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Bihar Politics: बिहार चुनाव से पहले बढ़ेगी महागठबंधन की टेंशन! VIP के बाद वाम दलों ने मांगी इतनी सीट

Dainik Jagran - April 26, 2025 - 6:33pm

राज्य ब्यूरो, पटना। महागठबंधन में विधानसभा की सीटों को लेकर अंदरूनी संघर्ष जारी है। 2020 के चुनाव के समय हुए सीटों के बंटवारे 2025 में कई दलों को मान्य नहीं है।

नई जुड़ी विकासशील इंसान पार्टी का मुंह खुल चुका है। वह 60 सीटों की मांग कर रही है। कांग्रेस भी 70 की मांग पर डटी हुई है। इधर वाम दलों में सबसे प्रमुख भाकपा माले 19 के बदले इस बार 25 सीटों पर लड़ने की तैयारी में है।

भाकपा और माकपा भी सीटों की संख्या बढ़ाना चाह रही है। तीन वाम दलों को पिछली बार 29 सीटें दी गई थी।माले ने महागठबंधन के अगुआ राजद को बता दिया है कि उसे कम से कम 22 जिलों में प्रतिनिधित्व चाहिए।

इनमें दक्षिण बिहार के छह जिले नालंदा, नवादा, जमुई, गया, औरंगाबाद और कैमूर हैं। माले ने उत्तर बिहार के जिन अप्रतिनिधत्व वाले जिलों की पहचान की है, ये हैं दरभंगा, मधुबनी, सुपौल एवं पूर्णिया।

पिछले विधानसभा चुनाव में इन जिलों में माले का कोई उम्मीदवार नहीं था। पिछली बार माले की 19 में से 12 सीटों पर जीत हुई थी। माले ने विधानसभा चुनाव के अलावा लोकसभा चुनाव की उपलब्धियों को सीट बंटवारे का आधार बनाने का आग्रह किया है।

लोकसभा चुनाव में माले की तीन में से दो सीटों पर जीत हुई थी। महागठबंधन के दलों में सबसे अच्छा स्ट्राइक रेट उसी का था।

भाकपा-माकपा भी करेगी दावा

पिछली बार भाकपा को छह और माकपा को चार सीटें दी गई थी। दोनों की दो-दो सीटों पर जीत हुई। भाकपा इस बार 10 से अधिक सीटों पर लड़ने की योजना बना रही है। माकपा के राज्य सचिव ललन चौधरी ने शनिवार को कहा-बीते पांच वर्षों में हमारी पार्टी की ताकत बढ़ी है।

जाहिर है, चार सीटें हमारे लिए काफी कम है। हम कम से कम 10 सीटों पर जीत की ताकत रखते हैं। वैसे हम सबका लक्ष्य भाजपा को परास्त करना है और सीटाें की संख्या इस लक्ष्य के रास्ते में बाधा नहीं बनेगी।

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'पाक को चुकानी होगी बड़ी कीमत', बिलावल भुट्टो को BJP ने सुनाई खरी-खरी; कहा- 'वे हताश हैं'

Dainik Jagran - National - April 26, 2025 - 4:19pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच के रिश्ते में तनाव काफी बढ़ गया है। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े फैसले लिए हैं। इस बीच पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी के बयान के बाद भारत में एक बड़ा उबाल आ गया है। भुट्टो के बयान पर भारत ने कड़ा ऐतराज जताया है और इसकी कड़ी निंदा की है।

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी की टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पलटवार किया है। केंद्रीय मंत्री ने कड़े शब्दों में कहा कि पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था। पाकिस्तान को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अभी तो केवल इसकी शुरुआत हुआ है। केंद्रीय मंत्री ने कड़े शब्दों में कहा कि पाकिस्तान को इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी।

'पाकिस्तान को चुकानी होगी बड़ी कीमत'

पहलगाम आतंकी हमले पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि पहलगाम की घटना स्पष्ट रूप से पड़ोसी राज्य द्वारा किया गया सीमा पार आतंकवादी हमला है और वे इसकी जिम्मेदारी ले रहे हैं।

केंद्रीय मंत्री पुरी ने कहा कि पहले की तरह अब कोई कारोबार जारी नहीं रहेगा। जैसा कि पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी और यह तो बस शुरुआत है। आतंकवादी जीवन के सबसे मौलिक अधिकार को छीन लेते हैं। इसकी पूरी दुनिया निंदा कर रही है। पाकिस्तान न केवल एक दुष्ट देश है, बल्कि यह एक पतनशील देश है।

पाकिस्तानी नेता को सीधा जवाब

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता के बयान पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि मैंने देखा की कह रहे हैं कि पानी नहीं बहेगा तो खून बहा देंगे। उससे कहिए कि खून बहाकर कहीं छलांग मार लें। पानी नहीं मिलेगा तो कहां छलांग मारेगा। छोड़िए बेवकूफ आदमी है।

धमकियों ने भारत नहीं डरेगा: पीयूष

इधर, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कही कि हम पाकिस्तान की धमकियों से नहीं डरने वाले हैं। पाकिस्तान के पास आतंक फैलाने के अलावा और कोई काम नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हम बिलावल भुट्टो के बयान की निंदा करते हैं। पाकिस्तान के लोग भी ऐसे बयानों से सहमत नहीं होंगे।

पीयूष गोयल का कहना है कि मैं समझता हूं की पाकिस्तान एक हताश देश है। उसके पास कोई अन्य काम नहीं है। दुर्भाग्य है कि ऐसे नेता विश्व का नुकसान ही करते हैं।

पाकिस्तानी नेता ने क्या कहा था?

उल्लेखनीय है कि बिलावल भुट्टो ने कहा कि भारत की सरकार ने एलान किया है कि वो सिंधु जल संधि को नहीं मानते हैं। मैं इसी सिंधु दरिया के साथ खड़े होकर भारत को कहना चाहूंगा की सिंधु हमारा है और सिंधु हमारा ही रहेगा। या इस दरिया से हमारा पानी बहेगा या उनका खून बहेगा। ऐसा नहीं हो सकता है कि एक दिन आप फैसला करें कि हम संधि को नहीं मानते हैंष ना ये बात पाकिस्तान की आवाम मानेगी।

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'सेना के ऑपरेशन से जुड़े वीडियो...' पहलगाम हमले के बाद सरकार ने मीडिया के लिए जारी की एडवाइजरी; दिए ये निर्देश

Dainik Jagran - National - April 26, 2025 - 4:12pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से पूरे देश में सुरक्षा को लेकर हाई अलर्ट है। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों का सफाया करने के लिए सुरक्षा बल लगातार ऑपरेशन चला रहे हैं। अब सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने इस संबंध में एक एजवाइजरी भी जारी की है।

एजवाइजरी में कहा गया है कि सभी मीडिया प्लेटफॉर्म, न्यूज एजेंसी और सोशल मीडिया यूजर्स पूरी जिम्मेदारी का पालन करें व रक्षा संबंधी मामलों पर रिपोर्टिंग के दौरान मौजूदा नियम-कानूनों का सख्ती से पालन करें।

इस खबर को लगातार अपडेट किया जा रहा है। हम अपने सभी पाठकों को पल-पल की खबरों से अपडेट करते हैं। हम लेटेस्ट और ब्रेकिंग न्यूज को तुरंत ही आप तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रारंभिक रूप से प्राप्त जानकारी के माध्यम से हम इस समाचार को निरंतर अपडेट कर रहे हैं। ताजा ब्रेकिंग न्यूज़ और अपडेट्स के लिए जुड़े रहिए जागरण के साथ।

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Bihar Paper Leak: संजीव मुखिया ने कोलकाता जाकर की थी रेकी, साल्वर से हल कराता था प्रश्न

Dainik Jagran - April 26, 2025 - 4:11pm

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Paper Leak: नीट-यूजी समेत कई प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया का नेटवर्क उत्तर प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल जैसे कई राज्यों में फैला है। बिहार पुलिस में सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक के लिए वह अपने गिरोह के सदस्यों के साथ कोलकाता भी गया था।

वहां, 10 दिनों तक रुकने के बाद उसने प्रिंटिंग और परिवहन की पूरी जानकारी हासिल की। वह परीक्षा से पहले प्रश्न-पत्र हासिल कर उसे साल्व कराकर सेटिंग वाले अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराता था।

इसके बाद अभ्यर्थियों से पांच से दस लाख रुपये तक वसूले जाते थे। नीट पेपर लीक के हल किए गए प्रश्न-पत्र संजीव मुखिया के गिरोह के सदस्यों के द्वारा ही उपलब्ध कराए गए थे। नीट पेपर लीक मामले की जांच में प्रश्न-पत्र हजारीबाग से लीक होने की जानकारी मिली थी, जिसे पटना के रामकृष्णानगर में साल्व कराया गया था।

संजीव मुखिया का बेटा भी आरोपी

ईओयू सूत्रों के अनुसार, संजीव मुखिया का बेटा डा. शिव उर्फ बिट्टू भी परीक्षा धांधली का बड़ा आरोपी है। नालंदा के नगरनौसा में शिक्षक भर्ती का प्रश्न-पत्र संजीव और डा. शिव की मौजूदगी में खोलकर निकाला गया था। इसके बाद हजारीबाग के होटल में अभ्यर्थियों को एक जगह रखकर प्रश्न-उत्तर रटाया जा रहा था। इस मामले में हजारीबाग में छापेमारी कर 200 से अधिक लोगों को पकड़ा गया था।

संजीव का बेटा डा. शिव 2017 में नीट-यूजी के प्रश्न-पत्र लीक कांड का भी अभियुक्त रहा है। डा. शिव को पिछले साल मई में उज्जैन से गिरफ्तार किया गया था जिसके बाद वह जेल में रहा। हाल ही में वह जमानत पर जेल से बाहर आया है।

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घाटी से चुन-चुनकर होगा आतंकियों का सफाया, सेना ने जारी की लिस्ट; हिट लिस्ट में हैं ये 14 नाम

Dainik Jagran - National - April 26, 2025 - 4:02pm

एएनआई, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के बाद बढ़ी सुरक्षा चिंताओं के बीच एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में खुफिया एजेंसियों ने केंद्र शासित प्रदेश में सक्रिय रूप से सक्रिय 14 स्थानीय आतंकवादियों की एक सूची तैयार की है।

सूत्रों के अनुसार, 20 से 40 वर्ष की आयु के ये व्यक्ति पाकिस्तान से विदेशी आतंकवादियों को रसद और जमीनी स्तर पर सहायता प्रदान कर सक्रिय रूप से सहायता कर रहे हैं।

इन गुर्गों के आतंकी हैं शामिल

पहचाने गए गुर्गों के पाकिस्तान समर्थित तीन प्रमुख आतंकी संगठनों से जुड़े होने की खबर है। इनमें हिजबुल मुजाहिदीन, लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM)। इनमें से 3 हिजबुल मुजाहिदीन से, 8 LeT से और 3 JeM से जुड़े हैं।

सूत्रों के मुताबिक इन व्यक्तियों के नाम हैं- आदिल रहमान डेन्टू (21), आसिफ अहमद शेख (28), अहसान अहमद शेख (23), हारिस नजीर (20), आमिर नजीर वानी (20), यावर अहमद भट, आसिफ अहमद खांडे (24), नसीर अहमद वानी (21), शाहिद अहमद कुटे (27), आमिर अहमद डार, अदनान सफी डार, जुबैर अहमद वानी (39), हारून रशीद गनई (32) और जाकिर अहमद गनी (29)।

कौन आतंकी कहां है सक्रिय

  • डेन्टू 2021 में लश्कर में शामिल हुआ और प्रतिबंधित संगठन के सोपोर जिला कमांडर के रूप में सक्रिय रूप से काम कर रहा है।
  • जैश-ए-मोहम्मद का आतंकवादी आसिफ अहमद शेख अवंतीपोरा का जिला कमांडर है और 2022 से लगातार आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है।
  • अहसान अहमद शेख लश्कर के आतंकवादी के रूप में पुलवामा में सक्रिय है और 2023 से लगातार आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है।
  • हारिस नजीर पुलवामा का आतंकवादी है और 2023 से लश्कर में सक्रिय है जबकि आमिर नजीर वानी भी 2024 से जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा पुलवामा में सक्रिय आतंकवादी है।
  • यावर अहमद भट भी पुलवामा में पूरी तरह सक्रिय है और 2024 से जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा है।
  • आसिफ अहमद खांडे जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले का आतंकवादी है और वह जुलाई 2015 में हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ था और वर्तमान में पाकिस्तानी आतंकवादियों की सहायता करने वाले आतंकवादी समूह का सक्रिय सदस्य है।
  • नसीर अहमद वानी भी 2019 से शोपियां में लश्कर के सक्रिय सदस्य के रूप में आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल है और पाकिस्तानी आतंकवादियों की काफी मदद कर रहा है।
  • शोपियां में एक और सक्रिय आतंकवादी शाहिद अहमद कुटे 2023 से लश्कर और उसके प्रॉक्सी समूह द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) से जुड़ा हुआ है।
  • आमिर अहमद डार भी 2023 से शोपियां में सक्रिय है, वह लश्कर के साथ काम कर रहा है और विदेशी आतंकवादियों के सहयोगी के रूप में प्रमुख भूमिका निभाता है।
  • अदनान सफी डार, जो शोपियां जिले का एक और सक्रिय आतंकवादी है, 2024 से लश्कर और टीआरएफ के लिए संयुक्त रूप से काम कर रहा है और पाकिस्तानी हैंडलरों से आतंकवादियों तक सूचना पहुंचाने का काम करता है।

ये भी हैं लिस्ट में शामिल

जुबैर अहमद वानी उर्फ ​​अबू उबैदा उर्फ ​​उस्मान, जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में हिजबुल मुजाहिदीन का मुख्य ऑपरेशनल कमांडर है। उसे ए+ सक्रिय आतंकवादी के रूप में वर्गीकृत किया गया है और वह अन्य आतंकवादियों की महत्वपूर्ण रूप से सहायता करता है और 2018 से सुरक्षा बलों पर हमलों में कई बार शामिल रहा है।

अनंतनाग का एक सक्रिय हिजबुल मुजाहिदीन आतंकवादी हारून रशीद गनई सुरक्षा बलों की तलाशी रडार पर है। उसने पहले पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की यात्रा की थी, जहां उसने 2018 के दौरान प्रशिक्षण प्राप्त किया था। कथित तौर पर वह हाल ही में दक्षिण कश्मीर वापस आया था।

हालांकि, जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले का एक प्रमुख आतंकवादी जुबैर अहमद गनी लश्कर से जुड़ा है और लगातार सुरक्षा बलों पर हमले और लक्षित हत्याओं में शामिल रहा है। इन स्थानीय आतंकी मददगारों की पहचान तब हुई है जब एजेंसियां ​​सीमा पार आतंकवाद को सुविधाजनक बनाने वाले समर्थन नेटवर्क को खत्म करने के प्रयासों को तेज कर रही हैं।

सुरक्षाबलों ने इन इलाकों में अभियान किया शुरू

सुरक्षा बलों ने पूरे दक्षिण कश्मीर में, खास तौर पर अनंतनाग और पुलवामा जिलों में समन्वित अभियान शुरू किए हैं, जहां माना जाता है कि सूचीबद्ध कई लोग सक्रिय हैं।

वरिष्ठ अधिकारियों ने संकेत दिया है कि ये नाम एक बड़े खुफिया डोजियर का हिस्सा हैं जिसका इस्तेमाल घाटी में आगे के हमलों को रोकने और आतंकी रसद को बाधित करने के लिए किया जा रहा है।

एजेंसियां ​​इन 14 आतंकवादियों के उन पांच आतंकवादियों से संबंध खोजने में लगी हुई हैं जिन्होंने 22 अप्रैल को दोपहर 2 बजे के आसपास लोकप्रिय पर्यटन शहर पहलगाम के पास बैसरन के सुरम्य घास के मैदान में 26 पर्यटकों पर हमला किया था।

इन 14 स्थानीय सक्रिय आतंकवादियों की सूची जारी करना एक कदम है, क्योंकि जांचकर्ताओं ने घातक हमले में शामिल पांच आतंकवादियों की पहचान की है, जिनमें तीन पाकिस्तानी नागरिक भी शामिल हैं।

पहलगाम हमले के तीन आतंकियों पर 20 लाख का है इनाम

अधिकारियों ने पहले इन पाकिस्तानी आतंकवादियों के तीन स्केच भी जारी किए थे- आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा। घाटी के अन्य दो गुर्गों की पहचान आदिल गुरी और अहसान के रूप में की गई थी। प्रत्येक पर 20 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया है।

एनआईए अन्य एजेंसियों के साथ वर्तमान में समग्र जांच में जम्मू और कश्मीर पुलिस की सहायता कर रही है क्योंकि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर के प्रॉक्सी टीआरएफ ने हमले की जिम्मेदारी ली है। एनआईए टीम से हमले की जगह का गहन आकलन करने, फोरेंसिक साक्ष्य एकत्र करने और नरसंहार के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान करने में मदद करने की उम्मीद है।

पहलगाम हमला : भारत के एक्शन से 'बैकफुट' पर आया पाकिस्तान, पीएम शहबाज बोले- 'हम जांच के लिए तैयार'

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