्रगति का स्वागत किया है। मोदी और वेंस की सोमवार शाम नई दिल्ली में मुलाकात हुई।

इस बैठक में ऊर्जा, रक्षा, रणनीतिक प्रौद्योगिकी और दूसरे क्षेत्रों में चल रहे सहयोग पर भी महत्वपूर्ण बातचीत हुई। वेंस अपनी भारतीय मूल की पत्नी उषा बाला चिलीकुरी वेंस और तीन बच्चों के साथ सोमवार सुबह ही चार दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंचे हैं। उनकी यात्रा का एक बड़ा हिस्सा व्यक्तिगत रखा गया है। मंगलवार को वेंस जयपुर में होंगे।

वेंस साथ भारतीय प्रधानमंत्री की मुलाकात के बाद सरकार की तरफ से जारी बयान में बताया गया है, 'प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, उनकी पत्नी, बच्चों और अमेरिकी प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की।

Pleased to welcome US @VP @JDVance and his family in New Delhi. We reviewed the fast-paced progress following my visit to the US and meeting with President Trump. We are committed to mutually beneficial cooperation, including in trade, technology, defence, energy and… pic.twitter.com/LRNmodIZLB

— Narendra Modi (@narendramodi) April 21, 2025

द्विपक्षीय सहयोग से जुड़े कई क्षेत्रों में हो रही प्रगति की समीक्षा हुई

बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी पिछली अमेरिका यात्रा और उस दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई महत्वपूर्ण मुलाकात को याद किया। इस बैठक में भारत और अमेरिका के बीच करीबी संबंधों को मजबूत करने और मेक अमेरिका ग्रेट अगेन (मागा) और विकसित भारत-2047 के रोडमैप में सामंजस्य स्थापित करने पर बात हुई थी। मोदी और वेंस ने द्विपक्षीय सहयोग से जुड़े कई क्षेत्रों में हो रही प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने भारत व अमेरिका के बीच होने वाले बीटीए में हुई महत्वपूर्ण प्रगति का स्वागत किया है।

''दैनिक जागरण' ने सबसे पहले रविवार को यह खबर प्रकाशित की थी कि भारत और अमेरिका के बीच कारोबारी समझौते पर इस हफ्ते तीन स्तरों पर बात होगी। मोदी और वेंस के बीच बैठक इसका पहला चरण है। दूसरे एवं तीसरे चरण की वार्ता के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अमेरिका पहुंच चुकी हैं, जबकि वाणिज्य मंत्रालय के विशेष अधिकारी वा¨शगटन जा रहे हैं। भारत और अमेरिका के बीच सबसे अहम मुद्दा अभी कारोबार से जुड़ा हुआ ही है।

अमेरिका ने भारत पर लगाया 26 प्रतिशत टैरिफ

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत समेत दुनिया के हर देश पर पारस्परिक शुल्क लगाने की नीति का एलान किया हुआ है। इसके तहत भारत से आयातित उत्पादों पर भी टैक्स की दर 26 प्रतिशत करने की घोषणा अमेरिका सरकार ने की हुई है। वैसे अभी यह फैसला 90 दिनों के लिए टाल दिया गया है, जबकि चीन के साथ अमेरिका का ट्रेड वार शुरू हो चुका है।

भारत उन गिने-चुने देशों में है जिसके साथ अमेरिका कारोबारी समझौता करने के लिए बात कर रहा है। हाल में खबर सामने आई थी कि भारत, जापान व दक्षिण कोरिया के साथ अमेरिका सबसे पहले कारोबारी समझौते को अंतिम रूप देना चाहता है। फरवरी, 2025 में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच सहमति बनी थी कि इस वर्ष सितंबर-अक्टूबर तक दोनों देशों के बीच कारोबारी समझौता हो जाएगा।

सरकार ने यह भी बताया कि मोदी और वेंस के बीच क्षेत्रीय, वैश्विक मुद्दों व परस्पर हितों वाले दूसरे मुद्दों पर भी चर्चा हुई। दोनों का कहना है कि वार्ता और कूटनीति से ही मौजूदा वैश्विक समस्याओं का हल निकाला जा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने वेंस के जरिये राष्ट्रपति ट्रंप के लिए अपनी शुभेच्छा दी हैं और कहा है कि वह उनके इस वर्ष भारत आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

यह भी पढ़ेंजेडी वेंस फैमिली का PM हाउस में हुआ जोरदार स्वागत, तीनों बच्चों के साथ दिखी प्रधानमंत्री की जबरदस्त केमेस्ट्री

Categories: Hindi News, National News

Outplacement biz sees big pick-up

Business News - April 22, 2025 - 12:00am
Categories: Business News

Pop Francis Death: पोप फ्रांसिस के सम्मान में भारत में तीन दिन का राजकीय शोक, पीएम मोदी समेत दिग्गजों ने जताया दुख

Dainik Jagran - National - April 21, 2025 - 11:49pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रोमन कैथोलिक चर्च के प्रथम लैटिन अमेरिकी पोप फ्रांसिस का लंबी बीमारी के बाद सोमवार सुबह यानी ईस्टर मंडे को निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे और इस वर्ष दोहरे निमोनिया से पीड़ित होने के बाद 38 दिनों तक भर्ती रहे।

पोप फ्रांसिस के निधन पर दुनिया भर के दिग्गजों ने दुख व्यक्त किया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी पीएम मोदी ने भी दुख जताया। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि पोप भारतीयों को लेकर खास स्नेह रखते थे। इस बीच पोप के निधन पर भारत में तीन दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई है।

भारत में तीन दिन का राजकीय शोक

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, गृह मंत्रालय ने पोप फ्रांसिस के निधन पर सम्मान के तौर पर तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की। पोप फ्रांसिस के सम्मान के तौर पर पूरे भारत में तीन दिवसीय राजकीय शोक मनाया जाएगा। मंगलवार, 22 अप्रैल, 2025 और बुधवार, 23 अप्रैल, 2025 को दो दिवसीय राजकीय शोक रहेगा। इसके अलावा अंतिम संस्कार के दिन एक दिवसीय राजकीय शोक रहेगा। राजकीय शोक की अवधि के दौरान, पूरे भारत में उन सभी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा, जहां नियमित रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है, और कोई आधिकारिक मनोरंजन नहीं होगा।

Ministry of Home Affairs ( MHA) announces a three-day State Mourning as a mark of respect on the passing away of His Holiness Pope Francis, Supreme Pontiff of the Holy See.

His Holiness Pope Francis, Supreme Pontiff of the Holy See passed away today, the 21st April, 2025. As a… pic.twitter.com/5x9qpzEeus

— ANI (@ANI) April 21, 2025

भारतीयों को लेकर खास स्नेह रखते थे पोप: पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी ने पोप फ्रांसिस की मौत पर गहरा दुख जताया है। वेटिकन सिटी में मौत की घोषणा सोमवार सुबह ही की गई है। दुनिया के अन्य गणमान्य व्यक्तियों व नेताओं ने भी पोप फ्रांसिस की मौत पर अपनी संवेदना प्रकट की है। पिछले चार वर्षों में दो बार पोप फ्रांसिस से पीएम मोदी की मुलाकात हुई है। मोदी ने कहा कि धर्मगुरू पोप फ्रांसिस की मौत पर बहुत ही गहरा सदमा लगा है। दुख की इस घड़ी में मैं वैश्विक कैथोलिक समुदाय के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता हूं। पोप फ्रांसिस हमेशा अपनी करुणा, नम्रता और आध्यात्मिक साहस के लिए पूरी दुनिया में आदर के पात्र रहेंगे।

पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने लार्ड क्राइस्ट के प्रति हमेशा अपने को समर्पित रखा है। उन्होंने बहुत मनोभाव से गरीबों और पिछड़ों की सेवा की है। पीड़ा से गुजर रहे लोगों के लिए वह उम्मीद की किरण रहे हैं। मैं बहुत ही प्रेम से उनके साथ अपनी मुलाकात को याद करता हूं। उनकी समावेशी और समग्र विकास को लेकर प्रतिबद्धता ने मुझे बहुत प्रेरित किया है। भारतीयो के प्रति उनका स्नेह हमेशा याद रखा जाएगा। उनकी आत्मा को ईश्वर के यहां शांति मिले।

यह भी पढ़ें: Pope Francis Death Live Updates: सुदर्शन पटनायक ने समुद्र तट पर बनाई पोप फ्रांसिस कलाकृति, दिग्गजों ने दी श्रद्धांजलि

यह भी पढ़ें: ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस नहीं रहे, 88 साल की उम्र में वेटिकन में निधन; फेफड़ों और किडनी में गंभीर संक्रमण था

Categories: Hindi News, National News

जेडी वेंस फैमिली का PM हाउस में हुआ जोरदार स्वागत, तीनों बच्चों के साथ दिखी प्रधानमंत्री की जबरदस्त केमेस्ट्री

Dainik Jagran - National - April 21, 2025 - 11:47pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस (JD Vance India Visit) अपने परिवार के साथ भारत के चार दिवसीय दौरे पर हैं। उनका विमान आज सुबह दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर उतरा। दिल्ली पहुंचने के बाद जेडी वेंस अपने परिवार के साथ अक्षरधाम पहुंचे। परिवार ने मंदिर में भारतीय कला, वास्तुकला और संस्कृति को करीब से देखा।

पीएम आवास पहुंचा वेंस परिवार

इसके बाद शाम में जेडी वेंस परिवार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने उनका पहुंचा। परिवार के चारों सदस्य प्रधानमंत्री मोदी से 7 लोक कल्याण मार्ग स्थित पीएम हाउस पहुंचे।

प्रधानमंत्री मोदी ने वेंस का गले लगाकर स्वागत किया। इसके बाद वेंस को दोनों बेटों, एवान, और विवेक ने पीएम मोदी से मुलाकात की। वहीं उषा वेंस ने अपनी गोद में मिराबेल को ले रखा था। पीएम मोदी ने उषा वेंस से बात की और मिराबेल को दुलार किया।

#WATCH | PM Modi welcomes US Vice President JD Vance and Second Lady Usha Vance and their children to his official residence at Lok Kalyan Marg in Delhi pic.twitter.com/cbKUrPsjkv

— ANI (@ANI) April 21, 2025

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से शेयर की गई तस्वीरों में वेंस के बच्चे बंदगला सूट और नेहरू जैकेट पहने हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि वेंस की बेटी मीराबेल ने गोल्डन फ्रॉक पहनी हुई हैं।

वेंस के तीनों बच्चों से मिले प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री मोदी ने परिवार के सदस्यों को पीएम हाउस का उद्यान दिखाया। वीडियो में देखा जा सकता है कि पीएम मोदी दोनों बच्चों इवान और विवेक से बातचीत कर रहे हैं। वहीं,   मिराबेल मां उषा की गोद में बैठकर प्रधानमंत्री मोदी को देख रही है।

बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने तीनों बच्चों को मयूर पंख गिफ्ट किया। वीडियो में देखा जा सकता है कि पीएम मोदी ने तीनों बच्चों को बताया कि कभी मयूर का इस्तेमाल कलम के तौर पर किया जाता था।

पीएम मोदी से मुलाकात के बाद अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा, "आज शाम प्रधानमंत्री मोदी से मिलना सम्मान की बात थी। वह एक महान नेता हैं और वह मेरे परिवार के प्रति अविश्वसनीय रूप से दयालु थे। मैं भारत के लोगों के साथ हमारी मित्रता और सहयोग को मजबूत करने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व में काम करने के लिए उत्सुक हूं!"

दोनों देशों के बीच हुई द्विपक्षीय वार्ता

परिवार से मुलाकात के बाद रात में प्रधानमंत्री मोदी और जेडी वेंस के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। वार्ता में विदेश मंत्री एस जयशंकर और अजित डोभाल भी मौजूद थे। उम्मीद जताई जा रही है कि दोनों देशों के बीच व्यापार, टैरिफ और भारत-अमेरिका संबंधों पर महत्वपूर्ण बातचीत हुई होगी।  

यह भी पढ़ें: 'इंडियन लुक' में दिखा अमेरिकी उपराष्ट्रपति का परिवार, जेडी वेंस के बच्चों ने पहना कुर्ता-पायजामा; खूब हो रही प्रशंसा

Categories: Hindi News, National News

'राक्षस को मार दिया', चेहरे पर फेंकी लाल मिर्ची और...; पति की हत्या कर पूर्व DGP की पत्नी ने किसे भेजा था मैसेज?

Dainik Jagran - National - April 21, 2025 - 11:45pm

आइएएनएस, बेंगलुरु। कर्नाटक के पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश गुप्ता की पत्नी पल्लवी ने चाकू मारने से पहले उनके चेहरे पर लाल मिर्ची पाउडर फेंका था। जलन से बेचैन होने पर पल्लवी ने उन पर धारदार चाकू से कई वार किए। इससे लहूलुहान पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के आरोप में उनकी 64 वर्षीय पत्नी पल्लवी ओम प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया है। उसे मजिस्ट्रेटी अदालत में पेश किया जाएगा।

इस मामले में आगे की जांच अब बेंगलुरु के सेंट्रल क्राइम ब्रांच (सीसीबी) को सौंप दी गई है। अभी इस मामले में और परतें खुलनी बाकी हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि 68 वर्षीय दिवंगत ओमप्रकाश की पत्नी ने ही हत्या की है। लेकिन मां-बेटी से बेंगलुरु में होयसाला के पुलिस स्टेशन में घंटों पूछताछ के बाद पुलिस ने पत्नी पल्लवी को गिरफ्तार कर लिया है।

पल्लवी ने एक आइपीएस अफसर की पत्नी को भेजा था मैसेज

हालांकि पुलिस मानती है कि इतने गंभीर अपराध को अंजाम देना किसी एक व्यक्ति के बस का नहीं होगा। इसमें और लोग भी शामिल हो सकते हैं। इसलिए बेटी कृति से भी पूछताछ चल रही है। बिहार के चंपारण के रहने वाले 1981 बैच के आइपीएस अधिकारी ओम प्रकाश का बेंगलुरु के पाश इलाके एचएसआर लेआउट में तीन मंजिला घर है। ये भी जानकारी मिली है कि कर्नाटक के दांडेली में एक जमीन से संबंधित विवाद में इस अपराध को अंजाम दिया गया हो सकता है। कुछ महीने पहले पल्लवी ने अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए स्थानीय पुलिस स्टेशन का रुख भी किया था।

बहन के घर से वापस ले आई थी बेटी

दिवंगत ओम प्रकाश के बेटे कार्तिकेश ने बताया कि रविवार की घटना के बाद उन्होंने पुलिस में अपनी मां और बहन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। चूंकि उनकी मां पल्लवी उनके पिता को कुछ समय से जान से मारने की धमकी दे रही थीं।

कार्तिकेश की दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया गया है कि उनके पिता गृह कलेश के कारण अपनी बहन सरिता कुमारी के घर रहने चले गए थे। इसलिए उनकी बहन कृति दो दिन पहले ही उनके पिता को प्रताडि़त करके वापस घर ले आई थी। मां सीजोफ्रेनिया की मरीज हैं और दवाएं लेती हैं जबकि बहन कृति अवसाद की शिकार है।

कार्तिकेश ने बताया कि उन्हें उनके पिता की हत्या के बारे में 20 अप्रैल को शाम पांच बजे पड़ोसी श्रीधरन के फोन काल से पता चला जब वह डोमलुर क्षेत्र में स्थित कर्नाटक गोल्फ एसोसिएशन में थे। जब वह शाम पौने छह बजे घर पहुंचे तो उनके पिता का शव जमीन पर खून में सना पड़ा था। चाकू भी वहीं पास में गिरा था। तब तक पुलिस और दूसरे लोग भी वहां आ गए थे।

राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

ओम प्रकाश के शव का पोस्टमार्टम सोमवार को होने के बाद पूरे राजकीय सम्मान के साथ बेंगलुरु के विल्सन गार्डन क्रिमिनेशन ग्राउंड में अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके बेटे कार्तिकेश ने उन्हें मुखाग्नि दी। कर्नाटक के गृह मंत्री परमेश्वरा ने कहा कि उनके कार्यकाल में ही 2015 में ओमप्रकाश डीजीपी रहे और वह बहुत अच्छे व्यक्ति व अफसर थे। उनके साथ यह नहीं होना चाहिए था। हमें यह समझने की जरूरत है कि ऐसा क्यों हुआ। अभी तक हत्या का मकसद नहीं पता चला है।

Categories: Hindi News, National News

बेंगलुरु में भाषा विवाद: हिंदी बोलने का दबाव डालने वाले युवक ने कन्नड़ में मांगी माफी

Dainik Jagran - National - April 21, 2025 - 11:42pm

पीटीआई, बेंगलुरु। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के आटो चालक को हिंदी में बोलने के लिए कहने वाले एक शख्स ने घटना के दूसरे दिन कन्नड़ में माफी मांगी। इसने भाषा पर बहस को एक बार फिर से हवा दे दी है।

प्रसारित हो रहे वीडियो में एक शख्स यह कहते नजर आ रहा है कि अगर यह बेंगलुरु है तो क्या हुआ, हिंदी बोलो। वह आटो चालक से कह रहा है कि नोएडा में रहो या बेंगलुरु में, हिंदी में बात करो। वहीं, आटो चालक कह रहा है कि तुम बेंगलुरु आए हो, कन्नड़ में बोलो। मैं हिंदी में बात नहीं करूंगा। यह किस व्यक्ति का वीडियो है अबतक इसकी पहचान नहीं हो पाई है। नेटिजेंस उसे हिंदी योद्धा करार दे रहे हैं।

भाषाई बहस को मिली नई हवा

लोगों ने बेंगलुरू में हिंदी बोलने का समर्थन किया, जबकि कई ऐसे भी थे, खासकर कन्नड़ भाषी जिन्होंने हिंदी बोलने का दबाव डालने पर नाराजगी व्यक्त की। वहीं, उस शख्स ने सोमवार को इस मामले में माफी मांग ली है। उसका यह वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है।

इसमें उसने कहा है कि उसका किसी को ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं था। उसने कहा कि वह कन्नड़ बोलता है और लगभग नौ वर्षों से बेंगलुरु में रह रहा है। उसने कहा कि उसे बहस के दौरान अपना आपा खोने का पछतावा है।

माफी पर भी उठे सवाल

उसके माफी मांगने के लेकर भी आक्रोश है। कुछ लोगों ने कन्नड़ लोगों पर माफी मांगने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।

यह भी पढ़ें: कोविड वैक्सीन से अपंगता का मामला, सुप्रीम कोर्ट ने कहा- पहले मुकदमा दायर करें

Categories: Hindi News, National News

कोविड वैक्सीन से अपंगता का मामला, सुप्रीम कोर्ट ने कहा- पहले मुकदमा दायर करें

Dainik Jagran - National - April 21, 2025 - 11:30pm

पीटीआई, नई दिल्ली। कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज के दुष्प्रभाव से पैर के निचले हिस्से में सौ प्रतिशत अपंगता आने के संबंध में सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता को पहले अपनी क्षतिपूर्ति के लिए याचिका दायर करने को कहा है।

जस्टिस बीआर गवई और ऑगस्टाइन जार्ज मसीह की खंडपीठ ने सोमवार को वैश्विक महामारी कोविड-19 से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए लगाई गई वैक्सीन के चलते पीडि़त व्यक्ति के पैर के निचले हिस्से में विकृति आ गई है।

पहले मुकदमा दायर करें, फिर मिलेगी राहत: सुप्रीम कोर्ट

खंडपीठ ने कहा कि अगर आप अपनी याचिका यहां लंबित रखेंगे तो दस साल तक कुछ नहीं होने वाला है। लेकिन अगर आप कम से कम एक केस दायर कर देते हैं तो आपको जल्द ही थोड़ी राहत मिल सकेगी।

इस पर याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि कोविड वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद से ही पीड़ित याचिकाकर्ता के पैर का निचला हिस्सा बेकार हो चुका है। लेकिन जस्टिस गवई ने कहा कि उसके लिए रिट याचिका भला कैसे दायर की जा सकती है? आप अपने नुकसान के लिए सीधे मुकदमा दायर करें।

समान मुद्दों पर दो याचिकाएं पहले से दायर

याचिकाकर्ता के वकील ने बताया कि इस संबंध में दो याचिकाएं दायर की गई हैं जो कि समान मुद्दे ही उठा रही हैं। अदालत की संबंधित खंडपीठों ने इस पर नोटिस जारी कर दिया है।

अदालत ने कहा कि यदि याचिकाकर्ता चाहे तो वह इस याचिका को लंबित मामलों के साथ संलग्न कर देंगे। खंडपीठ ने कहा कि इस संबंध में मुकदमा दायर करने से एक, दो या तीन सालों में राहत मिल भी जाएगी। इसके बाद अगली सुनवाई अगले हफ्ते के लिए टाल दी गई।

यह भी पढ़ें: स्पेस स्टेशन में फसल उगाएंगे भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला, क्या है टार्डिग्रेड्स? जिस पर ISRO का है फोकस

Categories: Hindi News, National News

एक देश, एक चुनाव पर कल होगी कानूनी विशेषज्ञों संग समिति की अहम बैठक, वेबसाइट भी लॉन्च की जाएगी

Dainik Jagran - National - April 21, 2025 - 11:30pm

एएनआई, नई दिल्ली। एक देश, एक चुनाव पर संयुक्त संसदीय समिति की बैठक मंगलवार को आयोजित की जाएगी। बैठक के प्रथम सत्र में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस हेमंत गुप्ता के साथ चर्चा की जाएगी। इसके बाद जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस एसएन झा के साथ अगला सत्र होगा।

पूर्व जजों के साथ चर्चा के चार सत्र

तीसरे सत्र में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज औ देश के 21वें विधि आयोग के चेयरमैन जस्टिस बीएस चौहान उपस्थित रहेंगे, जबकि अंतिम सत्र में राज्यसभा सदस्य और वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी के साथ चर्चा की जाएगी।

वेबसाइट लॉन्च और व्यापक राय-संकेत का प्रयास

इससे पूर्व एक देश, एक चुनाव पर लांच की जाने वाली वेबसाइट के बारे में संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष पीपी चौधरी ने बताया था, समिति ने दो प्रमुख चीजों पर निर्णय लिया है। विज्ञापन सभी भाषाओं में प्रकाशित किया जाएगा ताकि सभी हितधारक अपनी राय दे सकें और दूसरा, वेबसाइट सभी हितधारकों के इनपुट हासिल करने में सुविधा प्रदान करेगी।

यह भी पढ़ें: ED के निशाने पर प्रियंका गांधी, इस मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा मामला; जल्द जारी हो सकता है समन

Categories: Hindi News, National News

भ्रष्टाचार मामले में मुकदमा चलाने के लिए पूर्व अनुमति जरूरी है या नहीं, तय करेगा सुप्रीम कोर्ट; जानें क्या है पूरा मामला

Dainik Jagran - National - April 21, 2025 - 11:28pm

पीटीआई, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा की याचिका से उत्पन्न कानूनी मुद्दों को विचार के लिए बड़ी पीठ के पास भेज दिया है। इसमें यह सवाल भी है कि मजिस्ट्रेट अदालत के जांच के आदेश के बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा चलाने के लिए पूर्व मंजूरी की आवश्यकता है या नहीं।

कोर्ट ने बड़ी पीठ के निर्णय के लिए तय किए कुछ सवाल

सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी पीठ के निर्णय के लिए कुछ प्रश्न सूचीबद्ध किए हैं। सीआरपीसी की धारा 156 (3) न्यायिक मजिस्ट्रेट को किसी शिकायत की पुलिस जांच का आदेश देने की अनुमति देती है। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 17ए में कहा गया है, कोई भी पुलिस अधिकारी किसी लोक सेवक द्वारा किए गए कथित अपराध की जांच पूर्व अनुमोदन के बिना नहीं करेगा, अगर कथित अपराध लोक सेवक द्वारा अपने आधिकारिक कार्यों के निर्वहन से संबंधित हो।

चार अप्रैल को कोर्ट ने फैसला रखा था सुरक्षित

जस्टिस जेबी पार्डीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ ने चार अप्रैल को येदियुरप्पा की याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था, जिसमें उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के एक मामले को फिर से शुरू करने के कर्नाटक हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती दी गई थी। हालांकि जब पीठ ने फैसला लिखना शुरू किया तो उन्हें 16 अप्रैल, 2024 का एक आदेश मिला, जिसमें एक अन्य पीठ ने एक अलग मामले में इसी तरह के सवालों को एक बड़ी पीठ को भेजने का आदेश दिया था।

इसके बाद पीठ ने रजिस्ट्री को निर्देश दिया कि वह मामले को भी प्रधान न्यायाधीश के समक्ष रखे। हाई कोर्ट ने बेंगलुरु केए आलम पाशा की याचिका को स्वीकार कर येदियुरप्पा और अन्य आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई फिर से शुरू कर दी। पाशा ने येदियुरप्पा और अन्य आरोपितों भ्रष्टाचार एवं आपराधिक साजिश के आरोप लगाए हैं।

जानिए क्या हैं आरोप?

आरोप है कि 2011 में देवनहल्ली औद्योगिक क्षेत्र में 26 एकड़ औद्योगिक भूमि आवंटित करने में भ्रष्टाचार हुआ, जिससे राज्य के खजाने को नुकसान हुआ था। 2013 में हाई कोर्ट ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 19 के तहत अनिवार्य मंजूरी के अभाव में पाशा शिकायत को खारिज कर दिया था। पाशा ने आरोपितों के पद से हटने के बाद 2014 में एक नई शिकायत दर्ज कराई, जिसमें तर्क दिया गया कि एआर अंतुले मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर अब मंजूरी की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, विशेष न्यायाधीश ने दूसरी शिकायत को खारिज कर दिया। पाशा ने इसके खिलाफ फिर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।

सुप्रीम कोर्ट ने तय किए सवाल
  • क्या न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा सीआरपीसी की धारा 156 (3) के तहत जांच का आदेश देने के बाद भी अधिकारियों की पूर्व मंजूरी जरूरी है।
  • भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 17ए के तहत वे कौन से प्रासंगिक मामले हैं जिन पर जांच, पूछताछ शुरू करने की मंजूरी के लिए अधिकारी से विचार करने की अपेक्षा की जाती है।
  • क्या भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 17ए के तहत मंजूरी देते समय उपयुक्त अधिकारी या सरकार द्वारा विचार किए जाने वाले मामले मूल रूप से उन मामलों से भिन्न हैं, जिन्हें मजिस्ट्रेट द्वारा सीआरपीसी की धारा 156(3) के तहत आदेश पारित करते समय लागू करने की अपेक्षा की जाती है।
  • जब मजिस्ट्रेट ने सीआरपीसी की धारा 156(3) के तहत मंजूरी दे दी तो क्या भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 17ए के तहत पूर्व अनुमोदन की आवश्यकता निरर्थक नहीं है।
  • क्या मजिस्ट्रेट बिना पूर्व अनुमति के सीआरपीसी की धारा 200 (निजी शिकायतकर्ता की जांच) और 202 (आपराधिक मामले को स्थगित करना) के तहत जांच कर सकता है।

Categories: Hindi News, National News

Pages

Subscribe to Bihar Chamber of Commerce & Industries aggregator

  Udhyog Mitra, Bihar   Trade Mark Registration   Bihar : Facts & Views   Trade Fair  


  Invest Bihar