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BSF jawan detained by Pakistan Rangers
कुछ बड़ा होने वाला है...? बॉर्डर पर अलर्ट, दिल्ली में हाईलेवल मीटिंग; श्रीनगर जाएंगे सेना प्रमुख
एएनआई, नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार एक्शन मोड में है। भारत-पाक बॉर्डर भी अलर्ट मोड पर है। इसी बीच भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए कल (25 अप्रैल) श्रीनगर का दौरा करेंगे।
स्थानीय सैन्य संरचनाओं के शीर्ष कमांडर उन्हें घाटी और एलओसी पर बल द्वारा उठाए गए आतंकवाद विरोधी उपायों के बारे में जानकारी देंगे। 15 कोर कमांडर और राष्ट्रीय राइफल्स के अन्य गठन कमांडर इस दौरे के दौरान मौजूद रहेंगे।
दिल्ली में हुई थी सेना प्रमुख की हाईलेवल मीटिंगबता दें कि मंगलवार को देश की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS), तीनों सेनाओं के प्रमुख और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ एक अहम बैठक की।
सेना प्रमुखों ने दी सुरक्षा स्थिति की जानकारीसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने रक्षा मंत्री को पहलगाम और पूरे जम्मू कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों को अलर्ट कर दिया गया है और आतंकियों को पकड़ने के लिए सर्च अभियान जारी है।
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Pahalgam Terror Attack: 'हिंदू-मुस्लिम अलग हो जाओ, कलमा पढ़ो'; जान गंवाने वाले शैलेश के बेटे ने बताया आतंकियों का हुलिया
एएनआई, नई दिल्ली। पहलगाम हमले (Pahalgam Terror Attack) में मारे गए लोगों को परिजनों और जो लोग बाल- बाल बचे वो दुनिया को अपनी आपबीती सुना रहे हैं। इस आतंकी हमले में गुजरात के रहने वाले शैलेश कलथिया भी मारे गए। हमले के दौरान उनका बेटा नक्श कलथिया भी बैसरन घाटी में अपने पिता के साथ मौजूद था।
नक्श ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया," हम पहलगाम, जम्मू-कश्मीर में 'मिनी स्विटजरलैंड' पॉइंट पर थे। हमने गोलियों की आवाज सुनी। जैसे ही हमें लगा कि आतंकवादी इलाके में घुस आए हैं, हम छिप गए। लेकिन, उन्होंने हमें ढूंढ लिया। हमने दो आतंकवादियों को देखा।
'आतंकियों ने लोगों को कलमा पढ़ने को कहा'नक्श ने आगे कहा,"मैंने सुना कि उनमें से एक ने सभी लोगों को मुस्लिम और हिंदू में अलग होने का आदेश दिया और फिर सभी हिंदू पुरुषों को गोली मार दी। आतंकवादियों ने पुरुषों से तीन बार 'कलमा' पढ़ने को कहा, जो लोग इसे नहीं पढ़ पाए, उन्हें गोली मार दी गई।
#WATCH | Surat, Gujarat | Shailesh Kalthia, a native of Varachha area of Surat city, was killed in the Pahalgam terror attack on 22nd April.
His son, Naksh Kalthia, says, "We were at the 'mini Switzerland' point in Pahalgam, J&K. We heard gunshots... We hid once we realised… pic.twitter.com/t0tKrc5dtI
नक्श ने आगे कहा कि जब आतंकवादी चले गए, तो स्थानीय लोग आए और कहा कि जो लोग बच गए हैं, उन्हें तुरंत नीचे उतर जाना चाहिए। हम पॉइंट से नीचे उतरने के एक घंटे बाद सेना आई। आतंकवादी उन्हें (मेरे पिता को) बिल्कुल भी बोलने नहीं दे रहे थे। उन्होंने (मेरी मां से) कुछ नहीं कहा। आतंकवादियों में से एक गोरा था और उसकी दाढ़ी थी। उसने अपने सिर पर कैमरा बांधा हुआ था। उन्होंने महिलाओं और बच्चों को छोड़ दिया।"
Pak suspends Simla Agreement, shuts border
'पाकिस्तान से आए इन कुत्तों को...', ओवैसी ने पहलगाम हमले पर उठाए ये दो सवाल, बताया कैसे मिलेगा इंसाफ
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन में मंगलवार को हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि इन आतंकयों के खात्मे से ही उन लोगों के परिवार को न्याय मिलेगा, जिनकी इसमें हत्या हुई है।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'एक ऐसी जगह जहां इतने सारे पर्यटक थे, वहां एक भी पुलिस कर्मी या सीआरपीएफ कैंप नहीं था। क्विक रिएक्शन टीम (QRT) को मौके पर पहुंचने में एक घंटे से अधिक का समय लगा और इन कमीनों-हरमजादों ने लोगों से उनका धर्म पूछने के बाद उन्हें गोली मार दी।'
ओवैसी ने उठाए सवाल?उन्होंने कहा कि वे पाकिस्तान से आए थे और पाकिस्तान उनका समर्थन करता है। वे सीमा कैसे पार कर गए? इसके लिए कौन जिम्मेदार है? वे पहलगाम पहुंचे गए तो श्रीनगर भी पहुंच सकते थे... न्याय तभी होगा जब जवाबदेही तय होगी... हम आतंकी हमले की निंदा करते हैं।
पीएम से सर्वदलीय बैठक का आग्रहबता दें कि एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि पहलगाम सर्वदलीय बैठक के लिए संसद में सदस्यों की संख्या की परवाह किए बिना सभी राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया जाए।
ओवैसी ने रिजिजू से की फोन पर बात- ओवैसी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने बुधवार रात केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू से बात की और उन्हें बताया गया कि एनडीए सरकार केवल 'पांच या 10 सांसदों' वाले दलों को आमंत्रित करने पर विचार कर रही है।
- ओवैसी ने यह भी कहा कि जब उन्होंने पूछा कि कम सांसदों वाले दलों को क्यों नहीं? तो केंद्रीय मंत्री ने जवाब दिया कि बैठक 'बहुत लंबी' हो जाएगी और उन्होंने मजाक किया कि एआईएमआईएम नेताओं की आवाज वैसे भी बहुत तेज है।
- गुरुवार शाम को होने वाली बैठक में केंद्र विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को पहलगाम आतंकी हमले के बारे में जानकारी देगा और उनके विचार सुनेगा। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह नेताओं को जानकारी देंगे। सिंह बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
ओवैसी ने कहा कि यह भाजपा या किसी अन्य पार्टी की आंतरिक बैठक नहीं है, बल्कि आतंकवाद और आतंकवादियों को पनाह देने वाले देशों के खिलाफ एक मजबूत और एकजुट संदेश भेजने के लिए एक सर्वदलीय बैठक है। क्या नरेंद्र मोदी सभी दलों की चिंताओं को सुनने के लिए एक घंटा अतिरिक्त नहीं दे सकते?
यह भी पढ़ें: 'चार दिन में भारत छोड़ दें पाकिस्तानी नागरिक', पहलगाम के बाद एक और बड़ा प्रहार; वीजा सेवा तत्काल सस्पेंड
'चार दिन में भारत छोड़ दें पाकिस्तानी नागरिक', पहलगाम के बाद एक और बड़ा प्रहार; वीजा सेवा तत्काल सस्पेंड
एएनआई, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर, भारत सरकार ने पाकिस्तान के नागरिकों के लिए वीजा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्णय लिया है।
इसके तहत, 27 अप्रैल से सभी मौजूदा वैध वीजा रद कर दिए जाएंगे। सिर्फ चिकित्सा वीजा 29 अप्रैल तक वैध रहेंगे। भारत में वर्तमान में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को निर्धारित समय सीमा के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।
In continuation of the decisions made by the Cabinet Committee on Security in the wake of the Pahalgam terror attack, the Government of India has decided to suspend visa services to Pakistani nationals with immediate effect. All existing valid visas issued by India to Pakistani… pic.twitter.com/P2Du6Dvc9Q
— ANI (@ANI) April 24, 2025भारत सरकार ने लोगों को दी सलाह
भारत सरकार ने अपने नागरिकों को पाकिस्तान यात्रा से बचने की सलाह दी है। साथ ही, पाकिस्तान में वर्तमान में मौजूद भारतीय नागरिकों से आग्रह किया गया है कि वे जल्द से जल्द भारत लौट आएं।
भारत ने लिए बड़े एक्शन
यह कदम उस आतंकवादी हमले के जवाब में उठाया गया है, जिसमें 22 अप्रैल को पहलगाम में 26 पर्यटकों की जान गई थी। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है और कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इससे पहले, भारत ने सिंधु जल समझौते को निलंबित किया था और वाघा-अटारी सीमा को बंद कर दिया था।
पहलगाम हमले के बाद भारत की 'डिजिटल स्ट्राइक', पाकिस्तान सरकार का ऑफिशियल X अकाउंट सस्पेंड
Video: जहां पाकिस्तान करने वाला था मिसाइल टेस्टिंग, वहां भारत ने किया INS सूरत से सफल परीक्षण
एएनआई, नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terrorist Attack) के बाद भारत सरकार पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन मोड में है। राजनीतिक, आर्थिक और कूटनीतिक मोर्चे पर पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत ने मंगलवार को पांच बड़े फैसले लिए। इसी बीच भारतीय नौसेना ने अपने बनाए स्वदेशी युद्धपोत आईएनएस सूरत ने समुद्र में तेजी से उड़ाने वाले टारगेट पर सटीक हमला किया है।
स्वदेशी निर्देशित मिसाइल Destroyer ने समुद्र में टारगेट को हिट किया। इस उपलब्धि से नौसेना और भी ज्यादा ताकतवर हो चुकी है। यह उपलब्धि रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत के विजन को दिखाता है।
अरब सागर में पाक करने जा रहा मिसाइल टेस्टिंगअरब सागर में किया गया है यह सफल परीक्षण इसलिए भी काफी अहम है क्योंकि, पाकिस्तान भी इसी इलाके में मिसाइल टेस्टिंग करने जा रहा है। हाल ही में पाकिस्तान ने नोटिफिकेशन जारी किया था। पाकिस्तान ने अरब सागर क्षेत्र में मिसाइल परीक्षण करने का एलान किया है। यह मिसाइल सतह से सतह पर मारने करने वाली होगी। आशंका जताई जा रही है कि 24-25 अप्रैल को कराची तट पर किया जाएगा।
बता दें कि मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लीडरशिप में पीएम आवास में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी ने पांच अहम फैसले लिए।
#IndianNavy's latest indigenous guided missile destroyer #INSSurat successfully carried out a precision cooperative engagement of a sea skimming target marking another milestone in strengthening our defence capabilities.
Proud moment for #AatmaNirbharBharat!@SpokespersonMoD… pic.twitter.com/hhgJbWMw98
- 1960 की सिंधु जल संधि तत्काल प्रभाव से स्थगित रहेगी, जब तक कि पाकिस्तान विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से सीमा पार आतंकवाद के लिए अपने समर्थन को त्याग नहीं देता।
- एकीकृत चेक पोस्ट अटारी को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया जाएगा। जो लोग वैध अनुमोदन के साथ सीमा पार कर चुके हैं, वे 01 मई 2025 से पहले उस मार्ग से वापस आ सकते हैं।
- पाकिस्तानी नागरिकों को सार्क वीजा छूट योजना (एसवीईएस) वीजा के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पाकिस्तानी नागरिकों को अतीत में जारी किए गए किसी भी एसवीईएस वीजा को रद्द माना जाएगा। एसवीईएस वीजा के तहत वर्तमान में भारत में मौजूद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक के पास भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे हैं।
- नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा/सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित किया जाता है। उनके पास भारत छोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय है। पाकिस्तान में मौजूद भारतीय उच्चायोग से अपने रक्षा/नौसेना/वायु सलाहकारों को भारत वापस बुलाएगा। संबंधित उच्चायोगों में ये पद निरस्त माने जाएंगे। सेवा सलाहकारों के पांच सहायक कर्मचारियों को भी दोनों उच्चायोगों से वापस बुलाया जाएगा।
- उच्चायोगों की कुल संख्या को वर्तमान 55 से घटाकर 30 किया जाएगा, जिसे 01 मई 2025 तक और कम किया जाएगा।
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