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जमीन के बदले नौकरी का मामला: RJD सुप्रीमो लालू यादव की बढ़ी मुश्किलें, ED ने पूछताछ के लिए किया तलब

Dainik Jagran - March 18, 2025 - 9:33am

पीटीआई, पटना। आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की मुश्किलें एक बार फिर से बढ़ गई हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जमीन के बदले नौकरी के मामले में 19 मार्च को पूछताछ के लिए तलब किया है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने इसकी जानकारी आधिकारिक सूत्रों के हवाले से दी है। लालू के अलावा उनकी पत्नी राबड़ी देवी और उनके बेटे तेज प्रताप यादव को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है।

परिवार के कुछ सदस्यों को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया

इसी मामले में उनके परिवार के कुछ सदस्यों को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। सूत्रों ने बताया कि उनके बयान धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज किए जाने हैं। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि प्रसाद और उनके परिवार के सदस्यों के एजेंसी के सामने पेश होने की उम्मीद नहीं है।

ईडी की चार्जशीट में कई खुलासे

ईडी की चार्जशीट के मुताबिक आरोपपत्र में नामित एक अन्य आरोपी हृदयानंद चौधरी राबड़ी देवी की गौशाला का पूर्व कर्मचारी है, जिसने एक उम्मीदवार से संपत्ति अर्जित की थी और बाद में उसे हेमा यादव को ट्रांसफर कर दिया था। एजेंसी ने कहा कि ए के इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड और ए बी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड जैसी कंपनियां "शेल" कंपनियां थीं, जिन्होंने प्रसाद के परिवार के सदस्यों के लिए अपराध की आय प्राप्त की, एजेंसी ने कहा कि उक्त कंपनियों के नाम पर "फ्रंट मैन" द्वारा अचल संपत्तियां अर्जित की गईं।

पिछले साल ईडी ने लालू परिवार के सदस्यों के खिलाफ चार्जशीट दायर किया था

पिछले साल, ईडी ने दिल्ली की एक अदालत में लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों के खिलाफ मामले में आरोपपत्र दायर किया था, जिसमें उनकी पत्नी राबड़ी देवी और उनकी बेटियों मीसा भारती और हेमा यादव के अलावा कुछ अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया था।

11 मार्च को तेज प्रताप और हेमा यादव को भी तलब किया गया था

बता दें कि इससे पहले 11 मार्च तेज प्रताप और हेमा यादव को भी तलब किया था। जिसमें तेज प्रताप यादव और हेमा यादव को 50 हजार के निजी मुचलके पर जमानत दे दी गई थी। अब अचानक लालू यादव को पूछताछ के लिए बुलाने से आरजेडी की टेंशन बढ़ गई है।

क्या है नौकरी के बदले जमीन घोटाले का मामला

बता दें कि जमीन बदले नौकरी के मामले में सीबीआई ने लालू समेत 78 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। चार्जशीट के मुताबिक 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री के रूप में काम करते हुए लालू प्रसाद यादव ने रेलवे की ग्रुप-डी की नौकरियों के बदले उम्मीदवारों से जमीन और संपत्ति लिखवाई थी।

इस चार्जशीट में घोटाले के जोन के बारे में भी जानकारी दी गई थी। इनमें मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर समेत कई रेलवे जोन शामिल थे।

मामले में लालू परिवार के 5 सदस्य आरोपी

इस मामले में लालू परिवार के 5 सदस्यों को आरोपी बनाया गया जिनमें लालू प्रसाद, तेजस्वी यादव, तेज प्रताप, राबड़ी देवी, हेमा यादव और मीसा भारती शामिल हैं। इससे पहले 30 जनवरी 2025 को अदालत ने सीबीआई को एक पूर्व प्रशासनिक अधिकारी और उस समय रेलवे बोर्ड से सदस्य आरके महाजन सहित दो अधिकारियों के खिलाफ केस चलाने की अनुमति दी थी।

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Patna News: पटना में होल्डिंग टैक्स जमा नहीं करना पड़ेगा भारी; जु्र्माने की राशि सुनकर छूट जाएंगे पसीने

Dainik Jagran - March 18, 2025 - 8:47am

जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: पटना में होल्डिंग टैक्स का निर्धारण 31 मार्च तक करा लें नहीं तो भारी जुर्माना देना पड़ेगा। पटना नगर निगम (Patna Nagar Nigam) बिना निर्धारण वाली नई संपत्तियों का 100 प्रतिशत जुर्माना के साथ कर निर्धारण करेगा। इसके साथ विकल्प दिया है बिहार नगरपालिका अधिनियम 2007 की सुसंगत धारा के तहत चल-अचल संपत्तियों की जब्ती और बिक्री तथा बैंक खाते को को फ्रिज किया जा सकता है।

नगर निगम इस सूचना को एसएमएस सहित कई प्लेटफार्म से नागरिकों तक पहुंचा रहा है। नगर निगम होल्डिंग टैक्स निर्धारण के लिए सभी अंचलों में टीम का भी गठन किया है। टीम भी टैक्स का निर्धारण कर रही है। होल्डिंग टैक्स का निर्धारण घर बैठे करने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।

अपनी नई संप​त्ति के स्व कर निर्धारण इस लिंक https://pmc.bihar.gov.in/newptax/mobile.aspx से कर सकते हैं। अधिकारियों के अनुसार, अब लोगों में स्व कर निर्धारण करने की प्रवृति बढ़ी है। इससे लगने वाले जुर्माना से बचा जा सकता है। नगर निगम क्षेत्र में तीन लाख होल्डिंग टैक्सधारक हैं।

यह संख्या करीब पांच लाख से अधिक होनी चाहिए। नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने बताया की स्व संपत्तिकर के निर्धारण करने पर दंड से बचा जा सकता है। 31 मार्च के पहले होल्डिंग टैक्स निर्धारण नहीं कराने वालों को चिह्नित कर जुर्माना लगाया जाएगा।

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