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पूर्व CJI डीवाई चंद्रचूड़ की राष्ट्रपति से शिकायत, एक मामले में अतिसक्रियता दिखाने का आरोप
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। देश के पूर्व चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के खिलाफ राष्ट्रपति को एक शिकायत भेजकर सीबीआइ जांच की मांग गई है। शिकायतकर्ता पटना हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जज राकेश कुमार का आरोप है कि कथित तौर पर पूर्व सीजेआइ चंद्रचूड़ ने एक मामले को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करने में अतिसक्रियता दिखाई थी।
अवकाश वाले दिन भी अर्जेंट मामलों की सुनवाई हुईहालांकि ज्ञात हो कि किसी भी मामले को कब और किस पीठ के समक्ष सुनवाई पर लगाया जाएगा यह तय करने का अधिकार चीफ जस्टिस को ही होता है। चीफ जस्टिस मास्टर ऑफ रोस्टर होता है और किसी भी मामले की सुनवाई की अर्जेंसी को देखते हुए वह पीठ गठित करते हैं और कई बार अवकाश वाले दिन भी अर्जेंट मामलों की सुनवाई हुई है।
जस्टिस राकेश कुमार ने आठ नवंबर 2024 को राष्ट्रपति को शिकायती पत्र भेजा था। जबकि जस्टिस चंद्रचूड़, सीजेआइ के पद से 10 नवंबर 2024 को सेवानिवृत्त हुए थे। जस्टिस कुमार ने जागरण से खास बातचीत में राष्ट्रपति को शिकायत भेजने और मामले की सीबीआइ से जांच कराने की मांग की पुष्टि की है।
2019 में हाई कोर्ट में भ्रष्टाचार के बारे में फैसला दिया थाजस्टिस राकेश कुमार वही हैं जिन्होंने पटना हाई कोर्ट के जज रहते हुए अगस्त 2019 में हाई कोर्ट में भ्रष्टाचार के बारे में फैसला दिया था। उस फैसले के बाद काफी विवाद हुआ था और दो महीने बाद उनका तबादला आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट कर दिया गया था।
जस्टिस राकेश ने पत्र में आरोप लगाया है कि पूर्व सीजेआइ चंद्रचूड़ ने कथित तौर पर एक जुलाई 2023 को फर्जी दस्तावेज सृजित कर किसी को दोषी ठहराने का प्रयास करने की आरोपित अभियुक्त तीस्ता सीतलवाड़ की जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए एक ही दिन में दो बार विशेष पीठ गठित की थी।
शिकायत में कही गई है ये बातशिकायत में कहा गया है कि एक जुलाई 2023 को छुट्टी थी। गर्मियों की छुट्टियों के बाद सोमवार 3 जुलाई 2023 को नियमित रूप से सुप्रीम कोर्ट खुलना था। आरोप है कि छुट्टी के दिन एक जुलाई को तत्कालीन सीजेआइ चंद्रचूड़ ने पहले दिन में सीतलवाड़ की जमानत पर सुनवाई के लिए विशेष पीठ गठित की।
उस पीठ ने सुनवाई की लेकिन पीठ सीतलवाड़ को अंतरिम राहत देने के मुद्दे पर एकमत नहीं हुई और उसने मामला बड़ी पीठ को भेज दिया। विशेष पीठ ने आदेश दिया कि केस सीजेआइ के समक्ष पेश किया जाए ताकि वे सुनवाई के लिए बड़ी पीठ का गठन करें।
अभियुक्त को अंतरिम राहत दीविशेष पीठ ने रजिस्ट्रार ज्युडिशियल कोतत्काल मामला सीजेआइ के सामने पेश करने का आदेश दिया था। यह पहला आदेश होने के बाद उसी दिन शाम को सीजेआइ ने मामले की सुनवाई के लिए बड़ी पीठ का गठन कर दिया। गठित की गई बड़ी पीठ ने उसी दिन सुनवाई की और अभियुक्त को अंतरिम राहत दी।
राष्ट्रपति को भेजा गया यह पत्र कानून मंत्रालय पहुंचा थाहालांकि जस्टिस कुमार ने पत्र में कहा है कि वह विशेष पीठ द्वारा विवेकाधिकार का इस्तेमाल कर दिए गए आदेश पर कोई सवाल नहीं उठा रहे हैं। उनका सवाल सिर्फ विशेष पीठ गठित करने में अतिसक्रियता दिखाए जाने के संबंध में है। राष्ट्रपति को भेजा गया यह पत्र कानून मंत्रालय पहुंचा था और अब बताया जा रहा है कि वहां से पत्र उचित कार्रवाई के लिए आगे भेजा गया है।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक बने मांगी लाल जाट, केंद्र ने जारी की अधिसूचना
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कृषि विज्ञानी एवं वर्तमान में इक्रीसेट में डीडीजी (रिसर्च) डॉ. मांगी लाल जाट को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आइसीएआर) का महानिदेशक एवं कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग (डेअर) का सचिव नियुक्त किया गया है।
कृषि विज्ञानी के रूप में जाट का लंबा अनुभवकृषि विज्ञानी के रूप में जाट का लंबा अनुभव है। नेचुरल रिसोर्स मैनेजमेंट में उन्होंने ग्लोबल लीडर के रूप में पहचान बनाई है। आइसीएआर में वह हिमांशु पाठक की जगह लेंगे, जिन्हें हाल में ही अंतरराष्ट्रीय फसल अनुसंधान संस्थान का महानिदेशक नियुक्त किया गया है।
केंद्र ने शुक्रवार को डॉ. जाट की नियुक्ति से संबंधित अधिसूचना जारी कर दी है। उनकी नियुक्ति कार्यभार ग्रहण करने के बाद तीन वर्ष के लिए प्रभावी होगी। सात मार्च को हुए साक्षात्कार में पांच विज्ञानियों ने भाग लिया था।
मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले हैं डॉ. जाटमूल रूप से राजस्थान के रहने वाले डॉ. जाट का चयन कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में बनी विज्ञानियों की एक समिति ने किया है। इसके पहले वह हैदराबाद स्थित इंटरनेशनल क्राप रिसर्च इंस्टीट्यूट फार द सेमी एरिड ट्रापिक्स (इक्रीसेट) में डिप्टी डायरेक्टर जनरल के पद पर कार्यरत थे।
आइसीएआर में लगभग 14 वर्षों तक काम कर चुके हैंयह अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जो शुष्क भूमि कृषि और कृषि खाद्य प्रणालियों में सुधार के लिए काम करता है। इसके पहले आइसीएआर में लगभग 14 वर्षों तक काम कर चुके हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मक्का और गेहूं सुधार केंद्र और धान अनुसंधान संस्थान में भी लंबे समय तक काम किया है।
DGCA: कैसे हुई एअर इंडिया एक्सप्रेस के पायलट की मौत? डीजीसीए ने दिए जांच के आदेश
पीटीआई, नई दिल्ली। विमानन निदेशालय (डीजीसीए) ने एअर इंडिया एक्सप्रेस के एक पायलट की अचानक मौत के मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
पायलट की नौ अप्रैल को श्रीनगर से उड़ान भरने के तुरंत बाद दिल्ली हवाई अड्डे पर मौत हो गई थी। डीजीसीए के अनुसार, जांच टीम को अंतिम रिपोर्ट छह महीने के अंदर जमा करनी होगी।
मौत किन परिस्थितियों में हुई, होगी जांचइस जांच में यह देखा जाएगा कि मौत किन परिस्थितियों में हुई, पायलट की पुरानी मेडिकल रिपोर्ट कैसी थी और ऐसी आपात स्थिति से निपटने के लिए जो नियम हैं, क्या वे ठीक हैं या बदलाव की जरूरत है।
मृत पायलट की मेडिकल हिस्ट्री की जांच करेगी17 अप्रैल को जारी डीजीसीए के आदेश के अनुसार, जांच टीम न सिर्फ मृत पायलट की मेडिकल हिस्ट्री की जांच करेगी, बल्कि यह भी देखेगी कि क्या ऐसे पायलटों की ड्यूटी लगाते समय सावधानी बरती गई थी, जिन्हें मेडिकल कारणों से उड़ान भरने की पाबंदी थी।
इस बात की भी जांच की जाएगी कि क्या ऐसे पायलटों के लिए कोई विशेष मेडिकल जांच जरूरी है, जो उड़ान से पहले कराई जानी चाहिए। साथ ही यह भी देखा जाएगा कि जब पायलट ने अस्वस्थ महसूस होने की बात कही, तो क्या बाकी क्रू मेंबर्स ने सही समय पर कार्रवाई की या नहीं।
हर चीज की बारीकी से होगी जांचडीजीसीए के अनुसार, जांच में यह भी देखा जाएगा कि अस्वस्थ पायलट को हवाई अड्डे के स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने में कितना समय लगा। साथ ही, टीम यह भी जांचेगी कि एयरपोर्ट का स्वास्थ्य केंद्र ऐसी आपात स्थिति से निपटने के लिए कितना तैयार था।
मौजूदा नियमों और दिशा-निर्देशों की समीक्षा की जाएगीमौजूदा नियमों और दिशा-निर्देशों की समीक्षा की जाएगी और जरूरत हो तो बदलाव के सुझाव भी दिए जाएंगे। इस जांच के लिए एयर सेफ्टी के उप निदेशक विशाल यादव को प्रमुख जांच अधिकारी बनाया गया है और ग्रुप कैप्टन मुर्तजा एक विशेषज्ञ के रूप में जांच में शामिल होंगे।
Rain Alert: अगले कुछ घंटों में बदलने वाला है मौसम, दिल्ली-NCR समेत इन जगहों पर भारी बारिश के साथ पड़ेंगे ओले
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली समेत आस पास के क्षेत्रों में शुक्रवार दिन में जहां भीषण गर्मी देखने को मिली। वहीं, शाम के समय झमाझम बारिश के कारण तापमान में अचानक कमी देखने को मिली, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली।
इस बीच मौसम विभाग ने ताजा पूर्वानुमान जारी किया है। ताजा अलर्ट के अनुसार, आने वाले तीन घंटों के भीतर दिल्ली एनसीआर समेत आसपास के कई जिलों में भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि होने की संभावना है।
कहां-कहां बारिश का अनुमान?अगले तीन घंटों में अमरोहा, बागपत, बिजनौर, बुलंदशहर, जी.बी.नगर, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, मुजफ्फरनगर जिलों और आसपास के इलाकों में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश और ओलावृष्टि होने की संभावना है।
दिल्ली में झमाझम बारिशराजधानी दिल्ली में शुक्रवार शाम अचानक मौसम बदल गया। देश की राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। बारिश के कारण तापमान में काफी कमी देखने को मिली है। जिससे लोगों ने राहत की सांस ली। इससे पहले शुक्रवार दिन में तीखी धूप खिली रही। तापमान भी अधिक रहा, जिससे सड़कों पर निकलने से पहले लोगों को सोचना पड़ा।
यूपी के कई जिलों में आंधी-तूफान का अलर्टबता दें कि भारतीय मौसम विभाग ने बताया है कि शनिवार को उत्तर प्रदेश के 40 से अधिक जिलों में आंधी-पानी और वज्रपात का प्रकोप देखने को मिल सकता है। IMD के अनुसार, नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण शुक्रवार रात और शनिवार को कई जिलों में गरज-चमक से साथ बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में मेघ गर्जन के साथ वज्रपात का अलर्ट जारी किया गया है।
राजस्थान में हीट वेव का अलर्टगौरतलब है कि भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने अपने प्रारंभिक पूर्वानुमान में अप्रैल के पहले हफ्ते से ही देश के कई हिस्सों में हीट वेव (लू) की चेतावनी जारी की थी। हालांकि, राजस्थान एवं गुजरात के कुछ हिस्से में ऐसा देखा भी गया, लेकिन पहाड़ों पर हिमपात ने शुक्रवार से फिर मौसम को पलट दिया।
उत्तर-पश्चिम भारत में आंधी-तूफान का अलर्टमौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान में देश के पश्चिमी हिस्से को 20 अप्रैल तक लू से मुक्ति मिलने की संभावना नहीं है। हिमालयी क्षेत्र एवं उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी क्षेत्रों में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा, गरज के साथ तूफान, बिजली चमकने एवं तेज हवाएं चलने की संभावना है। इस दौरान जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद एवं हिमाचल प्रदेश में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है।
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World Liver Day: बढ़ती बीमारियों के बीच कैसे रखें लिवर का ध्यान? एक्सपर्ट्स ने बताए खास टिप्स
टीम जागरण, नई दिल्ली। बेतरतीब खानपान, जंक फूड और गतिहीन जीवन शैली सदैव जवान बने लिवर को भी बीमार बना देती है। मौजूदा दौर में लिवर से संबंधित बीमारियां तेजी से बढ़ी हैं। कई अध्ययन इसकी पुष्टि करते हैं। इस बीच लिवर रोग के विशेषज्ञों के अनुसार सिर्फ खानपान की आदतों में सुधार लाकर ही लिवर से संबंधित आधी परेशानियों से निजात पाई जा सकती है।
विश्व लिवर दिवस के अवसर पर इस बार डॉक्टर इसी बात पर ज्यादा जोर भी दे रहे हैं कि खाना ही दवा है। लिवर ट्रांसप्लांटेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. संजीव सैगल के अनुसार खराब खानपान, शराब, प्रोसेस्ड फूड, गतिहीन जीवनशैली के कारण लिवर को हुए नुकसान को ठीक किया जा सकता है। क्योंकि लिवर में स्वयं को स्वस्थ रखने की अद्भुत क्षमता होती है।
सही जीवनशैली और पोषणयुक्त आहार के जरिए लिवर को दोबारा स्वस्थ किया जा सकता है। ताजे फल, हरी सब्जियां साबुत अनाज और प्रोटीन युक्त डाइट लिवर से संबंधित बीमारियों को रोकती हैं। साथ ही लिवर के रिजेनरेशन में भी मदद करती हैं।
चीनी युक्त पेय पदार्थों से लिवर में जमा होती है चर्बीडॉ. सैगल ने कहा कि डॉक्टरों के रूप में, हमने देखा है कि जब मरीज साफ सुधरा आहार लेना शुरू करता है तो उसके लिवर में एंजाइम का स्तर सुधरता है। लंबी अवधि में इसके काफी अच्छे परिणाम होते हैं। बच्चों पर भी बढ़ा खतरा न्यूट्रियंट्स जर्नल में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन में बच्चों में मेटाबोलिक डिस्फक्शन को लेकर चिंता जाहिर की गई है। अध्ययन में सामने आया है कि चीनी युक्त पेय पदार्थों और स्नैक्स मोटापे को बढ़ाने के साथ लीवर में भी चर्बी जमा करते हैं।
अच्छे खानपान की लिवर को स्वस्थ रखने में अहम भूमिकाडॉ. संजीव सैगल के अनुसार खाने पीने की चीजों में अब लेबलिंग सुधार लाना बेहद जरूरी है। साथ ही स्कूलों में भी पोषण युक्त खानपान के लिए अभियान चलाया जाना चाहिए। हर तीन में से एक भारतीय को फैली लिवर डिजीज का खतरा फ्रंटियर ऑफ न्यूट्रिशियन जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार अच्छे खानपान की लिवर को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका है। यूके बायोबैंक में 1.21 लाख लोगों के डाटा का विश्लेषण करने के बाद शोधकर्ताओं को पता चला है कि 16 प्रतिशत लोगों में क्रोनिक लिवर डिजीज का खतरा है।
जंक फूड से दूरी लिवर संबंधी बीमारियों के खतरे से कमवहीं, लिवर ट्रांसप्लांटेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया के निर्वाचित अध्यक्ष डॉ. अभिदीप चौधरी के अनुसार हर तीन में से एक भारतीय को फैटी लिवर डिजीज का खतरा है। काफी लोगों को इसका पता भी नहीं चलता। क्योंकि उनमें इसके लक्षण काफी देरी से सामने आते हैं। हालांकि कई अध्ययनों में यह सामने आया है कि कम उम्र में लिवर को हुए नुकसान को जीवन शैली में बदलाव लाकर ठीक किया जा सकता है। इसके लिए ताजा घर में बना खाना खाने से इसके अलावा उच्च शर्करा वाले पेय पदार्थ व जंक फूड से दूरी लिवर से संबंधित बीमारियों के खतरे को कम करती है।
बिगड़ती जीवन शैली बड़ी वजह पीजीआई चंडीगढ़ के हेप्टोलॉजी विभाग में हुए एक अध्ययन में करीब 1000 स्वस्थ रक्त दाताओं में 53 प्रतिशत लोगों में नान-एल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज (एनएएफएलडी) के लक्षण पाए गए। विशेषज्ञों को कहना है कि जीवनशैली में आए बदलाव के कारण लिवर संबंधित बीमारियां बढ़ी हैं। हेप्टोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. अजय डुसेजा ने बताया कि तनाव, मोटापा और हाई बीपी, फैटी लिवर के मुख्य कारण हैं। बिगड़ती जीवनशैली के चलते लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि शुरुआत में इसके कोई लक्षण सामने नहीं आते। जब तक इसका पता चलता है यह बीमारी लिवर को 80 प्रतिशत तक खराब कर चुकी होती है, जिससे हेपेटाइटिस, फाइब्रोसिस, सिरोसिस और लिवर कैंसर तक का खतरा बढ़ जाता है।
ऐसे रखें लिवर को स्वस्थ- संतुलित खाना खाएं।
- प्रोसेस्ड फूड और ज्यादा चीनी से बचें।
- शराब पूरी तरह छोड़ दें।
- बिना डाक्टर की सलाह के सप्लीमेंट, दवा और जड़ी-बूटियां न लें।
- रोज व्यायाम करें।
- हेपेटाइटिस बी और सी की जांच जरूर कराएं।
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'स्पीकर किसी पार्टी का प्रवक्ता नहीं हो सकता', उपराष्ट्रपति के 'सुप्रीम' बयान के बाद छिड़ी बहस; किसने क्या कहा?
पीटीआई, नई दिल्ली। राष्ट्रपति और राज्यपाल द्वारा विधेयकों को मंजूरी देने में तीन माह की समयसीमा तय करने के मामले में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा सार्वजनिक रूप से सुप्रीम कोर्ट की आलोचना किए जाने के एक दिन बाद राजनीतिक और कानूनी विशेषज्ञों के बीच बहस तेज हो गई है।
वरिष्ठ राज्यसभा सदस्य और पूर्व कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने जहां उपराष्ट्रपति के बयान की निंदा की है, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता महेश जेठमलानी ने इसका समर्थन करते हुए इसकी वैधानिकता का आधार बताया है।
DMK ने धनखड़ के बयान पर जताई आपत्तिवहीं, कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने किसी को भी कानून या संविधान से ऊपर नहीं होने की बात कही है। जबकि द्रमुक ने धनखड़ के बयान पर आपत्ति जताई है। सिब्बल ने कहा कि सभी को पता है कि लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी बीच में होती है। वह सदन के अध्यक्ष होते हैं। वह वोट भी नहीं देते हैं और उनका वोट तभी पड़ता है जब बराबरी की स्थिति आती है। ऐसा ही उच्च सदन में होता है।
उन्होंने कहा कि आप विपक्ष और सत्ताधारी पार्टी से समान दूरी पर होते हैं। कोई भी स्पीकर किसी पार्टी का प्रवक्ता नहीं हो सकता। मैं यह नहीं कहता कि वह (धनखड़) हैं, लेकिन सैद्धांतिक रूप से कोई भी स्पीकर पार्टी का प्रवक्ता नहीं हो सकता। अगर ऐसा होता है तो पद की गरिमा गिरती है।
जेठमलानी ने की धनखड़ के दमदार कदम की तारीफजेठमलानी ने धनखड़ के इस दमदार कदम की तारीफ करने के साथ इसकी कानूनी व्याख्या करते हुए एक्स पर लिखा कि जहां कुछ लोग सरकार के दो अंगों (कार्यपालिका और विधायिका) के बीच संघर्ष के बीच में देश के दूसरे प्रमुख (उपराष्ट्रपति) के आने के औचित्य पर सवाल उठा सकते हैं, लेकिन बिल्कुल स्पष्ट संवैधानिक दोष की ओर इशारा करना (उपराष्ट्रपति एक कुशल कानूनविद भी हैं) कि संविधान के अनुच्छेद 145(3) के अनुसार संवैधानिक प्रविधान की व्याख्या से संबंधित सवाल पर केवल पांच न्यायाधीशों की पीठ द्वारा विचार किया जाना चाहिए और दो न्यायाधीशों की पीठ का फैसला अमान्य था, यह निश्चित रूप से संविधान की मर्यादा बनाए रखने की उपराष्ट्रपति के शपथबद्ध दायित्व का निर्वहन होगा।
सुरजेवाला ने उपराष्ट्रपति के बयान पर जताई असहमतिवहीं, सुरेजवाला ने एक्स पर लिखा कि मैं उपराष्ट्रपति की बुद्धिमत्ता और वाक्पटुता का बहुत सम्मान करता हूं, लेकिन उनके कथन से सम्मानपूर्वक असहमत हूं। कोई भी कानून या संविधान से ऊपर नहीं है, चाहे वह भारत का राष्ट्रपति हो या कोई और अधिकारी। जबकि द्रमुक के उप महासचिव और राज्यसभा सदस्य तिरुचि शिवा ने एक्स पोस्ट पर लिखा कि संविधान के अनुसार शक्तियों के पृथक्करण के तहत कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका के पास अलग-अलग शक्तियां हैं। उपराष्ट्रपति की सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर टिप्पणियां अनैतिक हैं।
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अगले महीने स्पेस स्टेशन जाएंगे भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला, भारत ने मिशन के लिए खर्च किए हैं इतने अरब डॉलर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। स्पेस की अंधेरी गहराइयों में भारत एक बार फिर सुनहरा इतिहास लिखने की दिशा में बढ़ रहा। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के सहयोग से भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अगले महीने यानी मई में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की ओर रवाना होंगे।
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस संबंध में जानकारी दी। बता दें कि शुभांशु पिछले 8 महीने से नासा और प्राइवेट स्पेस कंपनी एक्सिओम स्पेस के साथ ट्रेनिंग ले रहे हैं। जिस मिशन के लिए शुभांशु को स्पेस स्टेशन भेजा जा रहा है, वह प्राइवेट कॉमर्शियल मिशन है और इसके लिए भारत ने करीब 60 मिलियन डॉलर का भुगतान किया है।
मंत्री जितेंद्र सिंह ने दी जानकारीमंत्री जितेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, 'भारत अपनी अंतरिक्ष यात्रा में एक निर्णायक अध्याय लिखने के लिए तैयार है। भारतीय अंतरिक्ष यात्री को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन ले जाने वाला मिशन अगले महीने मई 2025 के लिए निर्धारित किया गया है।'
उन्होंने आगे लिखा, 'ग्रुप कैप्टन शुक्ला अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का दौरा करने वाले पहले भारतीय बनेंगे और राकेश शर्मा की सोवियत सोयुज अंतरिक्ष यान पर 1984 की प्रतिष्ठित उड़ान के बाद चार दशकों में अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री होंगे।'
सबसे कम उम्र के एस्ट्रोनॉटशुभांशु शुक्ला इसरो द्वारा चुने गए सबसे कम उम्र के अंतरिक्ष यात्री हैं। उनकी उम्र केवल 40 साल है और जाहिर तौर पर उनके सामने अभी एक लंबा करियर है। इस मिशन की कमांडर नासा की पूर्व अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन होंगी, जो अब एक्सिओम स्पेस के लिए काम करती हैं।
आईएसएस जाने वाले चार लोगों का ये दल स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन कैप्सूल में बैठेगा। इसे स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा। इस मिशन को अमेरिका के फ्लोरिडा में स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर से उड़ान भरेगा।
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Monsoon Update: दिल्ली से यूपी-बिहार समेत इन राज्यों में झमाझम बारिश, कई जगह प्री-मानसून का अनुमान
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पश्चिमी क्षेत्र में हीट वेव और उत्तर के पहाड़ों में आंधी-बारिश और हिमपात के साथ ही पूर्व में बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी युक्त हवाओं के टकराने से पूरे भारत का मौसम प्रभावित होने वाला है।
- मैदानी क्षेत्रों के तापमान में तीन-चार डिग्री तक गिरावट आएगी और कई स्थानों में आंधी के साथ प्री-मानसून बारिश का अनुमान है। मौसम में परिवर्तन की यह स्थिति एक सप्ताह से ज्यादा दिनों तक जारी रह सकती है।
- पहाड़ों में हिमपात का असर दो-तीन दिनों में मैदानों में दिखना शुरू हो सकता है। पंजाब से लेकर दिल्ली एवं पश्चिमी यूपी के कई क्षेत्रों में तेज आंधी के साथ बारिश हो सकती है।
- दिल्ली में बादल छाए रह सकते हैं और बिहार-झारखंड में भी तेज आंधी और गरज के साथ बारिश का क्रम जारी रह सकता है। मौसम में इस परिवर्तन से अगले एक सप्ताह तक तापमान में ज्यादा उछाल नहीं आएगी।
भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने अपने प्रारंभिक पूर्वानुमान में अप्रैल के पहले हफ्ते से ही देश के कई हिस्सों में हीट वेव (लू) की चेतावनी जारी की थी। हालांकि, राजस्थान एवं गुजरात के कुछ हिस्से में ऐसा देखा भी गया, लेकिन पहाड़ों पर हिमपात ने शुक्रवार से फिर मौसम को पलट दिया।
उत्तर-पश्चिम भारत में आंधी-तूफान का अलर्टमौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान में देश के पश्चिमी हिस्से को 20 अप्रैल तक लू से मुक्ति मिलने की संभावना नहीं है। हिमालयी क्षेत्र एवं उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी क्षेत्रों में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा, गरज के साथ तूफान, बिजली चमकने एवं तेज हवाएं चलने की संभावना है। इस दौरान जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद एवं हिमाचल प्रदेश में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है।
मौसम में अधिक उतार-चढ़ाव- प्रशांत महासागर में छोटी अवधि तक ला-नीना की सक्रियता ने भारतीय उपमहाद्वीप के मौसम को प्रभावित किया है।
- हालांकि अब ला-नीना कमजोर होकर खत्म हो गया है। फिर भी इस बार मौसम में ज्यादा ही उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है।
- अप्रैल में सामान्य तौर पर तापमान ऊपर चढ़ता है, लेकिन इस बार के अप्रैल में पहले सप्ताह की तुलना में अंतिम सप्ताह में ज्यादा गर्मी नहीं पड़ती दिख रही है।
- यह स्थिति पश्चिमी विक्षोभ के लगातार आते रहने से बन रही है। उत्तरी सीमा पर एक पश्चिमी विक्षोभ ने अभी तेज दस्तक दी है, जिसका असर 20 अप्रैल तक रह सकता है।
- दूसरा विक्षोभ भी आने की संभावना बनती दिख रही है, जिसके असर से अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक तापमान में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं होने जा रहा है।
आईएमडी के अनुसार पश्चिम की ओर से आ रही गर्म और पूर्व की ओर से आ रही नमी युक्त हवा के टकराने से उत्तर-पश्चिम हिस्से में धूल भरी आंधी के साथ गरज-चमक के साथ बारिश होगी। इसी दौरान पहाड़ों पर बारिश और हिमपात के चलते मैदानी इलाकों में कई जगहों पर बारिश हो सकती है।
कहां-कितना रहेगा तापमान?बंगाल, बिहार तथा पूर्वोत्तर राज्यों समेत केरल एवं अंडमान-निकोबार में कुछ स्थानों पर बारिश के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं। इस दौरान हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र के साथ-साथ तेलंगाना में तापमान 40-42 डिग्री के आसपास रह सकता है।
' ये मॉडल ऑफ करप्शन का नया अध्याय है', नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर कांग्रेस पर बरसी BJP
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने आरोप लगाया है कि नेशनल हेराल्ड घोटाला कांग्रेस के मॉडल ऑफ करप्शन का एक नया अध्याय है। उन्होंने यह भी दावा किया कि कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री नेशनल हेराल्ड को चंदा नहीं, बल्कि विज्ञापन के रूप में पैसा देते हैं। साथ ही सवाल उठाया कि आखिर ये विज्ञापन किस आधार पर दिए जाते हैं, जबकि अखबार नहीं छाप रहे हैं?
हेराल्ड का नाम आते ही कांग्रेस परेशान हो जाती है: BJPकांग्रेस पर निशाना साधते हुए अनुराग ठाकुर ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए यहां कहा कि हेराल्ड का नाम सामने आते ही पार्टी के पूरे तंत्र में एक तरह की घबराहट, बेचैनी और असहजता दिखाई देने लगती है, क्योंकि उनकी चोरी पकड़ी गई है।
'खटाखट मॉडल बीमार और लाचार हो गया'उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड का मामला अपने आप में एक ऐसा मॉडल है, जो किसी के गले से नीचे नहीं उतर रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ अखबार केवल कागजी होते हैं, जो छपते, बिकते और पढ़े नहीं जाते और नेशनल हेराल्ड इसी श्रेणी में आता है।
कांग्रेस शासित राज्यों के अखबार को विज्ञापन देने को लेकर निशाना साधते हुए अनुराग ने कटाक्ष किया कि राहुल गांधी पहले खटाखट मॉडल की बात करते थे। आज कांग्रेस शासित राज्यों में वही मॉडल खटारा, बीमार और लाचार हो गया है। वहां की जनता से किए गए वादे पूरे नहीं हो रहे, लेकिन नेशनल हेराल्ड जैसे संस्थानों को विज्ञापन देकर सरकारी पैसे दिए जा रहे हैं।
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'अपना नंबर दे दो...', बेंगलुरु में ऑटो ड्राइवर ने महिला से की छेड़छाड़; सेल्फी लेने के लिए पड़ गया पीछे
आईएएनएस, बेंगलुरु। बेंगलुरु में सार्वजनिक स्थल पर एक महिला के साथ सेल्फी लेने और उसका मोबाइल नंबर मांगने की अभद्रता पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। घटना पुलकेशीनगर पुलिस थाने की है और गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान मणि के रूप में हुई है।
पुलिस के अनुसार महिला एक दुकान के पास अपने पुरुष मित्रों के साथ खड़ी थी, लेकिन आरोपी ऑटोरिक्शा वाले ने महिला से छेड़खानी करते हुए उसका मोबाइल नंबर मांगने की जिद की और फिर उसके साथ सेल्फी लेने के लिए उसके पीछे पड़ गया।
पीड़िता ने दर्ज कराई शिकायतउसके बाद पीड़ित महिला ने पुलिस को बताया कि आरोपी ऑटो वाले ने जबरदस्ती सेल्फी लेने की भी कोशिश कीथी। बाद में उस पीड़िता ने अपनी शिकायत दर्ज कराई और पुलिस से उसके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
इसी तरह एक अन्य घटना में बेंगलुरु पुलिस ने एक व्यक्ति को अश्लीलता और पीड़िता के स्वजनों पर हमला करने के लिए गिरफ्तार किया है।
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मणिपुर में सुरक्षाबलों की कार्रवाई, दो उग्रवादी गिरफ्तार; भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद जब्त
पीटीआई, इंफाल। मणिपुर के विभिन्न हिस्सों में तलाश अभियान के दौरान सुरक्षाबलों ने एक प्रतिबंधित संगठन के दो उग्रवादियों को गिरफ्तार किया और 11 हथियार तथा 10 आइईडी जब्त किए। इस गिरफ्तारी की जानकारी पुलिस ने दी।
पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि कांगलेई यावोल कन्ना लूप (केवाईकेएल) के दो उग्रवादियों को गुरुवार को थौबल जिले के वांगजिंग खाबाखोंग इलाके से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि उनके कब्जे से दो हथगोले जब्त किए गए।
11 हथियार समेत कई IED जब्तसुरक्षा बलों ने तेगनौपाल, इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम जिलों में तलाश अभियान के दौरान 11 हथियार और कई आईईडी जब्त किए। तेगनौपाल जिले से नौ एमएम की दो देसी पिस्तौल, मैगजीन, 10 आईईडी और आठ हथगोले जब्त किए गए।
उखरुल में भूमि विवाद में एक व्यक्ति की मौतउधर, मणिपुर के उखरुल में भूमि विवाद को लेकर दो गांवों के लोगों के बीच हुई झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए। घटना गुरुवार को हुई, जिसके बाद अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट पाली माकन ने शांगचिंग और लुंगरेइफुंग तांग गांवों में निषेधाज्ञा लागू कर दी। झड़प के पीछे की वजह दोनों गांवों के निवासियों के बीच भूमि के स्वामित्व को लेकर थी। मृतक की पहचान 46 वर्षीय रामसन आरके के रूप में हुई है। उसे बाएं सीने पर गोली लगी थी।
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ऑनर किलिंग के मामले में SC ने पलटा हाईकोर्ट का फैसला, परिवार पर तय होंगे हत्या के आरोप
पीटीआई, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश में ऑनर किलिंग के एक मामले में गैर इरादतन हत्या का आरोप तय किए जाने पर नाराजगी जताई है। कोर्ट ने मामले में आरोपी परिवार के खिलाफ हत्या का आरोप तय करने का आदेश दिया है।
चीफ जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस संजय कुमार की पीठ ने मामले में गैर इरादतन हत्या का आरोप तय करने के लिए निचली अदालत और इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश को खारिज कर दिया।
हाईकोर्ट के फैसले को दी थी चुनौतीपीठ ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को 26 वर्षीय जिया-उर रहमान के पिता की सहमति से सहारनपुर की अदालत में केस चलाने के लिए एक विशेष लोक अभियोजक नियुक्त करने का आदेश दिया है।
रहमान की उसकी प्रेमिका के परिवार के सदस्यों ने कथित तौर पर लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। याचिकाकर्ता ने हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती दी थी, जिसमें पुलिस को आईपीसी की धारा 304 के तहत गैर इरादतन हत्या का आरोप लगाने की अनुमति दी थी।
इस धारा में दस वर्ष से उम्रकैद तक की सजा हो सकती है। जबकि 302 में उम्रकैद या मौत की सजा हो सकती है।
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'ये तो उल्टी बात हो गई', सिब्बल ने धनखड़ के बयान पर किया तंज; सुप्रीम कोर्ट को ‘सुपर संसद’ कहने पर छिड़ी बहस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तमिलनाडु के राज्यपाल द्वारा विधेयकों को मंजूरी न देने के मसले पर सुप्रीम कोर्ट के ताजा फैसले ने सियासी हलकों में नई बहस छेड़ दी है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस फैसले पर सख्त टिप्पणी करते हुए सुप्रीम कोर्ट को ‘सुपर संसद’ करार दिया, जिसके जवाब में राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने उन पर तंज कसा है।
सिब्बल ने कहा कि उपराष्ट्रपति को यह समझना चाहिए कि राज्यपाल और राष्ट्रपति को मंत्रिपरिषद की सलाह पर काम करना होता है।
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने क्या था?उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को राज्यसभा के प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कड़ा एतराज जताया। उन्होंने कहा कि कुछ जज ‘कानून बना रहे हैं’ और ‘सुपर संसद’ की तरह काम कर रहे हैं।
जगदीप धनखड़ ने खास तौर पर सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का जिक्र किया, जिसमें राष्ट्रपति को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा, “हम कहां जा रहे हैं? देश में क्या हो रहा है? हमें इस मसले पर बेहद संजीदा होना होगा।”
धनखड़ ने आगे कहा कि संविधान सुप्रीम कोर्ट को कानून की व्याख्या करने का हक देता है, लेकिन इसके लिए पांच जजों की पीठ की जरूरत होती है। उन्होंने यह भी कहा कि यह मामला सिर्फ समीक्षा याचिका दाखिल करने या न करने का नहीं है, बल्कि लोकतंत्र के लिए यह एक नाजुक वक्त है।
कपिल सिब्बल ने उपराष्ट्रपति धनखड़ के बयान को लेकर क्या कहा?कपिल सिब्बल ने उपराष्ट्रपति की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि धनखड़ को यह मालूम होना चाहिए कि राज्यपाल और राष्ट्रपति मंत्रिपरिषद की सलाह-मशविरा के मुताबिक काम करते हैं।
“यह धनखड़ जी (उपराष्ट्रपति) को पता होना चाहिए, वह पूछते हैं कि राष्ट्रपति की शक्तियों को कैसे कम किया जा सकता है, लेकिन शक्तियों को कौन कम कर रहा है? मैं कहता हूं कि एक मंत्री को राज्यपाल के पास जाना चाहिए और दो साल तक वहां रहना चाहिए, ताकि वे सार्वजनिक महत्व के मुद्दे उठा सकें, क्या राज्यपाल उन्हें अनदेखा कर पाएंगे?" कपिल सिब्बल, राज्य सभा सांसद और वरिष्ठ वकील
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, "यह असल में विधायिका की सर्वोच्चता में दखलंदाजी है, ये तो उल्टी बात है । अगर संसद कोई विधेयक पारित कर देती है, तो क्या राष्ट्रपति इसे लागू करने को अनिश्चित काल के लिए टाल सकते हैं? अगर इस पर हस्ताक्षर नहीं भी किए गए, तो क्या किसी को इसके बारे में बात करने का अधिकार नहीं है?"
क्या है पूरा मामला?यह पूरा मामला तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि द्वारा विधेयकों को कथित मंजूरी न देने के इर्द-गिर्द घूम रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए साफ किया कि राज्यपाल को विधानमंडल के फैसलों को अनदेखा करने का हक नहीं है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने राज्यपाल और राष्ट्रपति को लेकर निर्देश दिया कि वह किसी भी बिल को लंबे वक्त तक रोक कर नहीं रख सकते हैं।
(एएनआई के इनपुट के साथ)
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AS Dulat: कौन हैं एएस दुलत? कश्मीर पर लिखी किताब, अब चर्चा में... फारूक और वाजपेयी के रहे करीबी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग यानी रॉ के पूर्व प्रमुख अमरजीत सिंह दुलत की किताब द चीफ मिनिस्टर एंड द स्पाई की काफी चर्चा हो रही है। दुलत ने अपनी किताब में धारा 370 और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को लेकर बड़ा दावा किया है।
दुलत ने लिखा है कि कश्मीर से धारा 370 हटाने के केंद्र सरकार के फैसले को फारूक अब्दुल्ला का निजी तौर पर समर्थन था। हालांकि उन्होंने किताब में ये भी दावा किया है कि फारूक इस बात को लेकर नाराज भी थे कि केंद्र सरकार ने फैसले से पहले उन्हें विश्वास में क्यों नहीं लिया। लेकिन ऐसा नहीं है कि दुलत पहली बार चर्चा में आए हों। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने से लेकर मुफ्ती मोहम्मद सईद पर टिप्पणी तक, उन्होंने कई बार सुर्खियां बटोरीं।
आज के एक्सप्लेनर में आपको बताएंगे रॉ के पूर्व प्रमुख एएस दुलत और उनसे जुड़े किस्सों के बारे में...एएस दुलत का जन्म पंजाब के सियालकोट में दिसंबर 1940 में एक सिख परिवार में हुआ था। भारत के विभाजन के समय उनके पिता जस्टिस शमशेर सिंह दुलत परिवार के साथ दिल्ली शिफ्ट हो गए। एएस दुलत ने शिमला के बिशप कॉटन स्कूल से अपनी शिक्षा ग्रहण की। इसके बाद चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी से उन्होंने ग्रेजुएशन किया।
दुलत का रुझान सिविल सर्विस की तरफ हुआ, तो उन्होंने यूपीएससी का इम्तिहान दिया। पहले अटेम्प्ट में तो उन्हें सफलता नहीं मिली, लेकिन 1964 में दूसरे प्रयास में उन्होंने एग्जाम क्रैक कर लिया। उन्हें राजस्थान कैडर मिला और बतौर आईपीएस दुलत ने अपनी सेवा देनी शुरू कर दी।
कश्मीर में बिताया काफी समयएएस दुलत ने इंटेलीजेंस ब्यूरो जॉइन कर लिया। 1990 में जब कश्मीर में काफी उथल-पुथल मची थी, तब उन्होंने आईबी में कश्मीर का प्रभार लिया। दुलत ने एक बार कहा था कि 'कश्मीर ने मुझे इंटेलीजेंस का असली खेल समझाया। अगर आप ये खेल जल्दी नहीं समझ पाए, तो कश्मीर जैसी जगह में शायद ही दूसरा मौका मिले।'
1999 में दुलत ने आईबी छोड़कर भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ जॉइन कर लिया, लेकिन कश्मीर से उनका जुड़ाव बना रहा। 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में दुलत को रॉ का चीफ बनाया गया। दुलत जब रिटायर हो गए, तो उन्होंने 2004 तक पीएमओ में काम किया।
कई बार चर्चा में भी रहे- अमरजीत सिंह दुलत अपने कार्यकाल के दौरान जितना कभी चर्चा में नहीं रहे होंगे, उससे ज्यादा रिटायरमेंट के बाद रहे हैं। दुलत ने एक बार हैदराबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में पुलवामा हमले को लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा के लिए एक तोहफा बताते हुए कहा था कि इसने भारत को पाकिस्तान के आंतकी शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक करने का अधिकार दे दिया था।
- दुलत की एक किताब के कारण पाकिस्तान के पूर्व जासूस असद दुर्रानी पर कई बंदिशें लगा दी गई थीं, तब उन्होंने दुर्रानी के पक्ष में बयान दिया था। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में दुलत भी शामिल हुए थे। इसे लेकर भाजपा नेता अमित मालवीय ने उन पर निशाना भी साधा था।
- अपनी किताबों में किए कई दावों को लेकर भी एएस दुलत काफी चर्चा में रहते हैं। कश्मीर पर अपनी एक किताब में दुलत ने दावा किया था कि पीडीपी के पू्र्व प्रमुख मुफ्ती मोहम्मद सईद और अलगाववादी नेता सईद अली शाह गिलानी के बीच बेहद करीबी संबंध थे और गिलानी ने ही पीडीपी को बनाने में मुफ्ती की मदद की थी।
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'आपने तो अपना ही नया कानून बना लिया...' मध्य प्रदेश हाई कोर्ट से क्यों नाराज हुआ सुप्रीम कोर्ट?
नई दिल्ली, पीटीआई। सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश हाई कोर्ट को करारी फटकार लगाई है। सर्वोच्च न्यायालय ने हाई कोर्ट के फैसले पर नाराजगी जताते हुए कहा कि आपने अपना नया कानून बना लिया है। हमें यह देखकर हैरानी हुई है। आपके बनाए गए इस नए कानून का कोई कानूनी आधार नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट में दो जजों की पीठ ने मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के उस फैसले पर सुनवाई की है, जिसमें हाई कोर्ट ने एक शख्स को जमानत देने से इनकार कर दिया था। हाई कोर्ट का कहना था है कि आधी सजा पूरी किए बिना जमानत नहीं मिल सकती है।
सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?
सुप्रीम कोर्ट के जज अभय ओका और जस्टिस उज्जवल भुयान ने इस मामले पर सुनवाई करते हुए मध्य प्रदेश हाई कोर्ट को सवालों के कठघरे में खड़ा किया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जब हाई कोर्ट में अपील सुनवाई के लंबित हो और जल्दी सुनवाई के कोई आसार नहीं दिख रहे हो, तो सजा पाए व्यक्ति को जमानत दी जा सकती है।
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हाई कोर्ट से जताई नाराजगी
मध्य प्रदेश हाई कोर्ट को फटकार लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हमें यह देखकर हैरानी हुई है कि मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने अपना नया कानून बना लिया है, जिसका कोई कानूनी आधार नहीं है। हाई कोर्ट को नसीहत देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आपको मौजूदा कानून के हिसाब से काम करना चाहिए।
क्या था हाई कोर्ट का फैसला?
बता दें कि मध्य प्रदेश में आरोपी शख्स की जेब से संदिग्ध नोट बरादम हुए थे, जिसके कारण आरोपी जेल में बंद था। आरोपी ने हाई कोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी, जिस पर सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने कहा कि आरोपी ने अपने गुनाहों पर कोई सफाई नहीं दी है, इसलिए उसे जमानत नहीं दी जा सकती। आरोपी की जमानत याचिका खारिज की जा चुकी थी, लेकिन 2 महीने में उसने फिर से जमानत की अर्जी डाल दी। ऐसे में जब तक आरोपी आधी सजा नहीं काट लेता, उसे जमानत नहीं मिल सकती है।
हाई कोर्ट के इसी फैसले पर चिंता जताते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मामूली मामले पर जमानत क्यों दी जाती है। सर्वोच्च न्यायालय कई बार उच्च न्यायालयों को ऐसे मामलों में जमानत देने का निर्देश दे चुका है।
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प्राइवेट पार्ट दिखा रहा था शख्स ...महिला ने किया विरोध तो कर दिया हमला, तीन लोगों की हालत नाजुक
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बेंगलुरु में पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है, जिसने एक महिला को अपने गुप्तांग दिखाए और इसका विरोध करने पर उनके पति सहित सात लोगों पर हमला किया। यह वाकिया शिवाजीनगर इलाके में 13 अप्रैल को हुआ।
आरोपी की पहचान कार्तिक के रूप में हुई है, जो पीड़िता के सामने वाले मकान में रहता था। पुलिस के मुताबिक, कार्तिक ने दूसरी मंजिल पर टहलते वक्त अपनी पैंट की ज़िप खोलकर अश्लील हरकत की और महिला के साथ बदतमीज़ी का इशारा किया। जब महिला ने शोर मचाया और अपने पति को बुलाया, तो आरोपी ने गुस्से में आकर उन पर हमला कर दिया।
हिंसक हमला और घायल लोगपड़ोसियों ने जब बीच-बचाव की कोशिश की, तो कार्तिक ने उन पर ईंटों, गमलों और खिड़कियों के शीशों से हमला किया। इस हादसे में सात लोग ज़ख्मी हुए, जिनमें तीन की हालत नाज़ुक है और वे अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई में हैं। पुलिस ने बताया कि कार्तिक ने अपनी मां से पूछताछ के दौरान भी उन पर हमला किया। प्रारंभिक तहकीकात में पता चला कि वह आदतन मुजरिम है और कई औरतों के साथ बदसलूकी कर चुका है। उसे अब न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियोइसके अलावा, बेंगलुरु में एक और वाकिया सुर्खियों में है। सोशल मीडिया पर 17 सेकंड का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक शख्स तड़के दो जवान लड़कियों को निशाना बनाता दिख रहा है।
वीडियो में वह एक लड़की को धक्का देता है, दूसरी के साथ यौन उत्पीड़न करता है और फिर फरार हो जाता है। लड़कियां घबराहट में रुकती हैं और फिर तेज़ी से वहां से चली जाती हैं। कर्नाटक पुलिस ने इस मामले में तहकीकात की और आरोपी को केरल के एक गांव से गिरफ्तार किया। उसकी शिनाख्त 26 साल के संतोष डेनियल के रूप में हुई है।
पुलिस की कार्रवाईशिवाजीनगर पुलिस ने कार्तिक के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जबकि संतोष डेनियल को भी हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस का कहना है कि दोनों मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि इलाके में अमन-चैन बना रहे। इन मामलों ने बेंगलुरु में महिलाओं की हिफाज़त को लेकर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी शक़ी हरकत की खबर तुरंत दें ताकि मुजरिमों को कानूनी तरीके से निपटा जा सके।
(आईएएनएस की इनपुट के साथ)
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अमेरिका में पकड़ा गया मोस्ट वांटेड हैप्पी पासिया, पंजाब में 14 आतंकी हमलों का है आरोपी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका में रहने वाले आतंकी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया को अमेरिकी इमिग्रेशन विभाग ने पकड़ लिया है। वह पिछले छह महीनों में पंजाब में 14 आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार बताया जा रहा है।
हैप्पी पासिया पर पांच लाख का इनाम थासुरक्षा एजेंसियों का कहना है यह आतंकी भारत के सबसे वांछित आतंकियों में से एक था और उस पर पांच लाख रुपये का इनाम था। वह अभी आईसीई (इमिग्रेशन एंड कस्टम्स इंफोर्समेंट) की हिरासत में है।
सुरक्षा बलों के सूत्रों ने बताया कि हैप्पी पासिया ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और बब्बर खालसा इंटरनेशनल के साथ मिलकर आतंकी हमलों को अंजाम दिया।
हैप्पी पासिया ने पंजाब पुलिस प्रतिष्ठानों पर कई आतंकी हमले किएहैप्पी पासिया ने पंजाब के पुलिस प्रतिष्ठानों पर कई आतंकी हमले किए थे और सोशल मीडिया पर उनकी जिम्मेदारी ली थी। नवंबर 2024 से अमृतसर में पुलिस प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर किए गए सिलसिलेवार धमाकों के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने उसकी तलाश शुरू कर दी थी।
रॉबर्ट वाड्रा से 16 घंटे से ज्यादा पूछताछ कर चुकी ईडी, कांग्रेस बोली- यह कार्रवाई राजनीति से प्रेरित
पीटीआई, नई दिल्ली। गुरुग्राम जमीन घोटाले में राबर्ट वाड्रा गुरुवार को लगातार तीसरे दिन ईडी के सामने पेश हुए और उनसे छह घंटे से ज्यादा पूछताछ की गई। अब तक वाड्रा से 16 घंटे से भी ज्यादा पूछताछ की जा चुकी है।
फिलहाल पूछताछ के लिए नई तारीख नहीं दीईडी सूत्रों के अनुसार, उन्हें फिलहाल पूछताछ के लिए नई तारीख नहीं दी गई है और यह भी तय नहीं है कि उन्हें फिर से बुलाया जाएगा या नहीं। वाड्रा सुबह 11 बजे अपनी पत्नी और वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ ईडी कार्यालय पहुंचे और शाम को करीब 6.15 बजे कार्यालय से बाहर निकले।
वाड्रा से कुल 16-17 सवाल पूछे गए और उनके बयानों को पीएमएलए के तहत दर्ज किया गया। वाड्रा ने ईडी कार्यालय जाने से पहले कहा कि इस मामले में उन्हें हरियाणा सरकार और खट्टरजी (पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल) से 2019 और 2020 में क्लीन चिट मिल चुकी है। अब वो (ईडी) इतने सालों बाद मुझे क्यों बुला रही है। यह राजनीतिक शिकार बनाना है और इसलिए ही लोग सोचते हैं कि ये एजेंसियों का दुरुपयोग है।
जन्मदिन अपने परिवार के साथ मनाऊंगा- वाड्राएएनआइ के अनुसार, वाड्रा ने कहा, ''कोई भी सवाल नया नहीं था। सभी सवाल 2019 के ही दोहराए गए। अगर कल (शुक्रवार) को सार्वजनिक अवकाश नहीं होता, तो मुझे अपना जन्मदिन ईडी कार्यालय में मनाना पड़ता। कल गुड फ्राइडे है और मैं अपना जन्मदिन अपने परिवार के साथ मनाऊंगा, वर्ना वे मुझे बुलाते रहते।''
करीब 20 वर्ष पुराने इन मामलों को खत्म करने की जरूरतइससे पूर्व वाड्रा ने अपने और अपने परिवार के खिलाफ ईडी की कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि उन्होंने हमेशा एजेंसी का सहयोग किया है और हजारों पन्नों के दस्तावेज प्रस्तुत किए हैं, लेकिन वह चाहते हैं कि करीब 20 वर्ष पुराने इन मामलों को खत्म करने की जरूरत है।
वाड्रा के खिलाफ जांच हरियाणा के गुरुग्राम में मानेसर-शिकोहपुर (वर्तमान में सेक्टर 83) में एक भूमि सौदे से जुड़ी हुई है। उस वक्त हरियाणा में भूपिंदर सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार थी। फरवरी 2008 में यह सौदा स्काईलाइट हास्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया गया था, जिसमें वाड्रा निदेशक रह चुके थे।
शिकोहपुर में 3.5 एकड़ जमीन को 7.50 करोड़ रुपये में खरीदाकंपनी ने ओंकारेश्वर प्रापर्टीज से शिकोहपुर में 3.5 एकड़ जमीन को 7.50 करोड़ रुपये में खरीदा। इसके चार वर्ष बाद सितंबर 2012 में कंपनी ने यह जमीन डीएलएफ को 58 करोड़ रुपये में बेच दी। अक्टूबर 2012 में हरियाणा के तत्कालीन भूमि चकबंदी और भूमि अभिलेख महानिदेशक-सह-पंजीकरण महानिरीक्षक के रूप में तैनात आइएएस अधिकारी अशोक खेमका द्वारा इस सौदे को निर्धारित प्रक्रियाओं का उल्लंघन बताते हुए दाखिल-खारिज रद कर दिया गया और यह विवादों में घिर गया।
वाड्रा से जुड़े इन तीनों मनी लांड्रिंग मामलों की चार्जशीट पेश करेगी ईडीउस वक्त विपक्ष में बैठी भाजपा ने इस सौदे को भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद का उदाहरण बताया, जो कांग्रेस पार्टी के प्रथम परिवार से रिश्तेदारी की ओर ईशारा करता था। हरियाणा पुलिस ने 2018 में इस मामले में एफआइआर दर्ज की। इसके बाद वाड्रा से दो मनी लांड्रिंग मामलों को लेकर कई बार केंद्रीय जांच एजेंसी ने पूछताछ की थी। सूत्रों का कहना है कि ईडी जल्द ही वाड्रा से जुड़े इन तीनों मनी लांड्रिंग मामलों की चार्जशीट पेश करेगी।
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दिल्ली और राजस्थान में परेशान करेगी गर्मी, पहाड़ों पर आंधी-तूफान का अलर्ट; इन राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली एनसीआर समेत यूपी हरियाणा और पंजाब में गर्मी से हाल बेहाल हो रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में गरज चमक के साथ भारी बारिश होगी। इसके साथ ही, हरियाणा और पंजाब में हल्की बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने बताया कि राजस्थान में गर्मी परेशान करेगी, यहां तापमान 40 के ऊपर जाने को तैयार है।
यूपी के कई जिलों में आंधी-बारिश और ओलों से हुआ नुकसानउत्तर प्रदेश के कई जिलों में गुरुवार शाम आंधी-बारिश और ओलों ने फसलों का नुकसान तो किया ही, 11 लोगों की जान भी ले ली। मौसम विभाग के मुताबिक, शुक्रवार को भी तेज आंधी और बारिश की संभावना है। बाराबंकी और अयोध्या में पांच-पांच तथा अमेठी में एक की मौत हुई है। खेतों में गेहूं की फसल गिर गई तो कटे बोझ भीग गए। कई जगह पेड़ व खंभे गिरने से यातायात बाधित हुआ। सैकड़ों गांवों की बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हो गई।
बाराबंकी, बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा में ओले गिरने से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें गहरा गई हैं। आम की फसल भी प्रभावित हुई है।दोपहर बाद मौसम ने करवट ली। पहले तेज आंधी आई, फिर चमक-दमक के साथ तेज बारिश शुरू हो गई। कहीं-कहीं बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई।
बाराबंकी में दो बच्चों की मौतबाराबंकी में मुर्गी फार्म की टिन शेड व खंभा गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई तो टिन शेड गिरने की एक अन्य घटना में भी महिला और युवक की मौत हो गई। इसके अलावा दीवार गिरने से वृद्धा की जान चली गई।
उधर, अयोध्या में तेज आंधी-तूफान में अलग-अलग स्थानों पर हुए हादसों में पांच महिलाओं की मौत हो गई। गेहूं काटने खेत में गईं तीन महिलाएं आंधी आने पर एक ट्रैक्टर-ट्राली के नीचे छिप गईं। तेज आंधी-बारिश से असंतुलित हुई ट्राली तीनों पर पलट गई। तीनों की मौत हो गई। एक अन्य घटना में गेहूं काटने गई महिला ने आंधी से बचने के लिए टिन शेड के नीचे शरण ली।
अमेठी में वज्रपात से एक महिला की मौतवहीं पहले से एक बच्चा भी खड़ा था। दीवार सहित टिन शेड उनके ऊपर गिर गया। महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बच्चा घायल है। इसके अलावा दूसरी घटना में चहारदीवारी गिरने से एक वृद्धा की मौत हो गई। अमेठी में वज्रपात से एक महिला की मौत हो गई।
दिल्ली में छाए रहेंगे बादलमौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को भी आंशिक रूप से बादल छाए रहने का पूर्वानुमान है। 20 से 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 39 और 25 डिग्री रह सकता है। शनिवार को दिन भर बादल छाए रहेंगे। 50 किमी तक प्रति घंटे की रफ्तार से तेज आंधी चलेगी और हल्की वर्षा भी हो सकती है। शनिवार के लिए मौसम विभाग ने यलो अलर्ट भी जारी कर दिया है। मौसम के इस बदलाव से तापमान में भी गिरावट आएगी और अगले कई दिन बनी रहेगी।
हिमाचल में तूफान से कई पेड़ गिरे, दो लोगों की मौतमौसम विभाग ने बताया कि हिमाचल के कई इलाकों में भारी बारिश होगी। हिमाचल प्रदेश में बुधवार रात कुछ देर के लिए आया तूफान प्रदेशभर में भारी नुकसान कर गया। हमीरपुर जिले के बड़सर में मजदूरों की झुग्गियों पर चीड़ का पेड़ गिरने से आठ साल के अभिषेक और सरकाघाट के बलद्वाड़ा के चंच्याणी गांव में हवा के दबाव से छत से गिरी सुमना देवी की एम्स बिलासपुर में मौत हो गई।
अभिषेक के पिता स्वर्ण साहनी निवासी दरभंगापुर जिला नारायणपुर (बिहार) घायल हुए हैं। इसके अलावा चलती गाड़ी पर पेड़ गिरने से दो लोग घायल हो गए। कांगड़ा जिले में गगल के समीप सनौरां में पेड़ गिरने से घायल हुए चार लोगों को डाक्टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा से छुट्टी मिल गई है।
तूफान के कारण बिजली ठपसिरमौर जिले के पांवटा साहिब-कालाअंब राष्ट्रीय राजमार्ग पर तूफान के बीच चालक सहित कार खाई में गिर गई। चालक रातभर खाई में पड़ा रहा। सुबह लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया। तूफान के कारण पेड़ गिरने से बाधित बिजली आपूर्ति कई स्थानों पर अभी भी ठप है।
ED Raid: 50 करोड़ का कुत्ता खरीदने वाले शख्स के घर पहुंची ईडी, छापेमारी में खुल गई शख्स की पोल
पीटीआई, बेंगलुरु। शेखी बघारने के लिए एक व्यक्ति ने इंटरनेट मीडिया पर दावा कर दिया कि उसने 50 करोड़ रुपये में दुनिया का सबसे महंगा कुत्ता विदेश से मंगाया है। यह दावा इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने के बाद जब यह जानकारी ईडी को हुई तो उस व्यक्ति के खिलाफ विदेशी मुद्रा विनिमय नियमों के उल्लंघन के संबंध में शिकायत दर्ज दी।
व्यक्ति इतना महंगा कुत्ता खरीदने में सक्षम नहीं- ईडीईडी की टीम उस व्यक्ति के घर पहुंच गई और छापेमारी की। हालांकि यह दावा झूठा साबित हुआ। ईडी ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। सूत्रों के अनुसार ईडी के अधिकारियों ने पाया कि वह व्यक्ति इतना महंगा कुत्ता खरीदने में सक्षम नहीं है।
सूत्रों के अनुसार जिस कुत्ते की तस्वीरें इंटरनेट मीडिया पर भी प्रसारित हुई थीं, वह कुत्ता उसके पड़ोसी का था। उसकी कीमत ''एक लाख रुपये भी नहीं थी। ईडी ने इस मामले में विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के तहत कोई जांच शुरू नहीं की है।
ईडी ने रामेश्वरम रिसार्ट के 60 कमरे और जमीन को लिया अपने कब्जे मेंपीटीआई, नई दिल्ली। ईडी ने तमिलनाडु के रामेश्वरम शहर में एक रिसार्ट के 60 कमरे और खाली जमीन को अपने कब्जे में ले लिया है। इसकी कीमत 30 करोड़ रुपये है। यह कार्रवाई इसके प्रमोटरों के खिलाफ मनी लांड्रिंग जांच के तहत की गई है। यह संपत्ति सेवन हिल्स पंबन आइलैंड रिसार्ट की है। यह मामला कोलकाता पुलिस द्वारा दोनों कंपनियों के खिलाफ दर्ज की गई एफआइआर से जुड़ा है।
निवेशकों से धोखाधड़ी करने की साजिश रचीईडी के अनुसार, इन कंपनियों से जुड़े व्यक्तियों प्रसेनजीत दास, तुषार पटेल और शैलेश कुमार पांडे ने कई फर्जी फर्मों का उपयोग कर निवेशकों से धोखाधड़ी करने की साजिश रची। इसमें टीपी ग्लोबल एफएक्स के माध्यम से भारी मुनाफे का वादा किया गया था।